Overdraft Facility: ये जान लेंगे तो 0 बैलेंस पर भी खाते से निकाल सकेंगे पैसा! ऐसे उठाएं Overdraft Facility का लाभ! एक क्लिक में देखें पूरी डिटेल
Overdraft Facility: आमतौर पर देखा जाता है कि लोग यही जानते हैं कि वे अपने बैंक खाते से उतना ही राशि निकाल सकते हैं जितनी राशि अकाउंट में उपलब्ध है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि बैंक या नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) अपने कस्टमर्स को अब एक विशेष सुविधा प्रदान कर रही है। जिसमें कस्टमर बैंक में कम पैसा होने के बावजूद भी ज्यादा पैसा वर्तमान समय में निकाल सकते हैं।
इसे ही ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी (Overdraft Facility) कह जाता है। हम आपको बताते हैं कि क्या है यह ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी तथा यह आपको कैसे मिल सकती हैं?
Overdraft Facility: ये जान लेंगे तो 0 बैलेंस पर भी खाते से निकाल सकेंगे पैसा! ऐसे उठाएं Overdraft Facility का लाभ! एक क्लिक में देखें पूरी डिटेल
Overdraft Facility क्या है ? Overdraft Facility सरकारी और प्राइवेट दोनों बैंकों द्वारा प्रदान किया जाता है। ओवर ड्राफ्ट ग्राहक के सेविंग्स या फिर करंट अकाउंट से लिंक किया जाता है।
आपको मिलने वाले ओवरड्राफ्ट की लिमिट क्या रहेगी? यह बैंक या NBFCs वर्तमान समय मे तय करती है। अलग-अलग बैंकों व NBFCs में यह लिमिट अलग-अलग वर्तमान समय मे होती है।
इसमें आप जितना अमाउंट निकालते है, उसे एक निश्चित अवधि के दौरान चुकाने की आवश्यकता होती है। इस राशि पर थोड़ा ब्याज भी लगता है, और ब्याज डेली बेसिस पर कैलकुलेट किया जाता हैं।
Overdraft Facility: कैसे तय होती है पात्रता
1. उधार लेने वाला व्यक्ति भारत का नागरिक होना अनिवार्य हैं।
2. कर्जदार की उम्र 21 से 65 साल के मध्य होना चाहिए।
3. ओवरड्राफ्ट फैसिलिटी लेने के लिए आपका क्रेडिट स्कोर या फिर सिबिल स्कोर अच्छा होना चाहिए।
4. कुछ बैंक खाताधारक को प्री-अप्रूव्ड सुविधा देते हैं, जबकि कुछ खाताधारक को इसके लिए अलग से आवेदन करना होता है।
5. ओवरड्राफ्ट के लिए सिक्योरिटी के तौर पर FD, शेयर, घर, सैलरी, इंश्योरेंस पॉलिसी आदि को गिरवी रखा जाता है।
6. आपको ओवरड्राफ्ट फैसेलिटी के अप्लाई करने से पहले प्रोसेसिंग फीस के बारे में जानकारी जरूर प्राप्त कर लेना चाहिए, क्योंकि कुछ बैंक इस सर्विस के लिए प्रोसेसिंग फीस भी 50 रूपये से 1500 रुपए तक साल का चार्ज करते है।
Overdraft Facility: ओवरड्राफ्ट का फायदा?
वर्तमान में क्रेडिट कार्ड या फिर दूसरे पर्सनल लोन के मामले में यह काफी सस्ता होता है, और इसमें आपको कम ब्याज देने की आवश्यकता पड़ता है।
दूसरा फायदा यह है कि ओवरड्राफ्ट के माध्यम से आप जितने समय के लिए पैसा ले सकते है, और उतने समय के लिए ही आपको ब्याज देने की आवश्यकता पड़ता हैं।