Himachal Pradesh Police: वाह! अब आप भी बन सकते हैं ट्रैफिक हीरो! वालंटियर बनकर बदलें ट्रैफिक व्यवस्था! क्या है हिमाचल पुलिस की अनोखी योजना देखें पूरी डिटेल
Himachal Pradesh Police: हिमाचल प्रदेश में ट्रैफिक प्रबंधन की दिशा में एक नया कदम उठाया गया है। हाल ही में, हिमाचल पुलिस ने ट्रैफिक वालंटियर योजना का शुभारंभ किया है।
इस योजना के तहत, राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में ट्रैफिक पुलिस के साथ साथ अब ट्रैफिक वालंटियर भी यातायात कंट्रोल में हाथ बंटाएंगे। इस उद्यम का मुख्य उद्देश्य यातायात के बेहतर प्रबंधन, सड़क सुरक्षा और जन जागरूकता को बढ़ावा देना है।
इस योजना की सफलता के पश्चात्, इसे राज्य के अन्य जिलों में भी लागू किया जाएगा। सभी जिला पुलिस अधीक्षकों को इस योजना के लिए निर्देश और मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) जारी की गई है।
ट्रैफिक वालंटियर, यातायात व्यवस्था के साथ-साथ पर्यटकों को गाइड करने का भी काम करेंगे। इस स्कीम के अनुसार, राज्य के 18 वर्ष से अधिक आयु के इच्छुक नागरिक यातायात प्रबंधन और जागरूकता में अपनी सेवाएं देंगे।
इन स्वयंसेवकों को विभिन्न यातायात संबंधित कार्यों में योगदान देने का मौका मिलेगा, जिसमें सोशल मीडिया पर यातायात संबंधी जागरूकता पोस्ट साझा करना, यातायात शिक्षा से संबंधित ऑडियो और एनिमेटेड वीडियो तैयार करना शामिल है।
इसके अलावा, स्वयंसेवकों का चयन होने के बाद, उन्हें विशेष ट्रेनिंग भी प्रदान की जाएगी, जिसमें यातायात नियमों, मोटर वाहन नियमों और सड़क सुरक्षा मापदंडों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
इस योजना के तहत, आवेदक की आयु 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए और उनके पास यातायात को नियंत्रित करने और यात्रियों को जागरूक करने की शारीरिक व मानसिक क्षमता होनी चाहिए।
आवेदक के खिलाफ कोई आपराधिक मामला नहीं होना चाहिए और उन्हें अंग्रेजी या हिंदी भाषा तथा ट्रैफिक सिग्नल का अच्छा ज्ञान होना चाहिए।
ट्रैफिक वालंटियर को उनकी पहचान और सुरक्षा के लिए रिफ्लैक्टिव सुरक्षा जैकेट, टोपी और आईडी कार्ड उपलब्ध कराए जाएंगे। इस पर ‘ट्रैफिक वालंटियर’ प्रमुखता से लिखा होगा, ताकि आम जनता उन्हें ट्रैफिक पुलिस से अलग पहचान सके।
ट्रैफिक वालंटियर के रूप में कार्य करने के इच्छुक व्यक्ति फार्म/अंडरटेकिंग भरकर अपना आवेदन जमा कर सकते हैं। इस आवेदन को वे ई-मेल के माध्यम से संबंधित जिले के एसएसपी या एआईजी टीटीआर को भेज सकते हैं।
इसके अलावा, आवेदक जिला ट्रैफिक कंट्रोल रूम या संबंधित पुलिस स्टेशनों में भी अपना फार्म भर सकते हैं।
चयनित उम्मीदवारों को जिला पुलिस लाइन में दो दिन का प्रशिक्षण के लिए बुलाया जाएगा, जहाँ उन्हें यातायात नियमों, मोटर वाहन नियमों और सड़क सुरक्षा मानदंडों पर विशेष जानकारी और प्रशिक्षण दिया जाएगा।
इस पहल के माध्यम से, हिमाचल पुलिस न केवल यातायात प्रबंधन में सुधार कर रही है, बल्कि जन सामान्य में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता भी बढ़ा रही है।
यह योजना नागरिकों को जिम्मेदारी और सेवा की भावना से जोड़ने का एक उत्कृष्ट प्रयास है, जिससे वे समाज में सक्रिय रूप से योगदान दे सकते हैं।
ट्रैफिक वालंटियर योजना से यातायात प्रबंधन में एक नई दिशा की शुरुआत हो रही है, जिससे राज्य में यातायात सुरक्षा और जागरूकता का नया स्तर स्थापित होगा।