HP Govt Latest Decision: सुक्खू सरकार ने स्कूलों में शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति पर ये रोक, 400 शिक्षकों को वापस स्कूलों में भेजने के निर्देश
HP Govt Latest Decision: हिमाचल प्रदेश सरकार ने स्कूलों में शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति पर लगाई रोक। सरकार ने पिछली भाजपा सरकार के समय नियुक्त हुए 400 शिक्षकों को वापस स्कूलों में भेजने के निर्देश दिए।
HP Govt Latest Decision: सुक्खू सरकार ने स्कूलों में शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति पर ये रोक, 400 शिक्षकों को वापस स्कूलों में भेजने के निर्देश
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के निर्देश हैं कि शिक्षकों को स्कूलों में प्रतिनियुक्ति पर नहीं भेजा जाए।
कई शिक्षक प्रतिनियुक्ति पर रहते हुए विद्यार्थियों को पढ़ाने की जगह दफ्तरों में काम कर रहे हैं। इससे प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी का समस्या बढ़ती जा रही है।
सरकार अब इन शिक्षकों को दूरदराज और दुर्गम क्षेत्रों के स्कूलों में भेजकर रिक्त पदों की कमी को पूरा करने की कोशिश करेगी।
रिक्त पदों की कमी को पूरा करने की कोशिश करेगी। इसके लिए सरकार ने शिक्षा विभाग को जल्द से जल्द रिक्त पदों की सूची तैयार करने का निर्देश दिया है।
नियुक्तियाँ त्वरित ढंग से की जाएंगी और शिक्षकों को उनके योग्यता और अनुभव के आधार पर चयनित किया जाएगा।
इसके अलावा, सरकार नई शिक्षा नीति का परिचय करके शिक्षा प्रणाली में सुधार लाने के प्रयास कर रही है, जो शिक्षकों की कमी को दूर करने में मदद करेगा।
सरकार शिक्षा विभाग को अध्यापकों के प्रशिक्षण और काम के प्रदर्शन की निगरानी के लिए नई प्रणाली विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करेगी।
यहां तक कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों को नियमित रूप से स्कूलों की निगरानी और मूल्यांकन के लिए निर्देश दिए गए हैं, ताकि वे समय-समय पर शिक्षकों के काम की गुणवत्ता को महसूस कर सकें।
इन प्रयासों के माध्यम से, सरकार उम्मीद करती है कि शिक्षकों की कमी को कम किया जा सकेगा और विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के लिए सभी संभव प्रयास किए जाएंगे। शिक्षकों की कमी के कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
इस मुद्दे को संभालने के लिए सरकार शिक्षकों की गुणवत्ता और क्षमता को मजबूत करने पर ध्यान देगी, ताकि विद्यार्थियों को उच्चतर शिक्षा मिल सके।
सरकार ने शिक्षा क्षेत्र में नवाचार की बढ़ोतरी के लिए नई योजनाओं और पहलों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया है। विद्यार्थियों के लिए अध्ययन सामग्री, ई-लर्निंग और विभिन्न विषयों में विशेषज्ञ शिक्षकों की उपलब्धता को सुनिश्चित करने के लिए नीतियां बनाई जाएंगी।