Himachal Health Alert: हिमाचल प्रदेश में कोरोना का खतरा फिर से? नए मामलों ने बढ़ाई चिंता! प्रदेश में क्या हैं तैयारियाँ देखें पूरी रिर्पोट
Himachal Health Alert: हिमाचल प्रदेश में कोरोना के प्रकोप को देखते हुए, राज्य सरकार ने नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
Himachal Health Alert: हिमाचल प्रदेश में कोरोना का खतरा फिर से? नए मामलों ने बढ़ाई चिंता! प्रदेश में क्या हैं तैयारियाँ देखें पूरी रिर्पोट
जिन लोगों को सर्दी, खांसी या इन्फ्लुएंजा जैसे गंभीर लक्षण हैं, उनका कोरोना परीक्षण किया जाएगा। इस आदेश के तहत, मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य सचिव, एम. सुधा देवी ने बताया कि इस दिशा में पहले ही कई कदम उठाए जा चुके हैं।
जिला स्वास्थ्य संस्थानों में 13 से 17 दिसंबर तक कोविड ड्रिल का आयोजन हो चुका है, जिससे कोविड के मामलों पर नजर रखी जा सके।
खास तौर पर, मंडी मेडिकल कॉलेज में एक उन्नत इंसाकाॅग लैब स्थापित की गई है, जहाँ कोविड के किसी भी वेरिएंट का पता लगाया जा सकता है।
सुधा देवी ने यह भी बताया कि हिमाचल में कोविड की स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है। राज्य के स्वास्थ्य संस्थानों में 8234 बेड, 1187 ऑक्सीजन सपोर्ट वाले आइसोलेशन बेड, 325 आईसीयू बेड, 333 वेंटिलेटर बेड, 795 वेंटीलेटर, 4323 ऑक्सीजन कंसनटेटर, 9650 ऑक्सीजन सिलिंडर, और 50 ऑक्सीजन प्लांट उपलब्ध हैं।
आईजीएमसी में हाल ही में दो नए केस सामने आए हैं। इनमें दो महिला मरीज शामिल हैं, जो जिला सोलन और जिला मंडी से संबंधित हैं।
पहली महिला 50 वर्ष की है और उसे 20 दिसंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, वहीं दूसरी महिला 52 वर्ष की है, जिसे 26 दिसंबर को भर्ती कराया गया।
दोनों महिलाओं में गले में खराश जैसे लक्षण दिखाई दिए थे, और उनके कोविड परीक्षण में पॉजिटिव आया है।
इस संदर्भ में, स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता और जागरूकता बढ़ाई है और जनता से भी स्वास्थ्य दिशा-निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया है।
राज्य सरकार स्थिति पर नज़र रख रही है और सभी जरूरी कदम उठा रही है ताकि कोविड के प्रसार को रोका जा सके। इसके साथ ही, आम जनता को भी स्वयं की सुरक्षा और स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहने की जरूरत है।
इस तरह के कदम राज्य में कोरोना के प्रसार को सीमित करने और जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद करेंगे।
आईजीएमसी समेत अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में सुविधाएँ और संसाधन मजबूत किए जा रहे हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत और प्रभावी उपचार प्रदान किया जा सके।