HP News Update: हिमाचल में मनरेगा बजट संकट! सीमेंट बजट के आभाव रुके विकास कार्य! एक क्लिक में देखें पूरी डिटेल
HP News Update: हिमाचल प्रदेश में मनरेगा योजना के अंतर्गत आने वाले कई विकास कार्य वर्तमान में बजट की कमी के कारण रुके हुए हैं।
इस कमी का मुख्य कारण सीमेंट और अन्य निर्माण सामग्री के लिए धनराशि का समय पर जारी न होना है।
ऐसे में, राज्य के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू द्वारा मनरेगा के लिए घोषित किए गए 1,000 करोड़ रुपये के विशेष पैकेज का इंतजार है।
HP News Update: हिमाचल में मनरेगा बजट संकट! सीमेंट बजट के आभाव रुके विकास कार्य! एक क्लिक में देखें पूरी डिटेल
इस वित्तीय रुकावट के कारण, प्रतिरक्षा दीवारें जैसे महत्वपूर्ण कार्यों पर भी बाधा आ रही है, जिसका सीधा प्रभाव आपदा प्रबंधन और राहत कार्यों पर पड़ रहा है। यह विलंब सर्दियों में इन कार्यों को और भी जटिल बना देगा।
राज्य की कई पंचायतें मैटरियल कंपोनेंट के लिए बजट की प्रतीक्षा कर रही हैं, जबकि लेबर कंपोनेंट के लिए धनराशि जारी की जा रही है।
वहीं, केंद्र से बजट जारी न होने और लेबर व मैटरियल कंपोनेंट के अनुपात की असमानता को इसके लिए जिम्मेदार बताया जा रहा है। बजट का 60% लेबर और 40% मैटरियल पर खर्च होना है।
राज्य ग्रामीण विकास विभाग के अनुसार, हालांकि, करीब 15 करोड़ रुपये की राशि हाल में जारी की गई है और जरूरतमंद ब्लॉकों में इसे प्राथमिकता के आधार पर पहुँचाया जा रहा है।
निदेशक ऋग्वेद मिलिंद ठाकुर का कहना है कि जिन ब्लॉकों में लेबर और मैटरियल के अनुपात का सही प्रबंधन नहीं हो रहा है, वहीं पर समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।
इसलिए, बजट की कमी वाले स्थानों को प्राथमिकता दी जा रही है ताकि विकास कार्यों में गति लाई जा सके और निर्माण कार्यों में देरी से उत्पन्न होने वाले व्यवधानों को कम किया जा सके।