RBI का बड़ा धमाका: SBI और HDFC पर नया फैसला! SBI और HDFC बैंक के लिए नए नियम! देखें आपके लिए क्या बदलेगा
RBI का बड़ा धमाका: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है जो सीधे तौर पर दो प्रमुख बैंकों, SBI और HDFC Bank, को प्रभावित करेगा।
RBI का बड़ा धमाका: SBI और HDFC पर नया फैसला! SBI और HDFC बैंक के लिए नए नियम! देखें आपके लिए क्या बदलेगा
RBI ने इन दोनों बैंकों को घरेलू सिस्टेमेटिक इम्पोर्टेंट बैंक (D-SIB) की सूची में ऊपरी बकेट में स्थानांतरित किया है।
इसका मतलब है कि अब SBI और HDFC Bank को अधिक Tier 1 कैपिटल बनाए रखनी होगी।
SBI को बकेट 3 से बकेट 4 में और HDFC Bank को बकेट 1 से बकेट 2 में स्थानांतरित किया गया है।
इस बदलाव से SBI का एडिशनल कैपिटल रिक्वायरमेंट 60 bps से बढ़कर 80 bps हो गया है, जबकि HDFC Bank का एडिशनल कैपिटल रिक्वायरमेंट 20 bps से बढ़कर 40 bps हो गया है। यह नए नियम 1 अप्रैल 2025 से लागू होंगे।
RBI की ताजा फाइनेंशियल स्टेबिलिटी रिपोर्ट के अनुसार, अगर कोई महत्वपूर्ण बैंक विफल होता है, तो Tier 1 कैपिटल पर 3.6% का प्रभाव पड़ेगा, जो पहले 2.2% का अनुमान था।
सितंबर 2024 तक सभी कॉमर्शियल बैंकों का NPA 3.2% से घटकर 3.1% होने की संभावना है, और CRAR 14.8% रहने का अनुमान है।
इस फैसले का मुख्य उद्देश्य बैंकों की स्थिरता और वित्तीय तंत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। RBI का यह कदम बैंकिंग प्रणाली में अधिक पूंजी आधार और वित्तीय सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है।
इससे बैंकों को आर्थिक संकट के समय में अधिक मजबूती से खड़े रहने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, यह फैसला बैंकों को जोखिम प्रबंधन के लिए अधिक सक्षम बनाएगा, जिससे ग्राहकों और निवेशकों का विश्वास बढ़ेगा।
इसके साथ ही, बैंकिंग तंत्र की समग्र दक्षता और पारदर्शिता में सुधार होगा, जो भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए लाभकारी होगा।
अंततः, यह कदम वित्तीय बाजारों में स्थिरता लाने और आर्थिक विकास को सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण योगदान देगा।