Himachal Electricity Rate: हिमाचल में 20 फीसदी बढ़ जाएगा बिजली का बिल! बढ़ी हुई दरें तत्काल प्रभाव से लागू! कौन होगा सीधा प्रभावित देखें पूरी डिटेल
Himachal Electricity Rate: हिमाचल प्रदेश सरकार ने हाल ही में औद्योगिक क्षेत्रों में बिजली की दरों में वृद्धि की है, जिससे उद्योगपतियों में निराशा की लहर है।
Himachal Electricity Rate: हिमाचल में 20 फीसदी बढ़ जाएगा बिजली का बिल! बढ़ी हुई दरें तत्काल प्रभाव से लागू! कौन होगा सीधा प्रभावित देखें पूरी डिटेल
पहले जहां बिजली 4.20 रुपये प्रति यूनिट की दर से मिलती थी, वहीं अब इसे बढ़ाकर 5.06 रुपये प्रति यूनिट कर दिया गया है। इससे विद्युत बिलों में लगभग 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
Himachal Electricity Rate: बिजली की बढ़ी दरों का प्रभाव
नई दरों के अनुसार, उद्योगों को अब प्रति यूनिट 86 पैसे अधिक देने होंगे। इसके अलावा, बिजली पर ड्यूटी शुल्क भी 11 प्रतिशत से बढ़ाकर 19 प्रतिशत कर दिया गया है। इस वृद्धि से उद्योगों की लागत में अचानक वृद्धि हुई है, जिससे उनकी प्रतिस्पर्धा क्षमता पर असर पड़ रहा है।
Himachal Electricity Rate: उद्यमियों की प्रतिक्रिया
उद्यमियों ने इस बढ़ोतरी पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है। उनका मानना है कि बढ़ी हुई दरें उनके व्यवसाय पर बुरा प्रभाव डालेंगी और इससे उद्योगों का पलायन भी हो सकता है। उद्यमियों ने सरकार से मांग की है कि वे इस वृद्धि को पुनर्विचार करें और उन्हें राहत प्रदान करें।
Himachal Electricity Rate: उद्योगों की समस्याएं और सुझाव
उद्यमियों ने बताया कि बिजली दरों में वृद्धि के कारण उत्पादन लागत बढ़ रही है, जिससे क्षेत्रीय प्रतिस्पर्धा में उनका स्थान कमजोर हो रहा है।
इससे न केवल उद्योगों की स्थिरता पर असर पड़ता है, बल्कि रोजगार सृजन में भी बाधा आती है।
उद्यमियों ने यह भी उल्लेख किया कि बिजली आपूर्ति की गुणवत्ता में सुधार की आवश्यकता है, जिससे उन्हें सतत और विश्वसनीय ऊर्जा मिल सके।
उद्यमियों ने सरकार से बिजली दरों में वृद्धि पर पुनर्विचार करने और छोटे उद्योगों को इसमें विशेष रियायत देने की मांग की है।
वे चाहते हैं कि प्रतिमाह उद्यमियों और संबंधित अधिकारियों के बीच बैठकें हों, ताकि उद्योग संबंधी समस्याओं पर समय पर चर्चा हो सके।
इसके अलावा, उद्यमियों ने मांग की है कि मुख्यमंत्री के साथ भी उनकी छमाही बैठक निर्धारित की जाए, जिससे उद्योग जगत की आवाज सरकार तक पहुँच सके।
सारांश: हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा औद्योगिक इकाइयों में बिजली की दरों में की गई बढ़ोतरी ने उद्योग जगत में चिंता और निराशा की लहर पैदा कर दी है।
उद्यमियों ने बढ़ती लागत, प्रतिस्पर्धा में कमी और बिजली आपूर्ति की गुणवत्ता की कमी को लेकर अपनी चिंताएं व्यक्त की हैं। उनका कहना है कि ये कारक उनके व्यावसायिक स्थिरता पर गंभीर प्रभाव डाल रहे हैं।
इसके अतिरिक्त, उद्योगों के पलायन और रोजगार के अवसरों में कमी का भी डर है। उद्यमी इस समस्या के समाधान के लिए सरकार से संवाद और सहयोग की मांग कर रहे हैं।
उन्होंने सरकार से अपील की है कि वह बिजली की दरों में वृद्धि को पुनर्विचार करें और इसके साथ ही बिजली आपूर्ति की गुणवत्ता में सुधार करें।
उद्यमी समुदाय चाहता है कि उनके साथ नियमित बैठकें हों और उनकी समस्याओं को समझा जाए, ताकि वे अपने व्यवसाय को स्थायित्व दे सकें और आगे बढ़ा सकें।
इसके अलावा, उन्होंने बिजली की उचित दरों और बेहतर आपूर्ति के जरिए उद्योगों के समर्थन की बात कही है, जिससे हिमाचल प्रदेश का औद्योगिक विकास संभव हो सके।