Save Your Money: सावधान पेट्रोल पंप पर 0 दिखाकर काट ली जाती है जेब! जान लें कैसे दिया जाता है कारनामे को अंजाम रहेंगे फायदे में
Save Your Money: वाहन धारकों का पेट्रोल पंप पर आना-जाना तो लगा ही रहता है। पेट्रोल पंप पर कर्मचारी पहले आपसे मीटर जीरो देखने को कहते हैं, और फिर गाड़ी में पेट्रोल भरते हैं।
यह देखकर आप संतुष्ट हो जाते हैं कि आपके दिए हुए पैसों के बदले आपको सही मात्रा में पेट्रोल मिल रहा है।
Save Your Money: सावधान पेट्रोल पंप पर 0 दिखाकर काट ली जाती है जेब! जान लें कैसे दिया जाता है कारनामे को अंजाम रहेंगे फायदे में
Save Your Money: सिर्फ जीरो मीटर पर ध्यान देने से काम नहीं चलेगा, आपको और भी जगहों पर सावधानी बरतनी होगी।
पेट्रोल की शुद्धता भी महत्वपूर्ण है
आजकल पेट्रोल की शुद्धता में धोखाधड़ी की जा रही है। पेट्रोल मशीन में लगे मीटर में सिर्फ पेट्रोल की मात्रा और कीमत ही नहीं दिखाई जाती, वहाँ पेट्रोल और डीजल की डेंसिटी भी दिखाई जाती है।
इसे देखकर हम पेट्रोल की शुद्धता का पता लगा सकते हैं। इसलिए, जब भी आप पेट्रोल पंप पर जाएं, इसकी डेंसिटी की जांच जरूर करें।
डीजल की डेंसिटी 830 से 900 किलोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर और पेट्रोल की डेंसिटी 730 से 800 किलोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर होनी चाहिए।
नजर हटी, जेब कटी!
बहुत कम लोग ही पेट्रोल की डेंसिटी की जांच करते हैं, जिससे पेट्रोल पंप वाले आपके पैसे का दुरुपयोग करते हैं। पेट्रोल पंप के कर्मचारी आपको डेंसिटी जांचने के लिए नहीं कहते।
डेंसिटी के मानक सरकार द्वारा तय किए जाते हैं। तो, जब भी आप पेट्रोल या डीजल भरवाने जाएं, उसकी शुद्धता का ख्याल रखें।
अन्यथा, आपके पैसे तो बर्बाद होंगे ही, और आपके वाहन के इंजन पर भी इसका असर पड़ सकता है। अनेक लोग डेंसिटी में धोखाधड़ी करके लोगों को ठगते हैं।
डेंसिटी, यानी पेट्रोल की घनत्व, जिसे निश्चित मात्रा में रखना चाहिए। अगर यह मानक से कम या अधिक होता है, तो इसे मिलावट माना जाता है, क्योंकि इससे पेट्रोल की गुणवत्ता पर असर पड़ता है।