in

B Com Ka Full Form Kya Hai | B Com Full Form In Hindi | B Com Full Form Subject

B Com Ka Full Form Kya Hai | B Com Full Form In Hindi | B Com Full Form Subject
B Com Ka Full Form Kya Hai | B Com Full Form In Hindi | B Com Full Form Subject

B Com Ka Full Form Kya Hai | B Com Full Form In Hindi | B Com Full Form Subject

इस आर्टिकल B Com Ka Full Form Kya Hai | B Com Full Form In Hindi | B Com Full Form Subject में हम B. Com ka full form in hindi, b com subjects, b com honours kya hai, Bcom में एडमिशन कैसे ले, Bcom कोर्स की फीस कितना होता है ? आदि के बारे में विस्तार से जानेंगे।

नमस्कार दोस्तों, आप सभी का स्वागत है। आज के समय मे शिक्षा का स्तर बढ़ रहा है ऐसे में सभी लोग पढ़ाई करना चाहते है, यदि आप 12वी में साइंस या फिर कामर्स के छात्र रहे है तब आप 12वी के बाद b.com कर सकते है।

Bhushan Jewellers Nov

आज हम इस पोस्ट के माध्यम से आपको b.com के बारे बतायेंगे, क्योकि आज के समय मे यह बहुत ही पॉपुलर कोर्स है जिसे सभी लोग करना चाहते है, किसी किसी का तो बचपन से सपना होता है कि b.com करके m.com करना चाहता है, तो दोस्तों आज हम b.com क्या है, b.com कितने वर्ष का कोर्स है, b.com ka full form, m.com ka full form, बीकॉम सब्जेक्ट, full form of b in computer, b.com full form subject आदि के बारे में विस्तार से बात करेंगे।

तो चलिए दोस्तों b.com के बारे में जानते है। B.com की डिग्री आपको भारत, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान, इजिप्ट, इरलैंड, साउथ अफ्रीका व कमान वेल्थ देशों में इस डिग्री की मान्यता है वही इंग्लैंड में इस डिग्री का चलन व महत्व दोनों नही है।

बी.कॉम का फुल फॉर्म क्या है | b.com full form

बी.कॉम का फुल फॉर्म Bachelor of commerce, व बैचलर ऑफ कॉमर्स होता है, जिसे हिंदी में वाणिज्य में स्नातक कहते है। बी.कॉम एक तीन साल का डिग्री कोर्स है। यह किसी किसी देश मे तीन या चार साल का एक रेगुलर कोर्स होता है, व रेगुलर से मतलब यह है कि जिस तरह हम 10वीं, 12वीं कक्षा को पढ़ना ज़रूरी समझते है।

उसी तरह यह भी एक प्रकार का रेगुलर कोर्स होता है। बी.कॉम एक बेहतरीन कोर्स है जिसका डिमांड आज सभी क्षेत्रों में बढ़ रहा है, आज बीकॉम की मांग बढ़ रही इज़के पीछे का कारण प्रतिस्पर्धा बाजार है।

B.Com kya hota hai

बीकॉम एक 3 वर्षीय डिग्री कोर्स है, जिसे करने के बाद स्नातक की डिग्री मिलती है, व इसके लिए आप दो तरह से बीकॉम कर सकते है एक रेगुलर व दूसरा है डिस्टेंस एजुकेशन के माध्यम से, इस तरह से आप बीकॉम की डिग्री हासिल कर सकते है, बीकॉम डिग्री के लिए आप किसी भी मान्यता प्राप्त कॉमर्स कॉलेज से डिग्री ले सकते है ताकि किसी तरह की समस्या न आये।

B com में एडमिशन कैसे ले :

भारत देश मे विभिन्न यूनिवर्सिटी व कॉलेज में b.com की पढ़ाई होता है, आज के समय मे बहुत सारे यूनिवर्सिटी व कॉलेज है जहाँ पर डायरेक्ट एडमिशन होता है मेरिट लिस्ट के अनुसार, ऐसे में यदि आप किसी कॉलेज से bcom करना चाहते है तब आपको वहां का एनरॉलमेंट या रेजिस्ट्रेशन फॉर्म भरना होगा फिर यदि आपका नाम bcom एडमिशन मेरिट लिस्ट में आता है फिर आपको आगे एडमिशन का प्रोसेस करना होगा।

