HRTC कंडक्टर भर्ती: HRTC कंडक्टर भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थियों के लिए हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग ने जारी किए ये निर्देश! अगर नहीं किया पालन तो आ जाएगी बड़ी दिक्कत! देखें पूरी डिटेल
HRTC कंडक्टर भर्ती: हिमाचल प्रदेश लोकसेवा आयोग ने हाल ही में एक निर्देशिका जारी की है। जिसमें हिमाचल पथ परिवहन निगम में कंडक्टर पद के लिए उम्मीदवारों को एग्जामिनेशन फीस सात दिनों में जमा करने के लिए कहा गया है।
HRTC कंडक्टर भर्ती: HRTC कंडक्टर भर्ती परीक्षा के अभ्यर्थियों के लिए हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग जारी किए ये निर्देश! अगर नहीं किया पालन तो आ जाएगी बड़ी दिक्कत! देखें पूरी डिटेल
यह निर्देश खासतौर पर उन 968 उम्मीदवारों के लिए है, जिन्होंने अभी तक अपनी परीक्षा फीस जमा नहीं की है।
आयोग के सचिव ने उम्मीदवारों को जानकारी दी है कि जिन्होंने पहले ही फीस जमा कर दी है, वे इसकी रसीद के प्रमाण के रूप में आयोग को प्रेषित करें। और जिन्होंने फीस जमा नहीं की है, वे 31 अगस्त तक जमा कर सकते हैं।
यह भी जानकारी मिली है कि 968 उम्मीदवारों में से 620 ऐसे हैं, जिन्होंने पिछले वर्ष 24 सितंबर को हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग के जरिए आवेदन किया था। वहीं, शेष 368 उम्मीदवार लोकसेवा आयोग के माध्यम से भर्ती में शामिल होने के लिए आवेदन कर चुके हैं।
आयोग की उच्च अधिकारियों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया के दौरान इन उम्मीदवारों की एग्जामिनेशन फीस जमा नहीं हो पाई।
इसके अतिरिक्त, जानकारी मिली है कि 360 पदों पर भर्ती के लिए आयोग में कुल 32,000 से अधिक आवेदन प्राप्त हो चुके हैं।
हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग ने पिछले वर्ष इसी पद के लिए भर्ती विज्ञापित की थी, जिसके बाद उस आयोग का भंग हो जाने के कारण एचपीपीएससी ने इस भर्ती की जिम्मेदारी संभाली।
आयोग ने उम्मीदवारों को फीस जमा करने के लिए 25 से 31 अगस्त तक का समय दिया है और इस अवधि में आयोग का पोर्टल खुला रहेगा, ताकि उम्मीदवार अपनी फीस आसानी से जमा कर सकें।
आखिरकार, हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग ने जिन उम्मीदवारों की फीस पहले ही जमा कर ली गई थी, उनकी सूचना और डेटा वेबसाइट से एक सीडी के माध्यम से हिमाचल प्रदेश लोकसेवा आयोग को प्रेषित किया गया था।
इसका मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि वे उम्मीदवार जो पहले ही अपनी फीस जमा कर चुके हैं, उन्हें दोबारा फीस जमा करने की अनावश्यकता न हो।
इस प्रक्रिया के माध्यम से, आयोग ने सुनिश्चित किया कि जो उम्मीदवार पहले ही फीस जमा कर चुके हैं, उन्हें बिना किसी परेशानी के एग्जामिनेशन में भाग लेने की अनुमति मिले।
इससे उम्मीदवारों की बहुत सारी समस्याएँ भी दूर हो गईं और उन्हें विश्वास हुआ कि उनकी मेहनत और पैसा बर्बाद नहीं हुआ।