12वीं पास युवाओं के लिए बंपर मौका: 680 करोड़ की राजीव गांधी स्वरोजगार योजना के नियमों में बड़ा बदलाव! कैसे मिलेगा लाभ देखें एक क्लिक में
12वीं पास युवाओं के लिए बंपर मौका: हाल ही में, सरकार ने ई-टैक्सी खरीदने के लिए आवश्यक नियमों में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं।
ये बदलाव 680 करोड़ की राजीव गांधी स्वरोजगार योजना के तहत किए गए हैं। इसका उद्देश्य बेरोजगार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना है।
12वीं पास युवाओं के लिए बंपर मौका: 680 करोड़ की राजीव गांधी स्वरोजगार योजना के नियमों में बड़ा बदलाव! कैसे मिलेगा लाभ देखें एक क्लिक में
नए नियमों के अनुसार, ई-टैक्सी के लिए आवेदन करने वाले युवाओं का 12वीं कक्षा पास होना अनिवार्य है। अगर कोई आवेदक केवल 10वीं पास है, तो उसे कम से कम 10 साल का वाहन चलाने का अनुभव होना चाहिए। यह नियम योजना में नया जोड़ा गया है।
इसके अलावा, परिवहन विभाग ने एक नई एसओपी जारी की है। प्रधान सचिव परिवहन, श्री आरडी नजीम के अनुसार, आवेदनकर्ता की उम्र कम से कम 23 साल होनी चाहिए।
उनके पास 7 साल का वैध ड्राइविंग लाइसेंस और हिमाचल का स्थायी निवास प्रमाणपत्र होना भी जरूरी है। इसके साथ ही आधार कार्ड, बेरोजगारी प्रमाण पत्र और अनुसूचित जाति, जनजाति या अन्य पिछड़ा वर्ग का प्रमाण पत्र भी आवश्यक है।
क्या है आवेदन प्रक्रिया
ई-टैक्सी के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया सरल है। आवेदकों को परिवहन विभाग के पोर्टल पर खाता बनाना होगा। इस खाते को आधार और मोबाइल ओटीपी के जरिए सत्यापित किया जाएगा।
इसके बाद, आरटीओ (रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस) स्तर पर सभी आवेदनों की समीक्षा की जाएगी। चयनित आवेदकों का ड्राइविंग टेस्ट आरटीओ द्वारा गठित कमेटी द्वारा लिया जाएगा।
इस प्रक्रिया के बाद, ई-टैक्सी के लिए योग्य आवेदकों की एक सूची तैयार की जाएगी, जो दो साल तक वैध रहेगी। इस सूची का उपयोग संबंधित विभाग या संस्थान द्वारा किया जाएगा, जो विशेष रूप से बनाए गए ऑनलाइन पोर्टल पर परिवहन विभाग को अपनी मांग प्रस्तुत करेंगे।
वाहन वर्गीकरण: इस योजना के अंतर्गत बेरोजगार युवा पांच अलग-अलग श्रेणियों के वाहनों में से चुन सकते हैं। इनमें सेडान कार (श्रेणी-ए), मिड-रेंज एसयूवी (श्रेणी-बी), लंबी दूरी के लिए एसयूवी (श्रेणी-सी), प्रीमियम एसयूवी या एमयूवी (श्रेणी-डी) और लक्जरी वाहन (श्रेणी-ई) शामिल हैं।
इस प्रकार, इन नए नियमों और प्रक्रियाओं के माध्यम से, सरकार युवाओं को न केवल रोजगार प्रदान कर रही है, बल्कि उन्हें एक स्वावलंबी भविष्य की ओर भी अग्रसर कर रही है।
यह ई-टैक्सी योजना न केवल युवाओं के लिए लाभकारी है, बल्कि पर्यावरण की सुरक्षा की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस योजना से न सिर्फ रोजगार के नए अवसर खुल रहे हैं, बल्कि साथ ही साथ, ई-टैक्सी के माध्यम से शहरी यातायात में प्रदूषण कम करने में भी सहायता मिलेगी।
इस तरह, यह योजना आर्थिक विकास और पर्यावरण संरक्षण दोनों को संतुलित करती है। युवाओं को सशक्त बनाने के साथ-साथ, यह योजना स्वच्छ और हरित परिवहन के लिए एक मजबूत आधार भी प्रदान करती है।