AD Full Form & History in Hindi | AD और BC का इतिहास
इस आर्टिकल AD Full Form in History in Hindi में हम जानेंगे कि AD ki full form kya hai ? AD meaning kya hai ? Anno Domini meaning in hindi ? BC full form ? AD और BC kya hai ? AD or BC ki history ?
नमस्कार दोस्तों, आप सभी का स्वागत है, यदि आप इतिहास के विद्यार्थी है या फिर आपने कभी भी इतिहास पढ़ा है तब इतिहास में आपको अनेक चीज जानने को मिला होगा, इतिहास भरा पड़ा हुआ है वृहत भंडार है।
लेकिन आपने जब भी किसी महापुरुष या किसी युद्ध के बारे में सुना होगा तो उस उस युद्ध के वर्ष के साथ AD या BC लगा जरूर देखा होगा, ऐसे में आपके मन मे सवाल आया होगा कि आखिर AD व BC क्या है, साथ ही आपके मन मे यह भी सवाल होगा कि आखिर AD व BC में क्या अंतर है, तो दोस्तों आज हम इस पोस्ट के माध्यम से इन्ही सब चीजों के बारे में जानेंगे, AD का अर्थ क्या है, BC का अर्थ क्या है, AD व BC का इतिहास में क्या महत्व है, AD व BC कब लिखा जाता है, वर्तमान में AD व BC में से क्या चल रहा है आदि के बारे में हम विस्तार से बात करेंगे, तो चलिए दोस्तो हम विस्तार से जानते है।
AD Full Form in hindi
AD का फुल फॉर्म “Anno Domini” होता है जो कि लेटिन शब्द हौ, संसार में इतिहास में घटित घटनाओं को उनके घटित क्रम के अनुसार लिखने व अरेंज करने के लिए कैलेंडर की खोज हुआ है, ताकि इतिहास एक सुरक्षित ढंग से लिखा जा सके इसे अंग्रेजी में क्रोनोलॉजी कहते हैं। क्रोनोलॉजी का अर्थ होता है इतिहास में घटित घटनाओं को उनके घटित समय के अनुसार सही क्रम में अरेंज करना व उसे सही ढंग से भविष्य के लिए इतिहास को वास्तविक रूप में लिखना है। आपको इस पोस्ट में हम AD व BC के फुल फॉर्म के साथ विक्रम संवत, शक संवत के बारे में भी विस्तार से बताएंगे
AD का इतिहास :
• कैलेंडर के अनुसार 365 दिन को एक वर्ष माना गया है, ऐसे में अब कौन सा वर्ष चल रहा है इसे निर्धारित करने के लिए हमें एक आधार की जरूरत था इससे मतलब कि एक ऐसा दिन जिससे हम सन् या वर्ष को गिनना शुरू करे। वह दिन जिससे विश्व में वर्ष गिना जाने लगा वह दिन ईसा मसीह के जन्म दिवस के रूप में घोषित किया गया है व ईसा मसीह के जन्मदिन को 1 वर्ष कहा गया है व उसके बाद जो भी वर्ष आया उसे 2, 3, 4, 5… 2018, 2019, 2020, 2021 आदि के रूप में गिनने लगे है।
ईसा मसीह के जन्म के बाद की घटनाओं को इतिहास में दर्शाने के लिए हम AD का प्रयोग करते है तथा ईसा के जन्म से पहले की घटनाओं को इतिहास में शामिल करने के लिए हम BC का प्रयोग करते है। लेकिन AD और BC की शुरुआत 1 से होती है, पर 0 से नहीं, 0 AD तथा 0 BC जैसा कोई वर्ष ही नहीं होता है, AD व BC को दूसरे नामों से भी जाना जाता है
