Paonta Sahib: 24 साल बाद घर लौटा सुरेंद्र मांझी, पत्रकार संजय कंवर ने निभाई अहम भूमिका! 12 साल की उम्र में हुआ था लापता
Paonta Sahib: पत्रकार एवं समाजसेवी संजय कंवर ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए 24 साल से लापता सुरेंद्र मांझी को उनके परिवार से मिलवाया।
Paonta Sahib: 24 साल बाद घर लौटा सुरेंद्र मांझी, पत्रकार संजय कंवर ने निभाई अहम भूमिका! 12 साल की उम्र में हुआ था लापता
मानसिक रूप से बीमार सुरेंद्र मांझी को 24 जनवरी को शिलाई विधानसभा क्षेत्र की कठवार पंचायत से रेस्क्यू कर पांवटा साहिब लाया गया।
बातचीत में उन्होंने अपना नाम, पिता का नाम और बिहार के मोतीहारी जिले के परसोतीपुर गांव का पता बताया।
24 साल बाद आया परिवार से संपर्क
संजय कंवर ने इस मामले में अपने मित्र रमाकांत की मदद ली, जिन्होंने मोतीहारी के बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) का नंबर उपलब्ध कराया।
इसके बाद परसोतीपुर के बीएलओ मणीभूषण से संपर्क किया गया। कुछ घंटों बाद ही सुरेंद्र मांझी के बड़े भाई कपिल मांझी का फोन आया, जिन्होंने 27 जनवरी को पांवटा साहिब के लिए रवाना होने की जानकारी दी।
भावुक हुआ परिवार, पुलिस के सुपुर्द किया गया
29 जनवरी की सुबह कपिल मांझी पांवटा साहिब पहुंचे, जहां पुलिस थाना पांवटा साहिब में सुरेंद्र मांझी को परिवार के हवाले कर दिया गया। भावुक परिजनों ने पत्रकार संजय कंवर, पूर्व प्रधान सोहन सिंह और अंशुल शर्मा का आभार व्यक्त किया।
12 साल की उम्र में हुआ था लापता
कपिल मांझी के अनुसार, सुरेंद्र 12 साल की उम्र में मामा के घर गया था, जहां से वह अचानक लापता हो गया। परिवार ने काफी तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। 24 साल तक गुमशुदगी का दर्द झेल रहे परिजनों के लिए यह किसी चमत्कार से कम नहीं था।
मानवता की मिसाल बने संजय कंवर
पत्रकार संजय कंवर अपने सामाजिक कार्यों के लिए पहचाने जाते हैं। उन्होंने न सिर्फ सुरेंद्र मांझी को सुरक्षित परिवार तक पहुंचाया, बल्कि मानवता का फर्ज भी निभाया। इस घटना ने यह साबित कर दिया कि समाज में अच्छे लोग आज भी दूसरों की मदद के लिए तत्पर हैं।