Paonta Sahib में तबाही का मंजर! बरसाती मलबे में एक परिवार के 5 लोग दफन! एक बच्चे का शव बरामद! क्या बोले मौके पर पहुंचे डीसी सिरमौर सुमित खिमटा देखें वीडियो
Paonta Sahib: पांवटा साहिब के सिरमौर ताल में बादल फटने से मची तबाही का मंजर भयानक है।
यहां देर शाम बरसती मलबे में एक ही परिवार के पांच लोग दफन हो गए। इनमें दो महिलाएं और दो बच्चे शामिल हैं। एक बच्चे का शव बरामद होने की सूचना मिली है।
मौके पर देर रात से बचाव कार्य जोरों पर है। डीसी सिरमौर सुमित खिमटा भी सुबह होते ही मौके पर पहुंचे गए और बचाव कार्य का जायजा लिया। वहीं स्थानीय विधायक सुखराम चौधरी भी देर रात से मौके पर डटे हुए हैं।
Paonta Sahib में तबाही का मंजर! बरसाती मलबे में एक परिवार के 5 लोग दफन! एक बच्चे का शव बरामद! क्या बोले मौके पर पहुंचे डीसी सिरमौर सुमित खिमटा देखें वीडियो
बता दें कि जिला सिरमौर के पांवटा साहिब उपमंडल के सिरमौरी ताल में बादल फटने की घटना ने भारी तबाही मचाई है।
प्रशासन और स्थानीय लोगों ने पूरी रात मुश्किलों के बावजूद राहत व बचाव कार्य किया, जिसके फलस्वरूप मुगलवाला करतारपुर पंचायत के सिरमौरी ताल गांव में सात परिवारों के 50 से अधिक सदस्यों को उनके घरों में मलबे के बीच से निकालकर रेस्क्यू किया गया।
हालांकि एक घर का मौके पर कोई अता पता नही है। भारी-भरकम 40 टन तक की चट्टानें और मलबे तले घर का कोई नामोनिशान नही रहा है। उक्त घर के सदस्यों का भी फिलहाल कोई पता नही चल पाया है।
आपदा कितनी अधिक है इस बात का अंदाजा यहां से ही लग जाता है कि राजबन बाबा पत्थर नाथ मंदिर से लेकर सिरमौर गांव तक की तीन-चार किलोमीटर सड़क को बहाल करने में ही एलएनटी मशीनों को कईं घंटो की मशक्कत करनी पड़ी।
सड़क पर बडे बडे पत्थर, पेड़ और कीचड़ इतना भर गया था कि उसे साफ करना मुश्किल हो रहा था। बावजूद इसके एनएच पर कार्य कर रही कंपनी की मशीनों के चालकों ने बड़ा दिल दिखाते हुए रात भर सड़क बहाली का कार्य किया।
वहीं, बादल फटने की घटना से सहमे साथ लगते गांव सिरमौर के ग्रामीण महिलाओं और बच्चों के साथ अपने घर छोड़कर नेशनल हाईवे पर आ गये। भय के साये में वह आधी रात तक एनएच पर ही रहे।
उसके बाद प्रशासन ने उन्हे स्थानीय सत्संग भवन और सीसीआई राजबन में शिफ्ट कर उनके खाने और ठहरने की व्यवस्था की। कुछ लोग अपने रिश्तेदारों के यहां शरण लिए हुए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि उनके घरों में भी पानी और मलबा भर गया है जिससे उनको भारी नुकसान हुआ है।
देर रात स्थानीय विधायक सुखराम चौधरी शुरू से ही घटनास्थल पर डटे रहे। उनके साथ बीडीसी चेयरमैन हितेंद्र कुमार, पंचायत प्रधान अजौली नरेंद्र चौधरी, ग्रामीण और युवा कार्यकर्ताओं ने भी राहत व बचाव कार्य की कमान संभाली।
विधायक ने मौके पर जल्द NDRF की टीम भेजने की भी मांग उठाई है ताकि जहां पर जिंदगी बचाने की संभावना हो उन्हे बचाया जा सके। वहीं कांग्रेस नेता चौधरी किरणेश जंग, अवनीत लांबा और शमशेर अली ने भी मौके पर पहुंच कर बचाव कार्यों का जायजा लिया।
गौर हो कि बीती देर शाम गांव के उपर मालगी पंचायत के जंगल में अचानक बादल फटा, जिसके सैलाब ने जंगल, सड़क और सिरमौरी ताल गांव को अपनी चपेट में ले लिया।
सूचना पर पाँवटा साहिब का प्रशासन और विधायक मौके की और रवाना हुए। ग्रामीणों के मुताबिक गांव मे एक मकान मलबे तले दब गया है जिसके नीचे लोंगों के होने की आशंका है। एनएच को भी भारी नुकसान हुआ है।
जिस स्थान पर बादल फटा है, वह पाँवटा साहिब शहर से करीब 12 किलोमीटर दूर है, लेकिन हैरत की बात है कि पाँवटा साहिब में उस समय एक बूंद तक पानी की नही टपकी। इस प्राकृतिक आपदा से भारी नुकसान हुआ है।
उधर, भारी आपदा को देखते हुए प्रशासन ने शिलाई-पांवटा एनएच पर सतौन से राजबन तक सफर न करने की सलाह दी है।
क्या बोले डीसी सिरमौर सुमित खिमटा
हादसा स्थल पर मौजूद डीसी सुमित खिमटा ने बताया कि देर शाम सिरमौर में मालगी में बादल फटने से सिरमौर ताल गांव में भारी तबाही हुई है।
एक मकान पूरी तरह से मलबे की चपेट में आ गया। सूचना के अनुसार इस मकान में दो बच्चों सहित 5 लोग मौजूद थे। जिनमें से एक बच्चे का शव बरामद हुआ है। बचाव कार्य तेजी से जारी है।