Paonta Sahib: राजस्व विभाग में बड़े रिश्वतकांड का भांडाफोड! इस काम के लिए वसूले एक लाख! तहसीलदार ने एसडीएम को दी जानकारी
Paonta Sahib: राजस्व विभाग पांवटा साहिब में बड़े रिश्वतकांड का भांडाफोड हुआ है। खुद तहसीलदार पांवटा साहिब ऋषभ शर्मा ने एसडीएम गुंजित सिंह चीमा को पूरे मामले की जानकारी देते हुए जांच और कारवाई के लिए पत्र लिखा है।
Paonta Sahib: राजस्व विभाग में बड़े रिश्वतकांड का भांडाफोड! इस काम के लिए वसूले एक लाख! तहसीलदार ने एसडीएम को दी जानकारी
बता दें कि पटवार खाना पांवटा साहिब में तैनात चौकीदार द्वारा इंतकाल के ऐवज में एक लाख रुपए रिश्वत लेने का मामला सामने आया है। इस मामले में एक लाख रुपए लौटाते समय कईं फोन रिकार्डिंग और वीडियो भी सामने आए हैं।
मामला पांवटा साहिब के पटवार कार्यालय से जुड़ा है। जहां पर एक कर्मचारी द्वारा इंतकाल चढ़ाए जाने के नाम पर एक लाख रुपए वसूल लिए।
पूरे मामले का खुलासा वार्ड नंबर 9 के निवासी और पार्षद मीनू गुप्ता के पति राजेश गुप्ता ने किया है। उन्होंने बताया कि इंतकाल चढ़ाने के लिए उनके एक जानकार अमन से पटवार वृत पांवटा साहिब में तैनात कर्मचारी द्वारा एक लाख रुपया वसूला गया।
जैसे ही उन्हें इसकी जानकारी मिली उन्होंने तत्काल चौकीदार को एक लाख रुपए वापस करने के लिए कहा।
इस दौरान फोन पर कर्मचारी ने कई बार उन्हें आश्वासन दिया कि क्योंकि जो काम उसे सौंपा गया था वह नहीं हुआ है और वह पूरा एक लाख लौटा देगा।
आखिर में कर्मचारी द्वारा एक लाख रुपए लौटा दिए गए। लेकिन राजेश गुप्ता ने इस पूरे मामले का वीडियो बना लिया।
राजेश गुप्ता ने बताया कि पटवार वृत्त में चौकीदार के पद पर तैनात अविनाश ने इंतकाल को पटवार वृत्त के रजिस्टर में चढ़ा भी दिया था।
लेकिन नायब तहसीलदार और तहसीलदार द्वारा इस पूरे मामले को भांप लिया और इंतकाल को रोक दिया गया। इस पूरे मामले को लेकर राजेश गुप्ता ने शिकायत आला अधिकारियों को भी की है।
इस मामले में तहसीलदार ऋषभ शर्मा ने एसडीएम गुंजित सिंह चीमा को पूरी जानकारी देते हुए पूरे मामले की जांच और कारवाई के लिए पत्र लिखा है ।
जब इस बारे में तहसीलदार ऋषभ शर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में किसी को भी नहीं बक्शा जायेगा।
उन्होंने बताया कि तहसील पांवटा साहिब, पटवार वृत में कार्यरत चौकीदार अविनाश द्वारा इंतकाल की ऐवज में रिश्वत लेने के गंभीर आरोप सामने आए हैं।
कार्यवाही करते हुए उन्हें फिलहाल उनके पद कार्यों से मुक्त किया गया है वहीं एसडीएम पांवटा साहिब को जांच करने के लिए पत्र लिखा गया।