Personal Loan : बैंक लोन देने से कर रहा है इनकार, इन बातों का रखें ध्यान
बैंक नही दे रहा लोन तो, अप्लाई करने से पहले इस बातों का रखें ख्याल…
लोन देने से मना करना…..
ग्राहक बैंक के लिए भगवान जैसे होते हैं लेकिन बहुत सी बार यह बैंक अपने इन भगवान को भी लोन देने से इंकार कर देती है। यदि आपका आवेदन भी बैंक द्वारा रद्द कर दिया गया है तो आइए जानते आपको क्या करना चाहिए।
क्यों खारिज हुआ आवेदन ?
यदि कोई बैंक आपको लोन देने से मना कर दे तो आपको उस कारण का पता लगाना है कि किस कारण से लोन नहीं दिया जा रहा है। आपके लोन के रिजेक्ट होने का कारण जानना बहुत महत्वपूर्ण है। बहुत सी बार छोटी-छोटी वजहों के कारण भी बैंक लोन देने से इंकार कर देते हैं।
छोटी वजह या गंभीर कारण…
यदि आपका एड्रेस वेरीफिकेशन पेंडिंग पड़ा रहता है तो भी लोन का आवेदन खारिज किया जा सकता है। वहीं यदि आप का क्रेडिट स्कोर खराब होने के कारण भी लोन देने से इनकार किया जा सकता है।
आमदनी कम होना…
यदि बैंक को लगता है कि आपकी इनकम पर्याप्त नहीं है तो इस कारण भी आप को लोन देने से इनकार किया जा सकता है। बैंक इस बात को सुनिश्चित करते हैं कि आपकी हैसियत लोन चुकाने की है अथवा नहीं। इसीलिए बैंक द्वारा आपकी बैंक खातों और इनकम प्रूफ के बारे में गहराई से जांच की जाती है और जब बैंक के एक तय मानक के अनुसार आपकी इनकम नहीं होती वे बैंक लोन के लिए मना कर देते हैं।
क्रेडिट स्कोर है खराब
अधिकांश मामलों में लोन देने से मना करने के पीछे का कारण क्रेडिट स्कोर खराब होना ही होता है। सिबिल स्कोर 300 से लेकर 900 के बीच होता है और जिसका सिबिल स्कोर 750 से ऊपर होता है उसे अच्छा माना जाता है।
सिबिल के अनुसार, 79% मामलों में लोन उन्हीं को दिया जाता है जिनका सिबिल स्कोर 750 के ऊपर रहता है। इसी प्रकार से कंपनियों के लिए कंपनीज क्रेडिट रिपोर्ट (CCR) की रैकिंग 1 से 10 के बीच पैमाने के अनुसार तय करता है। एक नंबर वाली कंपनी का स्कोर सबसे बढ़िया माना जाता है।
क्रेडिट स्कोर सुधारें
यदि आपको बैंक ने इसलिए लोन देने से मना किया है कि आपका क्रेडिट स्कोर खराब है। तो क्रेडिट रेटिंग एजेंसी से पूरी विस्तार में रिपोर्ट ले। जब आपके पास पूरी डिटेल आ जाए तो उसे ध्यान से देखें और इस बात की पर्याप्त संभावना रहती है कि जो लोन आपके द्वारा चुकाया जा चुका है उसे अभी क्रेडिट रिपोर्ट में पेंडिंग ही बताया जाता है। यदि आपको इस तरह की कमी मिलती है तो क्रॉस चेक करें और क्रेडिट रेटिंग एजेंसी से इसे सुधार करने को कहे।
दूसरा बैंक चुनें
यदि आपको एक बैंक लोन देने से इंकार कर दे तो दूसरी बैंक के पास जाएं। देखा गया है कि हमेशा आपका जिस बैंक में खाता है उसी बैंक में यदि आप लोन के लिए आवेदन करते हैं तो यह फायदेमंद होता है। यदि आपका बैंक लोन देने से इनकार करे तो फिर आप दूसरी बैंक का रुख कर सकते हैं।
कई मामलों में देखा गया है कि क्षेत्रीय बैंक के और सहकारी बैंक के लोन देने की शर्तें थोड़ी सरल होती है इसलिए वहां लोन मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
डाउन पेमेंट बढ़ाएं
अगर आप होम लोन का कार लोन जैसे लोन के लिए अप्लाई करते हैं तो आपको इनकी डाउन पेमेंट की राशि थोड़ी बढ़ा देनी चाहिए। जिससे आपको लोन आसानी से मिल जाएगा और दूसरा फायदा यह होगा कि आपकी ईएमआई कम राशि की बनेगी जिसे आप आसानी से चुका सकेंगे।
पुराने कर्ज चुकाएं
यदि आपके पुराने लोन की राशि अधिक है तो आपको नया लोन लेने में काफी समस्याएं आ सकती है। सामान्यतः बैंक, बैंक डेट टू इनकम का रेशियो करीब 35% चाहते हैं वहीं 40% से अधिक डीटीआई की केटेगरी में माना जाता है।
जब आपकी डीटीआई की गणना की जाती है तो उसमें आपके पुराने पर्सनल लोन, कार लोन, होम लोन और क्रेडिट कार्ड की बकाया जैसी तमाम चीजों को सम्मिलित किया जाता है। यदि आपका लोन कर्ज-आमदनी के अनुपात के कारण खारिज हुआ है तो सबसे पहले अपने पुराने लोन को निपटा दें।
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