CryptoCurrency & Crime: आतंक और अपराध के लिए हो रहा क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल! रोकथाम के लिए खुफिया विभाग ने बनाया मास्टर प्लान! कैसे लगेगी रोकथाम देखें पूरी डिटेल
CryptoCurrency & Crime: वर्तमान समय में सरकार क्रिप्टोकरेंसी जैसी करेंसी के जरिए होने वाले क्राइम पर लगाम लगाने में पुरजोर से जुटी हुई है। एक अहम जानकारी के मुताबिक गृह मंत्रालय इसके लिए एक खास इंटेलीजेंस टूल विकसित करने जा रहा है, जिससे अपराध पर रोक लग सके।
CryptoCurrency & Crime:आतंक और अपराध के लिए हो रहा क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल! रोकथाम के लिए खुफिया विभाग ने बनाया मास्टर प्लान! कैसे लगेगी रोकथाम देखें पूरी डिटेल
क्रिप्टोकरेंसी से अपराध पर लगेगी रोक: वर्तमान में सबसे पहला सवाल यह है कि क्रिप्टोकरेंसी के जरिए होने वाले क्राइम पर रोक लगाने के लिए सरकार किस तरह के कदम उठा रही है?
इसके लिए लक्ष्मण रॉय ने बताया कि गृह मंत्रालय एक खास इंटेलीजेंस टूल तैयार कर रही है। इस टूल का नाम क्रिप्टोकरेंसी इंटेलिजेंस एंड एनालिसिस टूल (CIAT) है।
यह टूल अवैध कारोबार में क्रिप्टोकरेंसी के उपयोग की जानकारी प्रदान करेंगे और CIAT अवैध कारोबार में क्रिप्टोकरेंसी के उपयोग होते ही एलर्ट जारी कर देना की क्षमता रखेगा।
जल्द तैयार होगा क्रिप्टो एक्सजेंज का डेटा बेस! ऐसे करेगा काम…
वर्तमान में इस प्रोजेक्ट पर भारतीय साइबर क्राइम कॉर्डिनेशन सेंटर काम कर रहा है। दुनिया भर के सभी क्रिप्टो एक्सजेंज का डेटा बेस तैयार किया जा रहा है। एक्सचेंज के डेटाबेस का उपयोग जांच एजेंसिया कर रही है, और नियमित तौर पर डार्क नेट को स्कैन करने में कारगर साबित होने वाला हैं।
आतंकवाद, अलगाववाद, अपराध में क्रिप्टो का उपयोग
आपको बता दे कि इस बीच सवाल यह भी है कि क्राइम में क्रिप्टो का उपयोग कितने बड़े पैमाने पर हो रहा है?
ये जान लें कि क्रिप्टोकरेंसी से करीब 953.70 करोड़ रुपए तक के अपराध हो चुके हैं, और लगातार जारी है। इतना ही नहीं बल्कि क्रिप्टोकरेंसी का उपयोग आतंकी गतिविधियों में किया जा रहा है।
यहां तक कि पाकिस्तान क्रिप्टोकरेंसी के जरिए आतंक की फंडिंग कर रहा है। हाल ही में Narcotics Control Bureau की जांच में ड्रग्स के अवैध कारोबार में भी क्रिप्टो के सुबूत मिले हैं। सामने आया है कि कि NCB को पिछले 3 साल में 38 ऐसे मामले प्राप्त हो चुके हैं।