Himachal Pradesh : नौकरी छोड़ फूलों की खेती से भाग सिंह ने कमाए लाखों, बने आत्मनिर्भर….
नौकरी की भीड़ से हटकर हिमाचल के भाग सिंह ने फूलों की खेती चुनकर आत्मनिर्भरता की मिसाल कायम की है। उनकी मेहनत और सरकारी योजनाओं ने उन्हें सालाना 12 लाख रुपये की कमाई तक पहुंचाया।
गोहर के चरखा गांव के भाग सिंह ने आईटी की नौकरी छोड़ खेती को चुना। शुरू में पारंपरिक फसलों में नुकसान हुआ। फिर बागवानी विभाग के मार्गदर्शन से पॉलीहाउस तकनीक अपनाई।
2020 में तीन पॉलीहाउस लगाकर कार्नेशन फूलों की खेती शुरू की। बाजार में अच्छे दाम मिले। 2022-24 में और पॉलीहाउस जोड़े। अब 1700 वर्ग मीटर में कार्नेशन, स्प्रे कार्नेशन और जिप्सो उगाते हैं।
दिल्ली में फूल बेचकर वे 10-12 लाख रुपये सालाना कमाते हैं। पॉलीहाउस और उपकरणों पर 20 लाख रुपये खर्च हुए, जिसमें 15-16 लाख रुपये सब्सिडी मिली। भाग सिंह सरकार का आभार जताते हैं।
हिमाचल पुष्प क्रांति योजना और एकीकृत बागवानी विकास मिशन से गोहर में 66 किसान फूलों की खेती कर रहे हैं। 2022 से अब तक 60 लाख रुपये सब्सिडी दी गई।
योजना में पॉलीहाउस के लिए 85% और ड्रिप इरिगेशन के लिए 80% सब्सिडी मिलती है। सौर बाड़ के लिए 85% और पुष्प परिवहन में 25% छूट दी जाती है।
निष्कर्ष: भाग सिंह की कहानी युवाओं को प्रेरित करती है। सरकारी योजनाओं और मेहनत से खेती में सफलता संभव है। उनकी राह आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार करती है।