Saving Account Rules: मिनिमम बैलेंस न मेंटेन करने पर क्या है नियम! बैंक नहीं कर सकता गुमराह! एक क्लिक पर देखें क्या हैं RBI के निर्देश और बैंकों की पेनाल्टी प्रक्रिया
Saving Account Rules: बैंकों की पेनाल्टी की प्रक्रिया
वित्त राज्य मंत्री डॉ. भागवत कराड ने प्रकाशित किया कि अगर आप अपने खाते में न्यूनतम बैलेंस नहीं रखते हैं, तो बैंक आपसे पेनाल्टी वसूलते हैं।
इस पेनाल्टी के चलते, पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर के प्रमुख बैंकों ने पिछले पाँच साल में 21 हजार करोड़ रुपये कमाए।
Saving Account Rules: मिनिमम बैलेंस न मेंटेन करने पर क्या है नियम! बैंक नहीं कर सकता गुमराह! एक क्लिक पर देखें क्या हैं RBI के निर्देश और बैंकों की पेनाल्टी प्रक्रिया
Saving Account Rules: क्या हैं RBI के निर्देश….
रिजर्व बैंक ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि किसी भी खाते में बैलेंस निगेटिव नहीं होना चाहिए। यदि खाता मालिक न्यूनतम बैलेंस नहीं रखता, तो उससे पेनाल्टी का भुगतान जरूर कराया जाना चाहिए, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उसका खाता निगेटिव हो।
Saving Account Rules: ग्राहक के अधिकार और जानकारी
बैंक को उस समय सूचित करना होगा, जब खाता न्यूनतम बैलेंस से नीचे जाए। ग्राहक को पेनाल्टी की सूचना देना भी जरूरी है।
Saving Account Rules: बेसिक अकाउंट
रिजर्व बैंक के अनुसार, अगर किसी खाते में न्यूनतम बैलेंस नहीं है, तो बैंक उसे बेसिक अकाउंट में बदल सकता है।
जब वही खाता मिनिमम बैलेंस प्राप्त कर ले, तो उसे फिर से रेगुलर अकाउंट में बदल दिया जा सकता है।
Saving Account Rules: पेनाल्टी कैसे वसूली जाती है?
जब ग्राहक अपने खाते में पैसे डालता है, तो पहले पेनाल्टी का चार्ज काटा जाता है। उसके बाद ही शेष राशि खाते में जमा होती है।
इस प्रकार, जब भी आप अपने खाते में न्यूनतम बैलेंस नहीं रखते हैं, तो बैंक आपसे पेनाल्टी वसूलते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आपका खाता निगेटिव हो जाएगा।