LIC News Update: एलआईसी एजेंट्स और कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशखबरी! सरकार ने किए ये बड़ा ऐलान! एक क्लिक में देखें पूरी डिटेल
LIC News Update: हाल ही में वित्त मंत्रालय ने भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के एजेंट और कर्मचारियों के लाभ के लिए ग्रैच्यूटी सीमा और पारिवारिक पेंशन में वृद्धि सहित कई कल्याणकारी उपायों को सोमवार को मंजूरी प्रदान कर दिया है।
LIC News Update: एलआईसी एजेंट्स और कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशखबरी! सरकार ने किए ये बड़ा ऐलान! एक क्लिक में देखें पूरी डिटेल
वित्त मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, यह कल्याणकारी उपाय एलआईसी (एजेंट) विनियम 2017 में संशोधन, ग्रैच्यूटी सीमा में वृद्धि और पारिवारिक पेंशन की समान दर आदि से संबंधित है।
LIC News Update: LIC Agents के लिए सबसे बड़ी खुशखबरी
सरकार के द्वारा बयान में इसका विवरण साझा करते हुए कहा गया कि मंत्रालय ने एलआईसी एजेंट के लिए ग्रैच्युटी सीमा को तीन लाख रुपये से बढ़ाकर पांच लाख रुपये करने को मंजूरी प्रदान किया है। जिसका मकसद उनके लिए कामकाजी परिस्थितियों और लाभ में पर्याप्त सुधार लाना है।
इससे फिर नौकरी पर रखे गए एजेंट के नवीनीकरण कमीशन के तहत पात्र होने का भी प्रावधान को शामिल किया गया है। जिससे उनकी वित्तीय स्थिति में सुधार होने की संभावना है।
अब एलआईसी एजेंट पुरानी एजेंसी के तहत पूरे किए गए किसी भी कार्य के आधार पर नवीनीकरण कमीशन के लिए पात्र नहीं हो सकते है।
LIC News Update: बीमा कवर का मिलेगा फायदा
हाल ही में आए बयान के अनुसार, एजेंट के सावधि बीमा कवर की मौजूदा सीमा 3,000- 10,000 रुपये से बढ़ाकर 25,000- 1,50,000 रुपये कर दी गई है।
सावधि बीम में इस वृद्धि से वे एजेंट जो अब इस दुनिया में नहीं हैं उनके परिवारों को काफी फायदा होने की संभावना है, इससे उन्हें अधिक महत्वपूर्ण कल्याणकारी लाभ मिल सकेगा।
एलआईसी कर्मचारियों के संबंध में मंत्रालय ने परिवारों के कल्याण के लिए 30 प्रतिशत की एक समान दर पर पारिवारिक पेंशन को भी मंजूरी प्रदान की है।
आपके जानकारी के लिए बता दे कि 13 लाख से अधिक एजेंट तथा एक लाख से अधिक नियमित कर्मचारी इन कल्याणकारी उपायों से लाभान्वित हो पाएंगे, जो एलआईसी के विकास और भारत में बीमा पैठ को गहरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है।
जान लें कि वर्ष 1956 में पांच करोड़ रुपये की शुरुआती पूंजी के साथ स्थापित एलआईसी के पास 31 मार्च, 2023 तक 40.81 लाख करोड़ रुपये की जीवन निधि के साथ 45.50 लाख करोड़ रुपये का परिसंपत्ति आधार था।