Personal Finance Tips For Children: बच्चों को बनाना चाहते हैं वित्तीय जागरूक तो सिखाएं ये जरूरी सिद्धांत! ये जान जाएंगे तो नहीं पड़ेगी वित्तीय मार
Personal Finance Tips For Children: जैसे हम अपने बच्चों को विभिन्न प्रकार की शिक्षा प्रदान करते हैं, उसी प्रकार हमें उन्हें वित्तीय ज्ञान भी देना चाहिए। इससे वे पैसे बचाने की आदत विकसित कर पाते हैं और इससे उनके जीवन में सुख-संपत्ति की बढ़ोतरी होती है।
Personal Finance Tips For Children: बच्चों को बनाना चाहते हैं वित्तीय जागरूक तो सिखाएं ये जरूरी सिद्धांत! ये जान जाएंगे तो नहीं पड़ेगी वित्तीय मार
पैसे का प्रबंधन: भावनात्मक, शैक्षिक और नैतिक शिक्षा के साथ-साथ, वित्तीय ज्ञान भी एक महत्वपूर्ण घटक है जो बच्चों को उनके प्रारंभिक जीवन में ही दिया जाना चाहिए।
इससे उनकी आने वाले जीवन का सुगमता और समृद्धि सुनिश्चित होती है। उन्हें 18 वर्ष की आयु से पहले ही उचित वित्तीय शिक्षा प्राप्त होनी चाहिए।
चलिए, हम समझते हैं कि कौन-कौन से वित्तीय मुद्दे हैं, जिनके बारे में हर माता-पिता को अपने बच्चों को 18 वर्ष की आयु से पहले अवगत कराना चाहिए।
धन का मूल्य समय के साथ घटता है
जब महंगाई डबल डिजिट आंकड़ों में पहुंचती है, तब पैसा एक बड़े घाटे का सौदा बन जाता है। यहां बच्चों को समझाना जरूरी होता है कि लंबे समय के लिए इसके मूल्य को घटने से रोकने के लिए उन्हें अपना धन बढ़ाना चाहिए।
धन बचाना महत्वपूर्ण है
आप अपने बच्चों में धन बचाने की आदत डालने के लिए गुल्लक खरीद सकते हैं। इससे उन्हें समझने में मदद मिलेगी कि धन कैसे बचाया जा सकता है।
आप उन्हें छोटे-छोटे पैसे या परिवार के सदस्यों से मिलने वाले वित्तीय उपहार बचाने की सलाह दे सकते हैं। इससे वे बड़ी और मूल्यवान चीज को खरीदने के लिए धन का उपयोग कर सकते हैं, जो वे वास्तव में खरीदना चाहते हैं।
सही निगरानी आवश्यक है
फाइनेंशियल सम्मान की सबसे महत्वपूर्ण आदत है। हर पीढ़ी के लोग कठिनाई से अपनी चीजों को आगे बढ़ाते हैं। यह इस बात को समझाता है कि हमें अपनी संपत्ति की निगरानी करनी चाहिए।
बच्चों को यह सिखाया जाना चाहिए कि उनकी वस्त्र, खिलौने, पुस्तकें आदि की सुरक्षा करनी चाहिए।
इसके साथ ही, उन्हें यह भी समझना चाहिए कि वे जो भी खरीदते हैं, वह संवर्धित रहना चाहिए। इससे वे समय के साथ उनकी वस्तुओं की महत्व को समझ सकते हैं।
ऋण संबंधी सतर्कता
जब बच्चे बड़े होते हैं, तो उन्हें ऋण संबंधी सतर्कता की ओर ध्यान देना चाहिए। यदि वे अधिक उधार लेते हैं, तो यह उनकी वित्तीय स्वतंत्रता को प्रभावित कर सकता है।
यह समझना महत्वपूर्ण है कि ऋण केवल आवश्यकताओं के लिए लिया जाना चाहिए, न कि आत्म-संतोष के लिए।
निवेश का महत्व…
निवेश का महत्व समझना बहुत आवश्यक है। बच्चों को यह सिखाया जाना चाहिए कि उनकी कमाई का एक हिस्सा उन्हें भविष्य में सुरक्षित रहने के लिए निवेश करना चाहिए।
निवेश उनके पैसे को बढ़ाने में मदद कर सकता है और भविष्य में आर्थिक संकट के समय उनकी सुरक्षा कर सकता है।
यह उन्हें यह समझने में मदद करेगा कि पैसे के विभिन्न रूप होते हैं और कैसे विभिन्न निवेश योजनाएँ उनके पैसे की वृद्धि कर सकती हैं।
व्यक्तिगत स्वच्छता और स्वास्थ्य
बच्चों को व्यक्तिगत स्वच्छता और स्वास्थ्य की महत्वपूर्णता के बारे में भी बताना चाहिए। यह उन्हें शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने में मदद करता है, जो कि उनके समग्र जीवन के लिए महत्वपूर्ण है।
समाज सेवा
अपने बच्चों को समाज सेवा की आवश्यकता और महत्व भी समझाना चाहिए। इससे वे समाज के प्रति उत्तरदायित्व की भावना को समझते हैं और अन्य लोगों की सहायता करने के लिए प्रेरित होते हैं।
अंतिम रूप में, ये सब कुछ हैं जो हर माता-पिता को अपने बच्चों को 18 वर्ष की आयु से पहले सिखाना चाहिए।
ये मूल्यवान सिद्धांत उन्हें उनके जीवन में महत्वपूर्ण कदम उठाने में मदद करेंगे, अच्छी नैतिक संवेदना बनाने में मदद करेंगे, और एक स्वतंत्र, जिम्मेदार, और समर्पित नागरिक बनने के लिए उन्हें सजग करेंगे।