Credit Score After Loan Settlement: अगर लोन सेटेलमेंट से खराब हो गया है क्रेडिट स्कोर तो ऐसे करें ठीक
वर्तमान समय में आप जब भी मकान, जमीन खरीदने के लिए या फिर किसी अन्य कारण से लोन लेते हैं, ऐसे में आपको उस लोन को दिए गए समय पर चुकाना भी बहुत जरूरी होता है, और यदि आप किसी कारणवश लोन आज के समय में नहीं चुका पाते हैं।
तब ऐसे स्थिति में आपके पास बैंक के साथ लोन सेटलमेंट करने का विकल्प होता है, तथा लोन सेटलमेंट के लिए आपको बैंक से अनुरोध करना पड़ता है, और यदि आपके बैंक को आपकी वजह वाजिब लगती है, ऐसे में तब बैंक की तरफ से ग्राहक को इसका प्रस्ताव दिया जाता है।
आपको बता दे कि लोन सेटलमेंट वैसे तो मुश्किल समय में ग्राहक को काफी राहत प्रदान करता है, पर इसके कुछ नुकसान भी है आज के समय में, जो आपको बाद में पता चलते हैं। और इस मामले में बैंक के रिटायर अधिकारी ने बताया है कि लोन सेटलमेंट का सीधा सा मतलब यह होता है कि ग्राहक लोन चुकाने में असमर्थ रहा है तथा इसके कारण उसके क्रेडिट स्कोर पर बहुत बुरा असर पड़ता है।
ऐसे में भविष्य में लोन ले पाना उसके लिए आसान नहीं होता है, और यदि आपने भी लोन सेटलमेंट किया है, तब आपको इससे होने वाले नुकसान तथा उस नुकसान की भरपाई के तरीके जरूर जान लेना चाहिए।
लोन सेटलमेंट से होते यह दो बड़े नुकसान
आज के समय में हम जब भी लोन सेटलमेंट करते हैं, ऐसे में बैंक आपके मामले को सिबिल में भेज देता है, और ऐसे में ये कन्फर्म हो जाता है कि कर्ज लेने वाले के पास कर्ज को चुकाने के पैसे नहीं हैं, तथा ऐसे में पैसे और लोन सेटलमेंट तो हो जाता है।
इसी के साथ लोन लेने वाले का सिबिल स्कोर कम कर दिया जाता है, और यह सिबिल स्कोर आपका सिबिल स्कोर 75-100 अंकों तक गिर सकता है, और यदि आपने एक से ज्यादा लोन का सेटलमेंट किया है, ऐसे में यह स्कोर और ज्यादा भी कम सकता है।
आपको बता दे की इसके अलावा दूसरा बड़ा नुकसान यह है कि आपके लोन सेटलमेंट का जिक्र अगले 7 सालों तक क्रेडिट रिपोर्ट में अकाउंट स्टेटस सेक्शन में रह सकता है, और ऐसे में अगले 7 साल तक लोन लेने वाले के लिए लोन के लिए आवेदन करना काफी कठिन साबित हो सकता है, और वहीं आप बैंक द्वारा ब्लैक लिस्टेड भी किए जा सकता है।
कैसी करे क्रेडिट स्कोर सही
आज के समय में यदि आप इस नुकसान की भरपाई कर क्रेडिट स्कोर को सुधारना चाहते हैं, तब आपको लोन सेटलमेंट के बाद जब भी मौका मिलता है, ऐसे में आपको लोन को क्लोज कराना चाहिए, और जी हां, लोन सेटलमेंट लोन क्लोजर नहीं होता है, इसके साथ ही मजबूरी के कारण आपने लोन सेटलमेंट तो कर लिया।
लेकिन यदि आपके पास बीच में कभी भी पैसे आते हैं या फिर आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर हो जाती है, तब आप बैंक के पास जाकर कहें कि आप ड्यू यानी प्रिंसिपल, इंटरेस्ट, पेनाल्टी तथा अन्य चार्ज में जो भी आपको छूट मिली थी, आप अब सब उसे देना चाहते हैं।
फिर इस पेमेंट को देने के बाद आपका लोन क्लोज हो जाता है, और आपको बैंक से नो ड्यूज सर्टिफिकेट मिलता है, और इसे लेना बहुत जरूरी होता है क्योंकि यह इस बात का प्रमाण है कि आप पर बैंक का कुछ भी बकाया नहीं है।
लोन क्लोज कराना इस बात का प्रमाण है कि आप एक जिम्मेदार ग्राहक हैं और इसके बाद आपका क्रेडिट स्कोर अपने आप अच्छा कर दिया जाता है। इस तरह से आप अपने क्रेडिट स्कोर सही कर सकते हैं।