IGMC शिमला में MBBS दाखिले संबंधित बड़ा फर्जीवाडा, आरोपी हिरासत में, पढ़ें क्या है पूरा मामला
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में फर्जी दस्तावेजों से दाखिला लेने का मामला सामने आया है।
अपको बता दें कि आरोपी पिछले दो महीनों से मेडिकल कॉलेज में कक्षाएं भी लगा रहा था। नेशनल मेडिकल काउंसिल (एनएमसी) ने जब रिकॉर्ड खंगाला तो फर्जी दाखिले का खुलासा हुआ और आरोपित पकड़ में आया।
वहीं,आइजीएमसी के प्रिंसिपल की शिकायत पर आरोपी के विरुद्ध शिमला के थाना सदर में आईपीसी की धारा 420, 467 व 471 के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले में आरोपी की पहचान घुमारवीं निवासी कार्तिक शर्मा के तौर पर हुई है।
शिकायत के मुताबिक कार्तिक शर्मा को राज्य कोटा के तहत एमबीबीएस कोर्स में पहले दौर की काउंसलिंग के दौरान प्रवेश मिला है और 3 नवम्बर 2022 को अटल मेडिकल रिसर्च यूनिवर्सिटी नेरचैक मंडी द्वारा आईजीएमसी मेडिकल कॉलेज आवंटित किया गया था।
बता दें कि कार्तिक शर्मा का एनएमसी ऑनलाइन पोर्टल पर डेटा अपलोड करते समय सामने आया है कि रोल नंबर, नाम, स्कोर कार्ड और एनईईटी यूजी स्कोर कार्ड की बाकी सामग्री एनएमसी वेबसाइट में पहले से अपलोड की गई जानकारी से मैच नहीं हुई।
जांच में सामने आया है कि आरोपी छात्र ने नेट की वेबसाइट पर घोषित हुए रिजल्ट में से 1 छात्र का सर्टिफिकेट डाउनलोड कर उसमें फेरबदल कर अपने नकली दस्तावेज तैयार किए थे। जिसके आधार पर वह काउंसलिंग में गया वह उसका नंबर भी एमबीबीएस के कोर्स के लिए आ गया।
आपको बता दें कि काउंसलिंग का पूरा रिकॉर्ड नेशनल मेडिकल काउंसिल को जमा करवाना होता है, NMC की जांच में पाया गया कि एडमिशन फर्जी है। जिसकी सूचना उन्होंने कॉलेज को दी जिसके आधार पर आईजीएमसी प्रशासन ने इसकी जांच कर छात्र का रिकॉर्ड खंगाला और इस बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा किया।
वहीं, मामले की पुष्टि करते हुए एसपी सुनील नेगी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है तथा आगामी कार्यवाही शिमला पुलिस द्वारा पेश में लाई जा रही है।