यदि आप भारत के नामचीन कॉलेज व यूनिवर्सिटी से bcom करना चाहते है तब दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU), अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU), इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (ISB) या फिर लवली प्रोफेसशनल यूनिवर्सिटी (LPU) आदि जगह से पढ़ना चाहते है तब यहां bcom में एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम होता है।

Software Engineer Kya Hota Hai | सॉफ्टवेयर इंजीनियर कैसे बने

BDC Full Form In Hindi | बीडीसी चुनाव पूरी जानकारी

आप यदि उस एंट्रेंस एग्जाम को क्लियर करके व मेरिट लिस्ट में आते है तब आपका देश के नामचीन कॉलेज में एडमिशन आसानी से ले सकते है व पढ़ाई कर सकते है व आप वहां से 3वर्ष का Bcom का कोर्स आसानी से कर सकते है।

B com करने के लिए शैक्षणिक योग्यता :

यदि आप Bcom under graduate course करना चाहते है तब आपको 12वी में कॉमर्स या फिर साइंस का स्टूडेंट होना बहुत जरूरी है तभी आप भविष्य में Bcom कर सकते है, Bcom एक अंडर ग्रेजुएट कोर्स है, ऐसे में आपको एक विशेष सब्जेक्ट का ज्ञान होना जरूरी होता जिसके लिए मैथ्स व मैनेजमेंट का ज्ञान होना आवश्यक है।

भारत मे विभिन्न कॉलेज व यूनिवर्सिटी में bcom की पढ़ाई होता है, यदि आप किसी भी कॉलेज व यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेना चाहते है तब आपका 12 वी में 50% से ऊपर अंक होना चाहिए तभी आप एडमिशन के लिए योग्य होंगे अन्यथा आपका आवेदन निरस्त हो जायेगा, यदि आप आरक्षित वर्ग से आते है तब 45% होना चाहिए।

B com कोर्स की फीस कितना होता है :

यदि आप Bcom किसी गवर्मेन्ट कॉलेज से करते है तब Bcom कोर्स का फीस न के बराबर होता है वहाँ पर इसका फीस 1 हजार से 3 हजार तक प्रति सेमेस्टर होता है। वही यदि आप देश के नामचीन व प्राइवेट कॉलेज से bcom की पढ़ाई करते है तब आपका एक सेमेस्टर का फीस लगभग 15 हजार से 40 हजार तक होता हैं। साथ ही आप प्राइवेट कॉलेज में पढ़ते है तब education loan भी ले सकते है एवं इसके साथ ही आपको भारत सरकार द्वारा स्कॉलरशिप भी दिया जाता है उसका फायदा उठा सकते है, जिससे आप पढ़ाई कर सकते है।

B.com में Subject :

यदि आप बीकॉम करना चाहते है तब आपको निम्न तरह के विषय पढ़ने होंगे जैसे एकाउंटिग, एकटुरिअल साइंस, एडवरटाइजिंग, आसुरेंस, बिज़नेस सिस्टम एनालिसिस, बैंकिंग, बिज़नेस इकोनॉमिक्स, कंप्यूटर्स एंड मैनेजमेंट इन्फॉर्मेशन सिस्टम, डिसिशन एनालिसिस, इकोनॉमिक्स एंड एकोनोमेट्रिक्स, इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स, इंटरप्रेन्योरशिप, फाइनेंस एंड फाइनेंसियल मार्केट्स, गवर्नमेंट, ह्यूमन रिसोर्स, इंडस्ट्रियल साइकोलॉजी, इन्फॉर्मेशन मैनेजमेंट, इन्शुरन्स, लेबर रिलेशन्स, लॉ, लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट, मैनेजमेंट, मैनेजमेंट साइंस, मार्केटिंग कम्युनिकेशन, ऑपरेशन मैनेजमेंट, ऑर्गनिज़ाशनल स्टडीज, पॉलिटिकल एंड पब्लिक पॉलिसी, सप्लाई चैन मैनेजमेंट, रिस्क मैनेजमेंट, फाइनेंसियल रिस्क मैनेजमेंट, स्ट्रेटेजिक मैनेजमेंट, स्टेटिस्टिक्स, टैक्सेशन, व ट्रांसपोर्ट इकोनॉमिक्स आदि विषय के बारे में तीन साल में अध्ययन करते है तब जाकर बीकॉम की डिग्री मिलती है।

