HP News: अगले साल से शिपकी ला के माध्यम से शुरू होगा भारत-चीन सीमा व्यापार! व्यापारियों का होगा पंजीकरण
HP News: विदेश मंत्रालय (MEA) द्वारा प्रदान की गई राजनीतिक स्वीकृति के उपरांत, किन्नौर जिला प्रशासन ने वर्ष 2026 के व्यापार सत्र में शिपकी ला के माध्यम से भारत-चीन सीमा व्यापार की पुनः शुरुआत हेतु प्रारंभिक तैयारियाँ आरंभ कर दी हैं।

HP News: अगले साल से शिपकी ला के माध्यम से शुरू होगा भारत-चीन सीमा व्यापार! व्यापारियों का होगा पंजीकरण
इस क्रम में उपायुक्त, किन्नौर-सह-व्यापार प्राधिकरण की अध्यक्षता में सभी संबंधित विभागों एवं हितधारकों की एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें जून 2026 से प्रस्तावित व्यापार प्रारंभ से पूर्व संस्थागत एवं लॉजिस्टिक तैयारियों का आकलन किया गया।
बैठक में शिपकी ला–नमगिया क्षेत्र में सड़क संपर्क, सुरक्षा व्यवस्थाएँ, सीमा शुल्क तैयारी, चिकित्सा एवं आपात सेवाएँ, व्यापारियों का पंजीकरण तथा विभागीय समन्वय जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई। सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) एवं स्थानीय पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से की जाएगी।

बताया गया कि व्यापारियों का पंजीकरण तहसीलदार पूह द्वारा किया जाएगा और केवल सत्यापित एवं अनुमोदित व्यापारियों को ही व्यापार पास जारी किए जाएंगे। पंजीकरण हेतु पहचान पत्र, निवास प्रमाण पत्र, पूर्व व्यापार रिकॉर्ड (यदि उपलब्ध हो) एवं पासपोर्ट आकार के फोटो प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा।
व्यापार अधिकारी-सह-तहसीलदार, पूह व्यापारियों के पंजीकरण में व्यापारी संघ के साथ समन्वय करेंगे। आयात-निर्यात केवल भारत सरकार द्वारा अधिसूचित वस्तुओं तक सीमित रहेगा। सीमा शुल्क विभाग द्वारा स्थानीय सीमा शुल्क स्टेशन, शिपकी ला पर आवश्यक स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी तथा अधिसूचित आयात-निर्यात वस्तुओं की सूची का प्रसार किया जाएगा।

किन्नौर जिला प्रशासन ने वर्ष 2026 में शिपकी ला के माध्यम से भारत-चीन सीमा व्यापार की सुव्यवस्थित एवं सफल पुनः शुरुआत हेतु अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए, इस प्रारंभिक चरण में व्यापारियों, स्थानीय संस्थाओं एवं सभी हितधारकों से सहयोग का आह्वान किया है।
दिन भर की ताजा खबरों के अपडेट के लिए WhatsApp NewsGhat Media के इस लिंक को क्लिक कर चैनल को फ़ॉलो करें।

Our passionate journalist at Newsghat, dedicated to delivering accurate and timely news from Paonta Sahib, Sirmaur, and rural areas. With a focus on community-driven stories, we ensures that every report reaches you with clarity and truth. At Newsghat, it’s all about “आपकी बात”!