BC को BCE तथा AD को CE के नाम से जाना जाता है Before Christ (ईसा पूर्व) से Before Common Era (BCE) व Anno Dominus (ईस्वी) —Common Era (CE) के नाम से जाना जाता है। ग्रेगोरियन कैलेंडर का निर्धारण सौर वर्ष के आधार पर किया जाता है एक सौर वर्ष में 365 दिन तथा 6 घंटे होते है हर 4 साल में एक दिन बढ़ जाता है इसलिए उसे लीप वर्ष कहते है।
AD का प्रयोग कैसे करते है :
• महात्मा गौतम बुद्ध का जन्म 583 ईसा पूर्व माना जाता है मतलब कि ईसा मसीह के जन्म से 583 साल पहले उसका जन्म हुआ था तथा 463 ईसा पूर्व महात्मा बुद्ध का स्वर्गवास हो गया।
• सिंधु घाटी सभ्यता 3500 ईसा पूर्व शुरु हुई, अर्थात सिंधु घाटी 3500 वर्ष पूर्व शुरू हुआ।
AD Full Form in Hindi ( AD क्या होता है)
AD की फुल फॉर्म Anno Domini होता है, जहाँ पर भी आपको AD लिखा दिखाई देता है उसका मतलब हिंदी मे ईसा के जन्म के वर्ष से होता है। A.D का पूरा नाम Anno Domini होता है जो कि लैटिन भाषा मे है, इसका हिंदी में अर्थ हमारा ईश्वर का वर्ष होता है, इसका प्रयोग जूलियन कैलेंडर व ग्रेगेरीयन कैलेंडर में वर्ष को संख्यात्मक रूप से दर्शाने के लिए किया जाता है।
BC full form in Hindi (BC क्या होता है)
BC का अर्थ ईसा मसीह की जन्म के समय से पूर्व का समय होता है, एवं AD का अर्थ ईसा मसीह के जन्म के बाद का समय होता है। BC का Full Form ‘Before Christ’ होता हैं व AD का Full Form Anno Domini होता है। BC को BCE भी कहा जाता हैं व AD को CE भी कहा जाता है।
AD और BC में क्या अंतर होता है? (Difference between the AD and BC)
• AD का अर्थ ईसा मसीह के जन्म के बाद की दिनांक से है जबकि BC का अर्थ ईसा मसीह के जन्म के पहले की तारीख से है।
• AD का फुल फॉर्म Anno Domini होता है जबकि BC का फुल फॉर्म Before Christ होता है।
• AD को दूसरे नाम CE (Common Era) के नाम से भी जाना जाता है जबकि BC का एक अन्य नाम BCE (Before Common Era) है।
• लिखने के जगह में किसी भी तिथि को “AD 2017” लिखा जाता है जबकि BC को लिखने के लिए किसी तिथि के बाद में BC जोड़ा जाता है जैसे “356 BC”
• CE or AD में वर्ष chronological order में गिने जाते हैं, अर्थात् वर्ष 400 ईस्वी के बाद 401 ईस्वी आता है वही BC or BCE में इसका जस्ट उल्टा होता है और 301 ई.पू. या BC के बाद 300 BC आता है।
कौन से ईसवी चल रहा है :
ईसवी की शुरुआत कहा जाता है कि राजा विक्रमादित्य ने किया था, उनके समय में सबसे बड़े खगोल शास्त्री वराहमिहिर थे, जिनके सहायता से इस संवत के प्रसार में मदद मिला, ये अंग्रेजी कैलेंडर से 57 वर्ष आगे है, व इसे 2021 + 57 = 2079 विक्रम संवत चल रहा है। ऐसे में हम आज 57 वर्ष आगे चल रहे है, BC के अनुसार हम 2021 में है व आज BC के अनुसार 2021 है।
ग्रेगेरियन कैलेंडर कैसे बना:
