
Diwali Shubh Muhurat BSE NSE Trading : इस दिवाली करें निवेश का शुभारंभ! मुहूर्त ट्रेडिंग में खरीदे शेयर, मिलेगा शानदार रिटर्न
Diwali Shubh Muhurat BSE NSE Trading : दिवाली का पर्व केवल दीप की रोशनी और मिठाईयों तक सीमित नहीं होता। यह पर्व होता है नए आरंभ और धन लक्ष्मी के स्वागत का। इस दिन न केवल माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है बल्कि आर्थिक स्थिरता के लिए भी कदम उठाए जाते हैं।

Diwali Shubh Muhurat BSE NSE Trading : इस दिवाली करें निवेश का शुभारंभ! मुहूर्त ट्रेडिंग में खरीदे शेयर, मिलेगा शानदार रिटर्न
इसी को ध्यान में रखते हुए BSE और NSE द्वारा 1 घंटे के लिए बाजार खोला जाता है ताकि निवेशक इस शुभ मुहूर्त में खरीदारी कर सकें। इस शुभ मुहूर्त को ही ‘मुहूर्त ट्रेडिंग’ परंपरा कहा जाता है और आज हम आपको इसी परंपरा के बारे में बताने वाले हैं।
क्या है दीवाली पर की जाने वाली मुहूर्त ट्रेडिंग’?
मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा 1957 से चली आ रही है, जब भारतीय निवेशक माता लक्ष्मी और कुबेर का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए केवल एक घंटे के भीतर दीर्घकालीन दृष्टि से शेयर खरीदते हैं और इसे लक्ष्मी निवेश के रूप में संजोकर रखते हैं। बता दे वर्ष 2025 में भी 20 अक्टूबर को दिवाली पर्व मनाया जाने वाला है।

ऐसे में BSE और NSE द्वारा मुहूर्त का सटीक समय जल्द ही घोषित किया जाएगा। कहा जा रहा है कि यह ट्रेडिंग का समय शाम 6:15 से 7:15 तक होने वाला है और इसे 1 घंटे में कंपनियों के शेयरों में तेजी का माहौल भी देखा जाता है।
शुभ मुहूर्त में ट्रेडिंग के लाभ
● शुभ मुहूर्त में ट्रेडिंग करने से निवेशकों को माता लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है।
● इस दिन खरीदे गए शेयर पर शानदार रिटर्न मिलता है।
● इस दिन बाजार में उत्साह बना रहता है जिसे निवेशक ‘सीजनल गेन’ भी कहते हैं।
● दीपावली के दिन ऐसे निवेशक जो लग्जरी वस्तुएं खरीदना चाहते हैं या कुछ निवेश करना चाहते हैं उनके लिए यह मुहूर्त ट्रेडिंग सबसे बेस्ट विकल्प होता है।
मुहूर्त ट्रेडिंग करते समय कौन सी सावधानी रखें?
● दीपावली के दिन मुहूर्त ट्रेडिंग करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना अनिवार्य है जैसे कि केवल उसी कंपनी में निवेश करें जिनका भविष्य मजबूत हो।
● जोखिम वाले शेयरों में निवेश करने से बचें।
● इस दिन किए गए निवेश को लॉन्ग टर्म होल्डिंग माने ताकि लंबे समय का प्रॉफिट मिल सके।
● यदि आप पहली बार निवेश कर रहे हैं तो प्रतीकात्मक निवेश 1000 से ₹5000 के बीच ही करें।
शेयर बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग का महत्व
जैसा कि हमने बताया शेयर बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग आस्था और शुभता का प्रतीक मानी जाती है।
इस दिन केवल 1 घंटे के लिए बाजार खोला जाता है ताकि निवेशक अपने बच्चों और परिवार के नाम पर शेयर खरीद सके।
इस दौरान शेयर बाजार में बेहद उत्सव भरा माहौल रहता है।
ब्रोकरेज हाउस में दीप जलाए जाते हैं लक्ष्मी पूजा की जाती है मिठाइयां बांटी जाती है और लक्ष्मी पूजा के ट्रेडिंग आरंभ की जाती है।
निष्कर्ष
इस प्रकार दिवाली की रात का यह ‘मुहूर्त रीडिंग’ केवल एक ट्रेडिंग नहीं होता बल्कि आस्था, अनुशासन और भविष्य के प्रति विश्वास का समय होता है जो की आने वाले लंबे समय में आपको माता लक्ष्मी की कृपा उपलब्ध कराता है।

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