

Overseas Education Fund Planning: बच्चों की ओवरसीज स्टडी के लिए अभी से करें तैयारी! निवेश की अवधि अनुसार बनाएं रणनीति
Overseas Education Fund Planning: आज के इस दौर में हर माता-पिता का सपना होता है कि उनका बच्चा किसी विदेशी प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी से पढ़े और अपना भविष्य संवारे। परंतु यह काम उतना आसान भी नहीं है क्योंकि इस मामले में केवल इच्छा नहीं बल्कि मजबूत वित्तीय स्थिति ही काम आती है।

Overseas Education Fund Planning: बच्चों की ओवरसीज स्टडी के लिए अभी से करें तैयारी! निवेश की अवधि अनुसार बनाएं रणनीति
बात करें वर्तमान की तो हर वर्ष विदेश में उच्च शिक्षा की लागत 12% की दर से बढ़ रही है। ऐसे यदि आप भी अपने बच्चों को विदेशी शिक्षा उपलब्ध कराना चाहते हैं तो इतनी ही दर से निवेश की शुरुआत भी करनी होगी। जी हां एक समय था जब सेविंग ही भविष्य के लिए काफी मानी जाती थी।
परंतु आजकल स्मार्ट इन्वेस्टमेंट जरूरी हो गई है क्योंकि विदेशी शिक्षा में डॉलर में फीस भरनी पड़ती है और समय के साथ रुपया कमजोर हो रहा है। ऐसे में वर्तमान में यदि किसी कॉलेज में फीस 25 लाख है तो 20 साल में वह डिग्री 1.8 करोड़ की हो जाएगी और इसी के आधार पर आपको निवेश की शुरुआत करनी होगी।

ओवरसीज एजुकेशन हेतु फंड क्रिएशन के मुख्य तत्व
एजुकेशन इन्फ्लेशन: जैसा कि हमने बताया विदेश में शिक्षा का खर्च 12% प्रति वर्ष की दर से बढ़ रहा है जो सामान्य इन्फ्लेशन से कहीं ज्यादा अधिक है।
कम आयु में निवेश आरंभ: यदि आप अपने बच्चों को आज से 20 साल बाद विदेशी शिक्षा के लिए भेजना चाहते हैं तो आपको बच्चे के जन्म के तुरंत बाद ही निवेश शुरू करना होगा ताकि कम राशि में ही बड़ा फंड इकट्ठा हो सके।


फ़ंड का चयन: 20 साल बाद विदेश में पढ़ाई करने के लिए एक बड़े फंड की आवश्यकता होगी जिसके लिए अभिभावकों को विभिन्न विकल्प तलाश करने होंगे और डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो का चयन करना होगा।

फंड का मूल्यांकन: विदेश में पढ़ाई के लिए केवल यूनिवर्सिटी की फीस नहीं बल्कि वहां रहने-खाने, बीमा, किताबें, इत्यादि के खर्च का भुगतान भी करना होता है उसी के आधार पर अतिरिक्त फंड होना भी जरूरी है।
निवेश की अवधि अनुसार रणनीति बनाएं
● यदि बच्चा अभी 0 से 5 साल का है तो 15 से 20 साल की निवेश अवधि सही हो सकती है।
● जिसमें आप इक्विटी, म्युचुअल फंड इंडेक्स फंड, इंटरनेशनल इक्विटी फंड में हर महीने 8000 से 10000 का SIP कर सकते हैं।
● जहां 14% तक वार्षिक रिटर्न मिलता है जिसमें चक्रवृद्धि ब्याज से बड़ा फंड तैयार हो जाता है।
● इसके अलावा अभिभावक चाहे तो बैलेंस एडवांटेज फंड या हाइब्रिड इक्विटी फंड में निवेश शुरू कर सकते हैं, जहां हर महीने 12000 से 15000 की SIP पर 12% रिटर्न मिलेगा।
निष्कर्ष
कुल मिलाकर यदि आप भी अपने बच्चों को विदेशी अध्ययन के लिए भेजने का सपना देख रहे हैं तो जितना जल्दी हो सके निवेश शुरू करें। लक्ष्य आधारित निवेश नीति अपनाएं। लंबी अवधि, जोखिम सहनशीलता और विदेशी अध्ययन की विशेष स्थितियों को ध्यान में रखकर तय की गई रणनीति से एक बड़ा फंड इकट्ठा हो सकता है जो की आने वाले समय में शिक्षा महंगाई को मात दे सकता है।
दिन भर की ताजा खबरों के अपडेट के लिए WhatsApp NewsGhat Media के इस लिंक को क्लिक कर चैनल को फ़ॉलो करें।

Our passionate journalist at Newsghat, dedicated to delivering accurate and timely news from Paonta Sahib, Sirmaur, and rural areas. With a focus on community-driven stories, we ensures that every report reaches you with clarity and truth. At Newsghat, it’s all about “आपकी बात”!



