Good Parenting Tips: बच्चों को कैसे सिखाएं आलोचना सहन करना? आत्मविश्वास को बनाए रखने के 5 बेहतरीन तरीके
Good Parenting Tips: हर बच्चे को आलोचना सहन करना एक कठिन और चुनौतीपूर्ण कार्य लगता है। खासकर उस उम्र में जब बच्चे अपने व्यक्तित्व को समझने और अपनी कमजोरियों और ताकतों को जानने की प्रक्रिया में होते हैं।
Good Parenting Tips: बच्चों को कैसे सिखाएं आलोचना सहन करना? आत्मविश्वास को बनाए रखने के 5 बेहतरीन तरीके
ऐसे में, अगर हम अपने बच्चों को आलोचना का सही ढंग से सामना करना सिखाएं, तो इससे उनका आत्मविश्वास न केवल मजबूत होगा बल्कि वे हर परिस्थिति को बेहतर तरीके से डील करना सीख जाएंगे।
आलोचना से घबराना नहीं, सीखना है
बच्चों को यह सिखाना जरूरी है कि आलोचना का मतलब केवल कमियां निकालना नहीं होता। असल में, यह उन्हें सुधारने और बेहतर बनने के अवसर प्रदान करता है।
जब बच्चे आलोचना को इस दृष्टिकोण से देखते हैं, तो वे न केवल आत्मविश्वास से भर जाते हैं, बल्कि अपने इरादों में भी दृढ़ हो जाते हैं।
आलोचना से सीखने का अवसर बनाएं
आपको बच्चों को यह समझाना चाहिए कि आलोचना से घबराने की बजाय, उन्हें इसे एक सीखने का अवसर मानना चाहिए। जब कोई उनकी आलोचना करता है, तो यह उन्हें अपनी गलतियों से सीखने और उन्हें सुधारने का मौका देता है।
आलोचना का सही अर्थ समझाएं
बच्चों को यह समझाएं कि आलोचना केवल कमियां बताने के लिए नहीं होती, बल्कि इसे सुधारने और प्रगति करने का एक तरीका माना जाना चाहिए। उन्हें सिखाएं कि कमियों को सकारात्मक तरीके से लें और खुद को सुधारने की दिशा में कदम बढ़ाएं।
आलोचना को कैसे लें पॉजिटिवली
बच्चों को सिखाएं कि जब भी कोई उनकी आलोचना करे, तो उसे शांत होकर सुनें और ध्यान दें। यह आदत न केवल उन्हें समझदार बनाएगी, बल्कि उन्हें यह भी सिखाएगी कि कहां उन्हें सुधार की जरूरत है।
सहायता लेने की हिम्मत बनाए रखें
अगर बच्चे को आलोचना समझने में कठिनाई होती है, तो उसे मदद मांगने से न हिचकिचाने की सलाह दें। यह आदत उसे आलोचना को सकारात्मक रूप से समझने और आगे बढ़ने में मदद करेगी।
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सही तरीके से प्रतिक्रिया दें
बच्चों को सिखाएं कि आलोचना मिलने पर वे कह सकते हैं:
“थैंक्यू फॉर योर फीडबैक, मैं आपकी बात पर ध्यान दूंगा।”
“हो सकता है मैंने गलती कर दी हो, क्योंकि मैं अभी सीख रहा हूं।”
“ये आपका ओपिनियन हो सकता है, लेकिन मैं अपने स्ट्रेंथ को जानता हूं।”
“मुझे पता है कि मैं हर चीज में परफेक्ट नहीं हूं, इट्स ओके।”
अगर बच्चा किसी बात से सहमत नहीं है, तो सिखाएं कि वे यह कहें:
“मैं आपकी बात से सहमत नहीं हूं, लेकिन मैं आपके विचार की इज्जत करता हूं।”
बच्चों को आलोचना सहन करने और इससे सीखने का सही तरीका सिखाने से उनका आत्मविश्वास मजबूत होता है।
उन्हें सिखाएं कि आलोचना से घबराने की बजाय, इसे सकारात्मक रूप से लें और इसे एक अवसर समझकर खुद को बेहतर बनाएं।