Bank of Baroda News Update: BOB ने करवा दी निवेशकों की बल्ले बल्ले! एक साल में कर दिया पैसा दुगना, तोड़ दिए सारे रिकॉर्ड
Bank of Baroda News Update: भारत की सरकारी बैंक, Bank of Baroda ने नया इतिहास रच दिया है। इसने एक साल में अपने शेयरधारकों को 100% से अधिक लाभ दिया है। इसे सादे शब्दों में कहें तो यह कहा जा सकता है कि पैसा दोगुना हो गया है।
Bank of Baroda News Update: BOB ने करवा दी निवेशकों की बल्ले बल्ले! एक साल में कर दिया पैसा दुगना, तोड़ दिए सारे रिकॉर्ड
Bank of Baroda, भारत के सबसे बड़े सरकारी बैंक State Bank of India के बाद दूसरा बैंक है, जिसकी मार्केट कैपिटलाइज़ेशन 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक है। इस बैंक के शेयर ने एक साल में 100% से अधिक की वृद्धि देखी है।
इस समय, Bank of Baroda की मार्केट कैप 100,117 करोड़ रुपये है, जबकि SBI की मार्केट कैप 5.06 लाख करोड़ रुपये है। तीसरे स्थान पर Punjab National Bank है, जिसकी मार्केट कैप 57 हजार करोड़ रुपये है।
बैंक के शेयरों में इतनी तेजी का कारण क्या है, आइए जानें
Bank of Baroda के वर्तमान MD और CEO, संजीव चड्ढा का कार्यकाल 30 जून को समाप्त होने जा रहा है। उनके नेतृत्व में बैंक ऑफ बड़ौदा के शेयर ने भारी उच्छाल देखा है और इसने एक साल में अपना मूल्य दोगुना कर दिया है।
संजीव चड्ढा के कार्यकाल में बैंक का मुनाफा 546 करोड़ रुपये से बढ़कर 14,110 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। उनके नेतृत्व में बैंक का ग्रॉस NPA 9.4% से घटकर 3.79% हो गया है और नेट NPA भी 3.13% से घटकर 0.89% हो गया है।
बैंक की क्रेडिट कॉस्ट में भी बड़ी गिरावट देखने को मिली है और यह 1.82% से घटकर 0.4% पर आ गयी है। इस दौरान, बैंक के जमा 9.46 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 12.03 लाख करोड़ रुपये हो गए हैं, और उधार 6.9 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 9.69 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गये हैं।
बैंक के CASA (Current Account Saving Account) का अनुपात भी बढ़कर 39.07% से 42.25% हो गया है। यदि हम बैंक की शाखाओं की संख्या की बात करें, तो वह 9482 से घटकर 8546 हो गई है।
इस तरह से, संजीव चड्ढा के नेतृत्व में बैंक ऑफ बड़ौदा ने बाजार में अपनी प्रतिष्ठा को और मजबूती दी है। उन्होंने बैंक की वित्तीय स्थिति को सुदृढ़ किया और अपने ग्राहकों के लिए अधिक मूल्य प्रदान किया।
उन्होंने न केवल निवेशकों के लिए मूल्य उत्पन्न किया है, बल्कि उन्होंने स्थानीय समुदायों और कर्मचारियों के लिए भी अच्छा काम किया है।
संजीव चड्ढा की योजनाओं और उनकी टीम की मेहनत के परिणामस्वरूप, बैंक ने वित्तीय प्रदर्शन में उच्च स्तरीय उत्कृष्टता प्रदर्शित की है। उनकी व्यापक योजनाओं और सतत सुधार के अभियानों के कारण, बैंक ऑफ बड़ौदा अब भारत के सबसे प्रमुख बैंकों में से एक है।
उनकी नेतृत्व शैली और प्रबंधन क्षमता के लिए उन्हें व्यापक रूप से सराहा गया है, और वे आगे चलकर भारतीय बैंकिंग उद्योग के लिए एक मार्गदर्शक के रूप में उभरे हैं।