Shark Tank India Vivad: गंभीर आरोपों के घेरे में आया शार्क टैंक इंडिया! एक ट्विटर यूजर अपने आरोपों में बताई ये बड़ी बात
Shark Tank India Vivad: टीवी शो ‘शार्क टैंक इंडिया’ पर एक ट्विटर यूजर ने संगीन आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि शो में जो शार्क्स ने प्रतियोगियों से वादे किए थे, वे उन्हें पूरा करने में बहुत देरी कर रहे हैं। यूजर के मुताबिक, इस शो से लाभ शार्क्स और सोनी नेटवर्क्स को ही हो रहा है।
Shark Tank India Vivad: गंभीर आरोपों के घेरे में आया शार्क टैंक इंडिया! एक ट्विटर यूजर अपने आरोपों में बताई ये बड़ी बात
Shark Tank India Vivad: कॉन्टेंट क्रिएटर अनमोल शर्मा ने 10 जून को एक सीरीज़ ट्वीट्स की हैं, जिसमें वे शार्क टैंक इंडिया के प्रतियोगियों की कठिनाइयों की कहानी सुना रहे हैं।
शर्मा ने लिखा कि प्रतियोगियों के प्रस्ताव सबसे आकर्षक थे। उन्हें नेशनल टेलीविजन पर फंडिंग का वादा किया गया था, लेकिन शार्क्स ने उन्हें कोई पैसे नहीं दिए।
अनमोल शर्मा आगे लिखते हैं कि यदि प्रतियोगियों को अगस्त से नवंबर के बीच फंडिंग का वादा किया गया है, तो उन्हें वादे के दो महीने के भीतर फंड्स मिल जाने चाहिए, क्योंकि कानूनी कार्यवाही में इतना समय नहीं लगता।
अनमोल ने यह भी लिखा है कि यदि शो के प्रसारण के बाद भी स्टार्टअप्स का प्रतिक्रिया बहुत अच्छा नहीं होता है, तो शार्क्स उन्हें चक्कर में लगाते रहते हैं।
उनका उद्देश्य निवेश को और अधिक टालना होता है और अंत में, वे समझौते से बाहर निकलने की कोशिश करते हैं। इसके परिणामस्वरूप, स्टार्टअप्स को अन्य निवेशकों से भी निधि नहीं मिलती।
अनमोल ने अपने ट्विटर थ्रेड में बताया कि कई संस्थापकों ने अपनी समस्याएँ उन्हें बताई हैं। उन्होंने लिखा, “शार्क टैंक शार्क्स और सोनी नेटवर्क्स के लिए अधिक लाभप्रद है।
वे उद्यमियों की गतिविधियों को और अधिक ड्रामेटिक बनाने की कोशिश कर रहे हैं ताकि उन्हें अधिक दर्शक और TRP मिल सके, जिसका लाभ उठाकर शार्क्स अपने ब्रांड को सोशल मीडिया पर अधिक प्रमोट कर पाएं।
उन्होंने बताया कि शार्क टैंक के नतीजे के रूप में, पीयूष बंसल अब करण जौहर के साथ विज्ञापन में नजर आ रहे हैं, साथ विज्ञापन में नजर आ रहे हैं, जिसमें उनकी कंपनी Lenskart को प्रमोट किया जा रहा है।
इससे प्रत्यक्ष रूप से यह दिखाई दे रहा है कि यह शो शार्क्स के ब्रांड और व्यापार को बढ़ावा देने का एक उपकरण बन गया है, जबकि स्टार्टअप्स के साथ समझौता करने का उद्देश्य इतना सार्थक नहीं दिखता है।
अनमोल के अनुसार, यह समस्या केवल भारतीय संस्करण पर ही नहीं है, बल्कि यह शो के अन्य संस्करणों पर भी है। उन्होंने इसे “सार्वजनिक रूप से घोषित उद्यमविरोधी व्यवहार” कहा है और कहा है कि शो के प्रोड्यूसरों को इसे सुधारने की आवश्यकता है।
उन्होंने अंत में कहा, “शार्क्स को यह समझना चाहिए कि उनके सामर्थ्य और अनुभव की जरूरत उन स्टार्टअप्स को है जो वास्तव में बदलाव ला सकते हैं। यह वे ही स्टार्टअप्स हैं जिन्हें उनकी सहायता की सबसे ज्यादा जरूरत है।