Health News: मानसून के जाते ही वायरल फीवर के मामलों में भारी इज़ाफा, डॉक्टर अमिताभ जैन ने दी ये हिदायत
Health News: मानसून के जाते ही मानो वायरल जैसे मामलों का इजाफा दिन प्रतिदिन सिविल अस्पताल पांवटा साहिब में देखने को मिल रहा है।
Health News: मानसून के जाते ही वायरल फीवर के मामलों में भारी इज़ाफा, डॉक्टर अमिताभ जैन ने दी ये हिदायत
Health News: इन्फ्लूएंजा, डेंगू, स्क्रब टाइफस जैसे तमाम वायरस बच्चों को संक्रमित कर रहे हैं। डेंगू और चिकनगुनिया एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से होता है, जो साफ पानी में पैदा होता है।
एनोफिलीज मच्छर मलेरिया की वजह बनता है जोकि ताजे और गंदे पानी दोनों में प्रजनन कर सकता है।
क्या है वायरल फीवर, यह अभी क्यों फैल रहा है ?
मानसून के बाद का डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया जैसे वेक्टर जनित रोग बड़े पैमाने पर फैलते हैं। अस्पतालों में अधिकांश बुखार वायरल आज अधिकांश बुखार वायरल हैं चाहे इन्फ्लुएंजा हो या डेंगू. ये बुखार आपको बहुत कमजोर और सुस्त महसूस कराते हैं।
सिविल हॉस्पिटल पांवटा साहिब के बाल विशेषज्ञ डॉक्टर अमिताभ जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि सिविल अस्पताल पांवटा साहिब में हर रोज करीब 150 से 200 मरीज वायरल फीवर के आ रहे हैं। जिनमें से 15 से 20 लोग डेंगू मलेरिया की चपेट में होते हैं।
बचाव के लिए उठाएं ये कदम
वायरल जैसे फीवर या डेंगू मलेरिया की चपेट में खुद को आने से रोकने के लिए पानी का भरपूर मात्रा में सेवन करने एवं मक्खी मच्छर वाले स्थान से दूर रहने के लिए सलाह दी है
डॉ जैन ने बताया कि वायरल बुखार की चपेट में लगभग छोटे बच्चे आ रहे हैं और यह बुखार बच्चों के शरीर को पूरी तरह से तोड़ रहा है। आए दिन सिविल अस्पताल में डेढ़ सौ मरीज वायरल फीवर के हैं तो उनमें से 100 मामले बच्चों से जुड़े हैं।
उन्होंने बताया कि वायरल बुखार से बचने के लिए साफ सुथरा खान पान अनिवार्य है। डेंगू मलेरिया से बचाव के लिए मच्छरों से दूर रहना ही एकमात्र बचाव है क्योंकि मानसून के जाते ही मच्छरों की संख्या में एकदम इजाफा होता है और इसके काटने से तुरंत ही आप डेंगू की चपेट में आ जाते हैं।
कई बार हम डेंगू मलेरिया जैसी बीमारी को आम वायरल समझ कर अनदेखा कर देते हैं। लेकिन यदि समय रहते इसका इलाज ना हो तो इसका खामियाजा आपको भुगतना पड़ सकता है। इसलिए खुद को ऐसे संक्रमणों से बचने के लिए सुरक्षित रखें साफ सुथरा रखें।