प्राचीन रोमन कैलेण्डर में मात्र 10 माह होते थे और वर्ष का शुभारम्भ 1 मार्च से होता था। बहुत समय बाद 713 ईस्वी पूर्व के करीब इसमें जनवरी तथा फरवरी माह जोड़े गए। सर्वप्रथम 153 ईस्वी पूर्व में 1 जनवरी को वर्ष का शुभारम्भ माना गया एवं 45 ईस्वी पूर्व में जब रोम के तानाशाह जूलियस सीजर द्वारा जूलियन कैलेण्डर का शुभारम्भ हुआ, तो यह सिलसिला बरकरार रखा गया। ऐसा करने के लिए जूलियस सीजर को पिछला साल, यानि, ईसा पूर्व 46 ई. को 445 दिनों का करना पड़ा था। व आज हम 1 जनवरी से 31 दिसम्बर तक का एक साल देखते है।
ईसवी का संदर्भ किससे है :
ग्रेगोरियन कैलेंडर में ईसवी (ई) ईसा मसीह के जन्म के बाद के वर्षों को कहा जाता है, और ईसा पूर्व (ई.पू.) उनके जन्म से पूर्व के वर्षों को कैलेंडर में इतिहास को दर्शाता है।
उदाहरण: 11 ई. का मतलब है ईसा के जन्म से 11 साल बाद का समय। 11 ई.पू. का मतलब है ईसा के जन्म से 11 साल पहले का समय।
चंद्रगुप्त मौर्य का जन्म 345 ईसा पूर्व तथा मृत्यु 297 ईसा पूर्व में हुआ इसका अर्थ यह है कि 345 साल पहले जन्म लिए 297 वर्ष पहले मृत्यु हुई वह कुल उम्र 48 वर्ष हुई।
वर्तमान समय मे ईसवी के जगह पर कॉमन एरा (सी.ई अथवा CE) और ईसा पूर्व की जगह “बिफ़ोर कॉमन एरा” (बी.सी.ई या BCE) का प्रयोग सामान्य हो गया है, आज AD व BC का चलन बढ़ रहा है, क्योकि इतिहास के साक्ष्य मिल रहे है जिनका परीक्षण करने पर उस वस्तु, स्मारक, व अवशेष का कालक्रम पता चलता है कि वह कितना वर्ष पुराना है।
0 ईयर AD में होता है क्या ?
एनो डोमिनि (एडी) कैलेंडर वर्ष प्रणाली में शून्य वर्ष मौजूद नहीं है जो आमतौर पर ग्रेगोरियन कैलेंडर में वर्षों की संख्या के लिए उपयोग किया जाता है, न ही यह पुराने जूलियन कैलेंडर में था, इस प्रणाली में, वर्ष 1 ईसा पूर्व के बाद सीधे वर्ष ईस्वी सन् 1 आता है। हालांकि, खगोलीय वर्ष संख्या प्रणाली, जहां पर यह जूलियन वर्ष 1 ईसा पूर्व के साथ मेच खा जाता है और आईएसओ 8601:2004 प्रणाली दोनों में एक वर्ष शून्य है, सभी कैलेंडर नंबरिंग सिस्टम के लिए इंटरचेंज मानक, जहां पर वर्ष शून्य ग्रेगोरियन वर्ष 1 ईसा पूर्व के साथ मेल खाता है वही अधिकांश बौद्ध और हिंदू कैलेंडर में एक वर्ष शून्य है, जो कि मान्य है लेकिन AD में जीरो ईयर नही है वहां सीधे 1 AD आया है व ईशा मशीह के जन्म दिन तक को 1 साल मान लिया गया व 1 ad से वर्ष स्टार्ट हो गया, इस तरह से 1, 2, 3, …. 2021 तक आ गया है।
BC व AD का समय :
वर्तमान समय AD चल रहा है अर्थात ईसा मसीह के जन्म के बाद का समय इससे पहले जब ईसा मसीह के जन्म नही हुआ था तब BC चल रहा था। AD में 10 साल एक एक दशक व 100 वर्ष का 1 शताब्दी होता है, पहले रोमन कैलेंडर में 10 महीने हुआ करते थे बाद में 12 महीने हुए इस तरह से BC AD में बदल गया।