Mutual Fund Investment: मल्टी एसेट एलोकेशन या गोल्ड ETF! जानिए किसमें है ज़्यादा फायदा
Mutual Fund Investment: निवेश की दुनिया में हर एक दौर अपनी चुनौतियों और अपना अवसर लेकर आता है। कभी शेयर बाजार की तेजी निवेशकों को अपनी ओर आकर्षित करती है तो कभी शेयर बाजार की अस्थिरता निवेशकों को अन्य विकल्पों के बारे में सोचने पर मजबूत कर देती है।
Mutual Fund Investment: मल्टी एसेट एलोकेशन या गोल्ड ETF! जानिए किसमें है ज़्यादा फायदा
इन सबके बीच हमेशा से कुछ निवेश विकल्प भरोसेमंद माने जाते हैं और वह है गोल्ड इन्वेस्टमेंट या मल्टी फ़ंड एलोकेशन। जी हां, इन दोनों पोर्टफोलियो में इंवेस्टमनेट करना सबसे बेहतरीन तरीका माना जाता है।
हालांकि, कई निवेशकों को संशय होता है कि वह मल्टी ऐसेट एलोकेशन फंड के विकल्प चुने जिसमें इक्विटी, डेब्ट या गोल्ड का मिश्रण हो या फिर गोल्ड ETF पर भरोसा करें जो सीधे-सीधे सोने की कीमत से जुड़ा हो और आज के इस लेख में हम आपको वर्ष 2025 के एनालिसिस से यही बताने वाले हैं कि दोनों में से कौन से विकल्प आपके लिए फायदेमंद हो सकते हैं क्योंकि दोनों ही विकल्प के अपने फायदे और अपनी सीमाएं हैं।

क्या है मल्टी ऐसेट एलोकेशन फंड?
● मल्टी ऐसेट एलोकेशन फंड एक ऐसा फंड होता है जो इक्विटी, डेट इंस्ट्रूमेंट और कमोडिटीज में निवेश का विकल्प प्रदान करता है।
● इस फंड का सबसे बड़ा फायदा होता है कि फंड मैनेजर इसे संतुलित रखते हैं।
● एक ही फंड में इक्विटी, डेब्ट और सोना शामिल होता है जो आपको जोखिम से दूर रखते हैं।
● वहीं यदि इक्विटी मार्केट कमजोर हो जाए तो कमोडिटीज या डेट इंस्ट्रूमेंट संतुलन बना देते हैं।
● हालांकि इसके अपने नुकसान भी है क्योंकि मल्टी ऐसेट फंड इक्विटी बेस्ड होते हैं जिसमें जोखिम बहुत ज्यादा होता है।
● इस फंड में मैनेजमेंट शुल्क भी बहुत अधिक होता है और सोने के हिस्सेदारी 10% से कम होती है।
क्या है गोल्ड ETF ?
● गोल्ड ETF यानी एक्सचेंज ट्रेडेड फंड जो शुद्ध रूप से सोने में निवेश करता है, लेकिन इस फंड में भौतिक सोना खरीदने की जिम्मेदारी नहीं होती बल्कि इसे स्टॉक की तरह एक्सचेंज में खरीदा जा सकता है।
● गोल्ड ETF का सबसे बड़ा फायदा इसका एक्सपेंस रेशों होता है जो की 0.3 से 0.80% के बीच होता है।
● यह शेयर की तरह कभी भी खरीदे बेचे जा सकते हैं इसके अलावा ETF की वैल्यू मार्केट में जब भी घटती बढ़ती है इसकी खबर सीधे ग्राहक तक पहुंचती है।
● सबसे बड़ी बात इसमें सुरक्षित स्टोर शुद्धता इत्यादि की चिंता नहीं करनी पड़ती।
● हालांकि इसका एकमात्र नुकसान है कि जब भी सोने का मार्केट गिरेगा निवेश की वैल्यू कमजोर हो जाएगी
कौन सा विकल्प है निवेश के लिए बेहतर
● उपरोक्त बताएं दोनों ही निवेश विकल्प ग्राहक की प्राथमिकता, जोखिम के लेने की क्षमता और निवेश के उद्देश्य पर निर्भर करते हैं।
● हालांकि यदि ग्राहक कम प्रबंधन शुल्क और बेहतर रिटर्न हासिल करना चाहता है तो गोल्ड ETF सर्वश्रेष्ठ है।
● परंतु फंड में डायवर्सिफिकेशन चाहता है तो मल्टी ऐसेट एलोकेशन फंड फायदेमंद है।
● हालांकि वर्ष 2025 गोल्ड ETF के निवेश के लिहाज से काफी बेहतरीन विकल्प है क्योंकि दिन-ब-दिन सोने के रेट बढ़ते जा रहे हैं।
● परंतु मार्केट की अस्थिरता का कुछ कहा नहीं जा सकता ऐसे में निवेशक के लिए जरूरी है कि वह दोनों निवेश विकल्पों में डायवर्सिफिकेशन के साथ निवेश करें।
निष्कर्ष
कुल मिलाकर निवेशक यदि जोखिम लेने में सक्षम है और लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट कर फायदा प्राप्त करना चाहते हैं तो गोल्ड ETF बेहतरीन विकल्प हो सकता है। हालांकि इसमें निवेश करने के बाद निवेशक को मार्केट पर नजर बनाए रखना अनिवार्य है। अन्यथा मल्टी ऐसेट एलोकेशन में फंड मैनेजर पर पूरी जिम्मेदारी छोड़ निवेशक निवेश को कंटिन्यू कर सकता है।
दिन भर की ताजा खबरों के अपडेट के लिए WhatsApp NewsGhat Media के इस लिंक को क्लिक कर चैनल को फ़ॉलो करें।

Our passionate journalist at Newsghat, dedicated to delivering accurate and timely news from Paonta Sahib, Sirmaur, and rural areas. With a focus on community-driven stories, we ensures that every report reaches you with clarity and truth. At Newsghat, it’s all about “आपकी बात”!