Mutual Funds Investment Tips: अब म्यूचुअल फंड में निवेश करते वक्त अपनाएं ये टिप्स और हो जाएंगे मालामाल…
Mutual Funds Investment Tips: आज के समय में म्यूचुअल फंड कमाने का सबसे तेज तरीका माना गया है। म्यूचुअल फंड इन्वेस्ट एक ऐसा इंस्ट्रूमेंट है जिसमें निवेशक को उसकी सुविधा के मुताबिक इन्वेस्ट का ऑप्शन मिलता है।
म्युचुअल फंड में आप चाहें तो एकमुश्त निवेश कर सकते हैं या हर महीने सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए मंथली निवेश कर सकते हैं। म्यूचुअल फंड में निवेश करने पर जोखिम भी होता है। लेकिन अगर आप कुछ टिप्स को फॉलो करेंगे तो म्यूचुअल फंड से बढ़िया रिटर्न पा सकते हैं।
Mutual Funds Investment Tips: रिस्क लेने की क्षमता का रखें ध्यान
म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले को एक बोलता है करना होगा और साथ ही यह भी तय करना होगा कि आप रिस्क उठाने के लिए कितना तैयार है।
उदाहरण के लिए अगर आप अगले दस सालों में एक निश्चित अमाउंट बनाना चाहते हैं और आपकी जोखिम उठाने की क्षमता भी ज्यादा है।ऐसे में आप एक ऐसी म्यूचुअल फंड स्कीम चुन सकते हैं जो आपको आपकी जोखिम लेने की क्षमता के अनुसार हाई रिटर्न दे सके और 10 सालों के बाद आपके वित्तीय लक्ष्य को हासिल करने में मदद कर सके।
स्कीम के बारे में रखें पूरी जानकारी
Mutual Funds Investment Tips: जब भी आप किसी ऐसी स्कीम में निवेश करने जा रहे हैं तो पहले उसके बारे में कंप्लीट जानकारी ले लें। फंड सिलेक्ट करने के बाद स्क्रीन की रेटिंग और अन्य पहलुओं पर भी नजर डाल लें।
क्योंकि निवेश करने से पहले आपका इस बात को जानना बहुत जरूरी है कि आप जिस स्कीम में निवेश करने जा रहे हैं उसका रिटर्न कैसा रहेगा, एयूएम क्या होगा पोर्टफोलियो में कौन-कौन सी कंपनियां हैं। अनुमानित रिटर्न, टेन्योर, रिस्क और अन्य पहलुओं को समझना भी अति आवश्यक है।
डायवर्सिफाइड या कन्संट्रेटेड स्कीम
Mutual Funds Investment Tips: एक निवेशक के रूप में आपको डायवर्सिफाइड फंड्स में अपनी कोर होल्डिंग रखनी ही चाहिए और साथ ही कन्संट्रेटेड फंड में अपना कुछ निवेश सप्लीमेंट्री तौर पर करना चाहिए। क्योंकि कई फंड्स के पोर्टफोलियो 50-60 कंपनियों में फैले होते हैं, वहीं कुछ स्कीम्स का काफी कॉम्पैक्ट होता है।
कन्संट्रेटेड पोर्टफोलियो बाजार की रैली में रिटर्न बढ़ा सकता है, लेकिन एक डायवर्सिफाइड फंड मार्केट की गिरावट में मुनाफे को प्रोटेक्ट करता है। ऐसे में आप मार्केट में तेजी और गिरावट दोनों स्थितियों में मुनाफा पा सकते हैं।
पोर्टफोलिया पर रखें नजर
वैसे तो म्यूचुअल फंड लंबी अवधि के लिए होता है,लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि आप सिर्फ निवेश करते रहिये और अपने पोर्टफोलियो पर नजर रही ना रखें। निवेशक होने के नाते समय-समय पर स्कीम और पोर्टफोलियो की समीक्षा करते रहना चाहिए इससे आपको पोर्टफोलियो में बदलाव करने में मदद मिलेगी।