What is the meaning of B.Com honours ?

यदि आप 12वी के बाद बैचलर ऑफ कॉमर्स ऑनर्स (HonsBCom या BComm (Hons) या HBCom या HBComm) करना है, तब यह डिग्री में एक विशेषज्ञता पहलू है, जो बीबीए के अनुरूप डिग्री है, जिसमें छात्र के व्यावसायिक कौशल को विकसित करना है या फिर हर क्षेत्र का गहन ज्ञान प्रदान करना होता है,

Bcom honours के लिए bcom के सब्जेक्ट्स के साथ साथ अतिरिक्त शैक्षणिक पाठ्यक्रमों को पूरा करने की आवश्यकता पड़ता है, और आमतौर पर उच्च शैक्षणिक प्रदर्शन मानकों के साथ, और इसके लिए रिसर्च किए गया थीसिस व प्रेजेंटेशन की भी आवश्यकता पड़ता है।

HR Ka Full Form Kya Hai | एचआर के बारे में पूरी जानकारी

OTT Full Form In Hindi | OTT Kya Hai | ओटीटी प्लेटफार्म के बारे में पूरी जानकारी

यह अक्सर अंडर ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन कार्यक्रमों के बीच का एक माध्यम के के रूप में कार्य करता है, जिसमें मास्टर ऑफ कॉमर्स (एम.कॉम. या m.comm) और मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) डिग्री शामिल होता है।

विभिन्न यूनिवर्सिटी के अनुसार इसमें चार साल का कार्यक्रम शामिल हो सकता है या तीन साल का स्नातक की डिग्री के बाद लिया गया एक वर्षीय पढ़ाई का कार्यक्रम हो सकता है, एक वर्षीय कार्यक्रम आम तौर पर केवल एक विषय-क्षेत्र पर केंद्रित होता है, ऐसे में यदि आप बीकॉम ऑनर्स की डिग्री लेना चाहते है तब आपको इसके लिए देश के कुछ जाने माने यूनिवर्सिटी से ही पढ़ाई करना होगा क्योकि यह सभी जगह उपलब्ध नही है।

B com करने के बाद करियर सेग्मेंट्स :

यदि आप bcom अच्छे जगह अर्थात एक नामचीन कॉलेज व यूनिवर्सिटी से करते है तब आपके लिए जॉब के बहुत से ऑप्शन होता है बहुत सारे देश के टॉप बिजनेस कंपनी या फर्म आपको आसानी से जॉब में रख लेता है Bcom करने के बाद आप एंटरप्रेन्योरशिप, फाइनेंस एंड एकाउंटिंग मैनेजमेंट, एचआर मैनेजमेंट, ऑपरेशन मैनेजमेंट, मार्केटिंग मैनेजमेंट, सप्लाई चेन मैनेजमेंट, टूरिज्म मैनेजमेंट आखिर में, मैनेजमेंट का करियर चुनते समय आप विशिष्ट कम्युनिकेशन स्किल्स, प्रॉब्लम-सॉल्विंग स्किल्स, स्ट्रेटेजिक मैनेजमेंट, इकोनॉमिक्स एडवाइज़र, और तुरंत निर्णय लेने का कौशल आदि जरुर सीखना चाहिए। इस तरह से यदि आपका स्किल डेवलपमेंट अच्छा होता है विभिन्न क्षेत्रों में तब आपका जॉब आसानी से लग जाता है व सैलरी भी काफी अच्छा होता है।

