

Achievement: भारतीय नौसेना में लेफ्टिनेंट बनी हिमाचल की बेटी सिमरन! देश सेवा के लिए छोड़ा 12 लाख रुपए का पैकेज
Achievement: मंडी जिले के कोटली उपमंडल की सिमरन भारद्वाज ने भारतीय नौसेना में लेफ्टिनेंट की उपाधि हासिल कर परिजनों का मान बढ़ाया है। देश की सेवा करने का जज्बा सिमरन में बचपन से ही कूट-कूट कर भरा था।

Achievement: भारतीय नौसेना में लेफ्टिनेंट बनी हिमाचल की बेटी सिमरन! देश सेवा के लिए छोड़ा 12 लाख रुपए का पैकेज
सिमरन भारद्वाज के दादा लालाराम भारद्वाज और उनके पिता धर्मपाल भारद्वाज ने भी भारतीय सेना में रहकर देश को अपनी सेवाएं दी है। ऐसे में सिमरन अपने परिवार की तीसरी पीढ़ी हैं जो देश सेवा में शामिल हुई हैं।
माता-पिता के मार्गदर्शन, स्वयं की मेहनत और लगन से उन्होंने आज यह उपलब्धि हासिल की है। वहीँ, सिमरन भारतीय नौसेना में लेफ्टिनेंट बनी तो गांव के लोगों के साथ नाते-रिश्तेदारों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी।

12 लाख रुपए का पैकेज छोड़ चुनी देश सेवा
बता दें कि सिमरन ने 12 लाख रुपए का पैकेज छोड़ देश सेवा को चुना है। सिमरन ने गुरुग्राम की मारुति कंपनी में 12 लाख रुपए के सालाना पैकेज पर तक़रीबन दो साल तक नौकरी की।
नौकरी के साथ-साथ की पढ़ाई
चूंकि, उन्हें सेना में जाने का जुनून सवार था, इसके लिए उन्होंने नौकरी के साथ-साथ पढ़ाई भी जारी रखी। आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई और सिमरन ने बीते साल ही एसएसबी की परीक्षा उत्तीर्ण की।


जिसके बाद उन्होंने नौकरी छोड़ दी और जनवरी 2025 से केरल स्थित भारतीय नौसेना अकादमी में 30 नवंबर तक प्रशिक्षण प्राप्त किया। इस प्रशिक्षण के बाद अब वह भारतीय नौसेना में लेफ्टिनेंट बनी है।

सिमरन ने अपनी 12वीं तक की पढ़ाई कोट के निजी स्कूल और योल कैंट के केंद्रीय विद्यालय से पूरी की। स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद सिमरन ने एनआईटी हमीरपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग से बीटेक किया।
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