Sirmour News: JST बलदुआ माइन को अर्ध मशीनीकृत वर्ग में फिर सर्वश्रेष्ठ खान पुरस्कार से नवाज़ा
Sirmour News: जिला सिरमौर के शिलाई क्षेत्र के बलदुआ स्थित जय सिंह ठाकुर एंड संज़ की चूना पत्थर खान ने फिर से रिकार्ड बनाया है। माइन को अर्ध मशीनीकृत श्रेणी में लगातार 34 वीं बार सर्वश्रेष्ठ खान पुरस्कार से नवाज़ा गया है।
Sirmour News: JST बलदुआ माइन को अर्ध मशीनीकृत वर्ग में फिर सर्वश्रेष्ठ खान पुरस्कार से नवाज़ा ओ
हिसार हरियाणा में 34वें खान सुरक्षा सप्ताह के पारितोषिक वितरण समारोह में खान सुरक्षा महानिदेशालय गाज़ियाबाद क्षेत्र के उप महानिदेशक खान सुरक्षा ने माइन कर्मचारियों को पुरस्कृत किया।
खान सुरक्षा महानिदेशालय गाज़ियाबाद क्षेत्र के तत्वाधान में हरियाणा के हिसार में 34वाँ खान सुरक्षा सप्ताह का पारितोषिक वितरण समारोह मनाया गया।
खान सुरक्षा महानिदेशालय गाज़ियाबाद क्षेत्र के उप महानिदेशक खान सुरक्षा एसडी छिद्दरवार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थिति थे, जिसमें अर्ध मशीनीकृत वर्ग में सिरमौर जिले की जय सिंह ठाकुर की बलदुआ लाइम स्टोन खान को लगातार 34वीं बार बेस्ट ओवरऑल परफ़ोरमेंस में सर्वश्रेष्ठ खान के पुरस्कार से नवाजा गया।
जबकि सिरमौर जिले की सुप्रियांक वालिया की भूतमढ़ी लाईम स्टोन माइन को द्वितीय और मेसर्स कुश परमार की बागानधार लाइम स्टोन माइन को तृतीय पुरस्कार दिया गया।
इसके अलावा उच्च मशीनीकृत वर्ग में अल्ट्राटेक की बागाबलघ लाइम स्टोन को प्रथम, अंबुजा सिमेंट कशलोग लाइम स्टोन माइन द्वितीय और एसीसी की बरमाना लाइम स्टोन माइन को तृतीय पुरस्कार मिला।
उप महानिदेशक खान सुरक्षा एसडी छिद्दरवार ने अपने संबोधन में कहा कि खान दुर्घटनाओं में पिछले 6 वर्षों से स्थिरता आई है लेकिन सन 2013 में हुई 5 दुर्घटनाओं में गयी जानो के लिए हमे बहुत खेद है।
भविष्य में नयें तकनीकी से हम लोग दुर्घटना मुक्त कर सकते हैं। कामगारों में सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने से कमी लाई जा सकती है। बड़ी खदानों में ऑटो और डिजिटल होने से दुर्घटनाओं में कमी आएगी।
आने वाले समय में नियम क़ानून में आमूल चूल परिवर्तन किया गया है, शीघ्र ही लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि खानों में महिलाओं को रोज़गार देने का प्रावधान किया गया है इसे बढ़ावा दिया जाये।
34 वां खान सुरक्षा सप्ताह 19 फरवरी से 23 फरवरी 2024 तक मनाया गया। जिसमें हरियाणा, हिमाचल, जम्मू एंड कश्मीर, उत्तराखंड एवं उत्तर प्रदेश की लगभग 106 खानों का निरीक्षण सात अलग अलग टीमों ने किया गया।
जिसमें छः अलग अलग श्रेणी उच्च मशीनीकृत, अर्ध मशीनीकृत लाइम स्टोन, अर्ध मशीनीकृत मार्बल माइन, अर्ध मशीनीकृत स्टोन माइन, मशीनीकृत स्टोन माइन, रेत बजरी की खान का निरीक्षण अलग पांच टीमों ने किया। खानों का सुरक्षा की दृष्टि से निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान खान पर कार्य, सड़क, कल्याण संशोधन, सुरक्षात्मक उपकरण, एक्सप्लोसिव भंडारण, मशीनों का रख रखाव और सुरक्षित उपयोग, प्रचार, ट्रेनिंग, ध्वनि ओर वायु प्रदूषण,खान में विधुत का इस्तेमाल और स्वस्छ्ता के आधार पर अंक दिए गए।
इस अवसर पर यश गर्ग, आई ए एस प्रबंध निदेशक, एचएसआईडीसी, एन. संजीव कुमार खान सुरक्षा निदेशक, खान सुरक्षा महानिदेशालय के अधिकारी ए.रामबाबू, मुख्तियार अहमद, ए.रामचन्द्रन सी, संजीव कुमार एजेंट, खीरी बत्तर स्टोन माइंस, प्रकाश चन्द्र, रवीन्द्र जाखड़, कंचन चक्रवर्ती, ख़ान मालिक मयंक प्रताप सिंह ठाकुर, सुनील गोयल, दीपक चावला,अशोक छाबड़ा, डी के सिन्हा, के एन पंत, नागेंद्र राठौर, अंबुजा सीमेंट से सतीश, सीसीई से कुंभाराम चौधरी आदि मौजूद रहे।