B com करने के बाद प्राइवेट जॉब :

यदि आप Bcom करते है व अच्छे अंक से पास हो जाते है तब आपको आसानी से जॉब मिल जाता है वहां भी आपको मार्केटिंग को समझने के साथ आप क्लाइंट से कैसे डील करते है, क्रिटिकल सिचुएशन को कैसे हैंडल करते है, सभी चीजें मेटर करता है।

Job ki full form Kya hai | जॉब की फुल फॉर्म के बारे में पूरी जानकारी

ERP full form in hindi | ERP kya hai Puri jankari hindi me

आप Bcom करने के बाद एडवरटाइजिंग, एविएशन, बैंकिंग, कंसल्टेंसी, डिजिटल मार्केटिंग, एंटरटेनमेंट, फाइनेंस, इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (आईटी), इंश्योरेंस, मीडिया, ऑफलाइन मार्केटिंग, व मैन्युफैक्चरिंग आदि के रूप में काम कर सकते है, प्राइवेट सेक्टर में आपको आसानी से जॉब मिल जाएगा वह भी एक बेहतरीन सैलरी पर।

बीकॉम व बीकॉम ऑनर्स में अंतर :

यदि आप बीकॉम या बीकॉम ऑनर्स करते है तब दोनों का विषय एक समान होता है, बस पढ़ाई के स्तर में अंतर होता है जैसे –

• बीकॉम तीन वर्ष का कोर्स पर वही बीकॉम ऑनर्स 3 वर्ष या फिर 4 वर्ष का भी हो सकता है।
• बीकॉम में आपको रिसर्च करने की आवश्यकता नही पड़ता है व आपको सामान्य अध्ययन करना पड़ता है वही बीकॉम ऑनर्स में आपको रिसर्च करना पड़ता है, व थीसिस बनाना पड़ता है।
• बीकॉम में आप 3 वर्ष तक पढ़ते है व एग्जाम देते है पर बीकॉम ऑनर्स में आप रिसर्च करते है प्रैक्टिकल ज्ञान मिलता है।
• बीकॉम में शोध पत्र नही लिखना होता है पर बीकॉम ऑनर्स में आपको शोध पत्र लिखना पड़ता है।

बीकॉम करने के बाद क्या करे :

बीकॉम करने के बाद करियर बनाने के लिए बहुत सारे रास्ते होते है आपको अपने अनुसार एक रास्ता चुनना होगा जिसमें आपकी रुचि हो। बीकॉम करने के बाद आप सी.ए (C.A–Chattered Accountant), सीएस (C.S – Company Secratery), मार्केटिंग, स्टॉक ब्रोकर, कॉस्ट एकाउंटेंसी , एम.कॉम, एम.बी.ए, एम.सी.ए, आदि तरह के कोर्स कर सकते है व इस तरह के करियर ऑप्शन है जिससे आप अपना करियर बना सकते। बीकॉम के बाद आप इस तरह के कोर्स करते है तब आपका भविष्य बहुत ही सुंदर होगा, ऐसे में बीकॉम के बाद इस सभी कोर्स के बारे में विचार करे।

बीकॉम करने के बाद गवर्नमेंट जॉब :

यदि आप 3 वर्ष का ग्रेजुएशन कोर्स बीकॉम कर लेते है तब आप upsc व ssc के विभिन्न एग्जाम के लिए योग्य हो जाते है। साथ ही आप बैंकिंग क्षेत्र में बीकॉम करने के बाद SBI PO, SBI Clerk, IBPS PO, IBPS Clerk, RBI Grade B Officer आदि तरह के जॉब के लिए आवेदन कर सकते है।

