Paonta Sahib: बिजली कर्मचारियों ने किया निजीकरण के खिलाफ की गेट मीटिंग! पांवटा और गिरिनगर यूनिट्स ने किया काम का बहिष्कार
Paonta Sahib: 31 दिसंबर 2024 को हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड एम्प्लाइज यूनियन की गिरिनगर और पांवटा साहिब यूनिट्स द्वारा गेट मीटिंग का आयोजन किया गया।
बैठक में बिजली विभाग के निजीकरण के खिलाफ कर्मचारियों ने एक घंटा कार्य बहिष्कार कर अपना विरोध दर्ज किया।
निजीकरण के खिलाफ संघर्ष जारी…
गेट मीटिंग की अध्यक्षता वरिष्ठ राज्य उपाध्यक्ष भगवान दास और राज्य उपाध्यक्ष सुनील कुमार ने की। बैठक में बताया गया कि चंडीगढ़ बिजली विभाग को 2021 में 871 करोड़ रुपये में निजी हाथों में सौंपा गया।
इस फैसले के खिलाफ चंडीगढ़ के बिजली कर्मचारी लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं। हाल ही में रामलीला मैदान में आयोजित बड़ी बिजली पंचायत में हिमाचल, हरियाणा और पंजाब के 300 से अधिक कर्मचारियों ने हिस्सा लिया।
चंडीगढ़ निजीकरण का प्रभाव….
चंडीगढ़ बिजली विभाग की 26,000 करोड़ रुपये की संपत्तियां मात्र 871 करोड़ रुपये में निजी कंपनियों को सौंप दी गईं।
यह विभाग हर साल 200-300 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाता था और यहां बिजली की दरें मात्र 4.50 रुपये हैं। इस निजीकरण का असर हिमाचल के औद्योगिक क्षेत्रों पर भी पड़ सकता है।
हिमाचल के कर्मचारी भी सतर्क….
मीटिंग में हिमाचल के बिजली कर्मचारियों ने निजीकरण के खिलाफ मिलकर लड़ने का संकल्प लिया। यूनियन के सदस्यों ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर नेशनल कोऑर्डिनेशन कमिटी एम्प्लाइज एंड इंजीनियर्स (NCCOEEE) का समर्थन करना होगा।
भाग लेने वाले प्रमुख कर्मचारी….
पांवटा साहिब यूनिट से प्रधान निर्मल जी, वरिष्ठ उपाध्याय इम्तियाज हाशमी, महामंत्री राजेश कुमार और संजय कुमार ने भाग लिया। गिरिनगर यूनिट से प्रधान हंसराज और वरिष्ठ कर्मचारी हेमराज राणा और अनिल कुमार भी इस बैठक में शामिल रहे।
बिजली कर्मचारियों ने इस अवसर पर निजीकरण के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने की अपील की और सरकार से इस फैसले पर पुनर्विचार की मांग की।