

Sectoral Mutual Fund: सेक्टोरल म्यूचुअल फंड में निवेश करना समझदारी या घाटे का सौदा! एक क्लिक में जाने
Sectoral Mutual Fund: शेयर मार्केट में निवेश करने वाला प्रत्येक व्यक्ति जानता है कि शेयर मार्केट में रोजाना नए अवसर बनते बिगड़ते हैं। इसी क्रम में हर एक निवेशक ऐसा विकल्प ढूंढता है जो उसे झटपट रिटर्न दे सके और उसके पोर्टफोलियो को एक नया स्तर प्रदान करें।

Sectoral Mutual Fund: सेक्टोरल म्यूचुअल फंड में निवेश करना समझदारी या घाटे का सौदा! एक क्लिक में जाने
इसी खोज में निवेशक के सामने आता है एक महत्वपूर्ण विकल्प जिसे Sectoral Mutual Fund नाम से जाता है। Sectoral Mutual Fund एक चुनिंदा सेक्टर में निवेश करते हैं। जैसे कि- बैंकिंग, IT, फार्मा, इंफ्रास्ट्रक्चर, एनर्जी। हालांकि इस फंड में रिटर्न सेक्टर के बढ़ने पर निश्चित रूप से मिलता है परंतु इसमें रिस्क भी भरपूर होता है।
वर्तमान में कई सेक्टर ऐसे हैं जो तेजी से बढ़ रहे हैं जैसे कि बैंकिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ऑटोमोबाइल, एनर्जी इत्यादि। इन सेक्टर में जैसे ही बूम आता है वैसे ही सेक्टर का फंड एकदम से ऊपर चढ़ जाता है। कई बार तो यह फंड इक्विटी से भी ज्यादा तेज रिटर्न देते हैं। परन्तु यदि सेक्टर डगमगाया तो पोर्टफोलियो भी बुरी तरह से धराशायी हो जाता है।

Sectoral Mutual Fund के फायदे
● सेक्टरल म्युचुअल फंड में केवल एक सेक्टर में निवेश किया जा सकता है, ऐसे में जब वह सेक्टर बढ़ता है तो रिटर्न बहुत ज्यादा मिलता है।
● यहां निवेशक अपनी सुविधा अनुसार कंपनी चुनने की आजादी रखते हैं।
● यदि कोई निवेश वर्तमान में बढ़ रहा है तो सेक्टरल फंड इस ट्रेंड के साथ जुड़ने का मौका आपको देता है।
● कई निवेशक ऐसे होते हैं जो एक ही सेक्टर में दीर्घकालीन निवेश करते हैं फिर उसमें उतार-चढ़ाव से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता जैसे कि ग्रीन एनर्जी, स्वास्थ्य, IT, AI
● यह निवेश विकल्प पोर्टफोलियो में स्ट्रेटजी तो लाता है परंतु जोखिम भी जोड़ता है।


Sectoral Mutual Fund के नुकसान

● सेक्टरल म्युचुअल फंड केवल एक सेक्टर में निवेश करने की छूट देता है इसीलिए इसमें उच्च स्तर का जोखिम शामिल होता है।
● इस फंड में कंपनियां काफी कम होती है ऐसे में आप केवल चुनिंदा स्टॉक में ही निवेश कर सकते हैं।
● सबसे बड़ा खतरा इसमें ओवरलैप का होता है क्योंकि यदि आप पहले से ही इक्विटी फंड में निवेश कर रहे हैं तो सेक्टरल फंड आपके पोर्टफोलियो को ओवरलैप कर लेता है जिसकी वजह से भारी जोखिम का सामना करना पड़ सकता है।
● Sectoral Fund की प्रबंधन लागत और खर्च बहुत ज्यादा होते हैं।
● साथ ही यहां आए दिन नियमों और नीतियों में बदलाव किया जाता है जिसकी वजह से फंड वैल्यू पर असर पड़ता है।
Sectoral mutual fund में कौन निवेश कर सकता है?
● Sectoral Mutual Fund सबके लिए सही विकल्प नहीं होते इसमें वे लोग ही निवेश करें जिन्हें है हाई रिटर्न की भूख हो।
● ऐसे निवेशक जिन्हें विशेष सेक्टर की गहरी समझ हो और उस सेक्टर पर मजबूत विश्वास हो।
● यह निवेश उन लोगों के लिए भी सही होता है जो अपने पोर्टफोलियो को रणनीतिक रूप से डायवर्सिफाई बनाना चाहते हैं।
● साथ ही ऐसे लोग जिनके पास में निवेश विकल्प चुनने की सही क्षमता है।
● अथवा ऐसे लोग जो 5 साल या उससे अधिक की निवेश अवधि के बारे में सोच रहे हैं।
निष्कर्ष
कुल मिलाकर Sectoral Mutual Fund उन निवेशकों के लिए परफेक्ट सॉल्यूशन है जो मार्केट की अच्छी खासी समझ रखते हैं और दीर्घकालिक वृद्धि में विश्वास रखते हैं। हालांकि गैर अनुभवी लोगों के लिए Sectoral Mutual Fund काफी हानिकारक हो सकते हैं।
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