AD Full Form & History in Hindi | AD और BC का इतिहास

UPSC full form in hindi | UPSC क्या है ? UPSC की पूरी जानकारी हिंदी में

इसके साथ ही आप बीकॉम करने के बाद विभिन्न तरह के सरकारी जॉब के लिए भी आवेदन कर सकते है जैसे आईएएस, आईपीएस, इंडियन टैक्स ऑफिसर, इंडियन नेवी, इंडियन एयरफोर्स, इंस्पेक्टर अस्सिस्टेंट व इंडियन आर्मी आदि के लिए आवेदन कर सकते है, साथ ही आप पटवारी, सीएमओ (CMO) के लिए भी आवेदन कर सकते है।

बीकॉम से जुड़ी कुछ जानकारी :

• बीकॉम यह 3 वर्षीय स्नातक डिग्री पाठ्यक्रम होता है।
• बीकॉम के साथ आपको बीकॉम प्लान, बीकॉम टेक्स, बीकॉम कंप्यूटर एप्लीकेशन, व बीकॉम ओनर्स भी आप्शन में होता हैं।
• B.com करने के लिए आपको अकाउंट का बेसिक नॉलेज होना जरुरी हैं साथ ही मैथ्स का भी ज्ञान होना चाहिए।
• बीकॉम को आप इरेगुलर या प्राइवेट (डिस्टेंस) दोनों तरह से कर सकते हैं।
• इस कोर्स की फ़ीस तक़रीबन 15 हजार प्रति वर्ष से शुरू होता हैं।

B.Com करने के क्या फ़ायदे है :

यदि आप 12वी के बाद बीकॉम करते है तब इसके बहुत सारे फायदे है जैसे-

• B.com करने के कई सारे फायदे है जिनमे से आप सबसे बड़ा तो यह कि आप एक विषय मे ग्रेजुएट हो जाते है।
• बी.कॉम एक स्नातक पाठ्यक्रम है जिसे करने के बाद आप उच्च शिक्षा जैसे M.com, MBA, MCA जैसे कोर्स में प्रवेश लेने के लिए योग्य हो जाते हैं।
• बीकॉम करने के बाद आप आसानी से एकाउंटिंग या इस तरह की कोई जॉब प्राप्त कर सकते हैं।
• आप बीकॉम से ग्रेजुएशन होते है फिर आप स्नातक योग्यता वाले प्रतियोगी परीक्षाओं में सम्मिलित हो कर सरकारी नौकरी प्राप्त कर सकते हैं।
• B.com करने के बाद CA जैसे बड़े प्रोफेशन में जा सकते हैं।
• Bcom करने के बाद अपने पंसद अनुसार प्राइवेट या पब्लिक सेक्टर में काम कर सकते है।
• आप अपना खुद का टैक्स से रिलेटेड सेवा केंद्र खोल सकते है।
• आप बीकॉम के बाद विभिन्न तरह के जॉब कर सकते है।

बीकॉम की डिमांड जब से कॉरपोरेट जगत उड़ान में व प्रगति में है तब से इसका डिमांड बहुत ज्यादा बढ़ गया है, पहले के अपेक्षा में अब लोग बीकॉम कर रहे है इसके बाद MBA करते है ताकि एक स्टार्टअप कर सके, इस तरह से बीकॉम करके बिजनेस के बारे में बेसिक शिक्षा ग्रहण करते है फिर बीकॉम करने के बाद Mcom या फिर MBA करके देश के जाने माने कंपनी में काम करते है या फिर खुद का बिजनेस चलाते है या फिर अपने फैमिली बिजनेस को मजबूत करते है उसके लिए मार्केटिंग, बिजनेस पॉलिसी, प्रचार प्रसार, बिजनेस स्ट्रेटेजी आदि के बारे में गहन अध्ययन करते है, इसलिए आज के समय मे बीकॉम की डिमांड बढ़ रहा है।

Written by newsghat

Hockey Essay In Hindi | हॉकी पर निम्बन्ध

Hockey Essay In Hindi | हॉकी पर निम्बन्ध

सिरमौर में सड़क हादसा, बोलेरो कैंपर खाई में दुर्घटनाग्रस्त, 3 घायल

सिरमौर में सड़क हादसा, बोलेरो कैंपर खाई में दुर्घटनाग्रस्त, 3 घायल