
Dhanteras Gold investment 2025: इस धनतेरस फिजिकल गोल्ड या ETF गोल्ड! कौन सा निवेश है ज्यादा फायदेमंद और सुरक्षित
Dhanteras Gold investment 2025: धनतेरस का त्योहार भारत के लोगों के लिए केवल समृद्धि और शुभारंभ का प्रतीक ही नहीं बल्कि यह सोने और चांदी की खरीदारी का दिन भी है। इस दिन सोना खरीदना अत्यंत शुभ माना जाता है क्योंकि यह साक्षात देवी लक्ष्मी को आमंत्रण होता है।

Dhanteras Gold investment 2025: इस धनतेरस फिजिकल गोल्ड या ETF गोल्ड! कौन सा निवेश है ज्यादा फायदेमंद और सुरक्षित
परंतु आज के डिजिटल दौर में लक्ष्मी देवी को आमंत्रित करने का तरीका भी बदल गया है। पहले लोग सोने के गहने, सिक्के या सोने के बिस्किट खरीदते थे परंतु अब यह खरीदारी Gold ETF में बदल गई है। हालांकि दोनों का मकसद एक ही है माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करना।
ऐसे में सवाल यह उठता है कि धनतेरस के दिन पारंपरिक फिजिकल गोल्ड में निवेश करें या डिजिटल गोल्ड ETF में निवेश करें? हालांकि दोनों के अपने-अपने फायदे और सीमाएं हैं। फिजिकल गोल्ड जहां परंपराओं और भावनाओं से जुड़ा है। वही गोल्ड ETF सुरक्षा पारदर्शिता और इन्वेस्टमेंट को दर्शाता है। और आज के इस लेख में हम आपको इसी के बीच अंतर, फायदे, नुकसान और समझदारी भरा निर्णय का रास्ता बताएंगे ताकि आप पर महादेवी लक्ष्मी की कृपा बनी रहे।

क्या है फिजिकल गोल्ड के फायदे और नुकसान
● फिजिकल गोल्ड यानी असली सोने की आभूषण जो न केवल निवेश के रूप में देखा जाता है बल्कि भारत में इस भावनात्मक विरासत भी माना जाता है।
● इसका सबसे बड़ा फायदा है कि यह आपके पास वास्तविक रूप में होता है।
● यह किसी डिजिटल फाइल या अकाउंट में कैद नहीं होता आप जब चाहे इसका उपयोग कर सकते हैं। परंतु इसके कुछ नुकसान भी होते हैं जैसे कि इसमें मेकिंग चार्ज और GST लागत बढ़ जाती है।
● हमेशा इसकी सुरक्षा की चिंता सताती है और बेचने पर शुद्धता और रेट की जांच करनी पड़ती है।
Gold ETF के फायदे और नुकसान
● गोल्ड ETF यानी सोने का एक्सचेंज क्रेडिट फंड जो कि सीधा शेयर बाजार में ट्रेड होता है।
● इसकी कीमत सोने के दाम से जुड़ी होती है जहां आप डिमैट अकाउंट के जरिए सोने में निवेश करते हैं। परंतु यहां आपको सोना छूने या संभालने के लिए नहीं मिलता केवल दस्तावेजों में आपके नाम पर सोना दर्ज होता है।
● इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें चोरी होने या गुम होने का डर नहीं।
● इसे खरीदना और बेचना काफी आसान है जो कि कुछ ही सेकंड में हो जाता है।
● कोई मेकिंग चार्ज और शुद्धता की गारंटी का झंझट नहीं।
● आपको इसे खरीदने के लिए लंबा निवेश नहीं करना पड़ता बल्कि आप 1000 या 2000 से भी शुरू कर सकते हैं।
दोनों में असली फर्क क्या है
● दोनों की तुलना करें तो कीमत का आधार दोनों का सबसे बड़ा फर्क है।
● गोल्ड ETF में अंतरराष्ट्रीय सोने की दर लागू होती है वहीं फिजिकल गोल्ड में बाजार दर लागू होती है।
● गोल्ड ईटीएफ में अतिरिक्त खर्च केवल 0.5% लगता है वही फिजिकल गोल्ड में मेकिंग चार्ज, जीएसटी इत्यादि देना पड़ता है।
● गोल्ड ETF में आप ऑनलाइन एप से खरीने और बेचने का काम कर सकते हैं वही फिजिकल गोल्ड में खरीदना और बेचना दोनों ही मुश्किल होता है।
निष्कर्ष
कुल मिलाकर निवेश के लिहाज से GOLD ETF बेहतर और किफायती विकल्प है। आप चाहें तो,
● Nippon India GOLD ETF
● Invesco India GOLD ETF
● HDFC GOLD ETF
जैसे म्युचुअल फंड हाउस के माध्यम से निवेश आरंभ कर सकते हैं। अथवा Groww या Zerodha जैसेवएप के माध्यम से गोल्ड ETF में स्वयं निवेश कर सकते हैं।

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