in

The Monk Who Sold His Ferrari in Hindi pdf

The Monk Who Sold His Ferrari in Hindi pdf
The Monk Who Sold His Ferrari in Hindi pdf

The Monk Who Sold His Ferrari in Hindi pdf

नमस्कार दोस्तों, आपके पसंदीदा न्यूज़ घाट में आपका स्वागत है आशा करते हैं कि आप हमेशा की तरह स्वस्थ और मस्त होंगे| आज हम बात करने वाले ही एक बहुत ही प्रसिद्ध किताब के बारे में जिसका नाम है ‘The Monk Who Sold His Ferrari in Hindi pdf’

The Monk Who Sold His Ferrari book in Hindi आपके जीवन को देखने के नजरिए को बदल देगी| इसमें एक काल्पनिक कहानी एक वकील के बारे में होती है जिसके पास वह सब कुछ होता है जो एक साधारण इंसान की चाहत होती है| एक शानदार बंगला, एक लाल चमकती हुई फेरारी कार, बहुत सारा पैसा, और वह सब कुछ सुविधाएं जो आम इंसान की चाहत होती है|

लेकिन इस कहानी के अंत में कुछ आश्चर्यजनक और रोचक होता है वह यह होता है कि वह वकील अपना सब कुछ बेच कर एक भिक्षु बन जाता है| अब आपका दिमाग अवश्य घूम रहा होगा कि उसने ऐसा क्या किया कि उसे अपना सब कुछ बेचना पड़ा|

Bhushan Jewellers Nov

यहां हम पूरी किताब के शब्दों का तो वर्णन नहीं कर सकते लेकिन उसको पढ़ने के बाद कुछ समरी आपको अवश्य बताएंगे| लेकिन यदि आप पूरी किताब अच्छे से पढ़ना चाहते हैं तो आप इसे फ्री में पीडीएफ द्वारा भी डाउनलोड कर सकते हैं और अमेजन के माध्यम से बुक ऑर्डर भी कर सकते हैं आपको यह बुक अवश्य पढ़नी चाहिए क्योंकि यह एक मैच और इंसान की कहानी है| जिसके पास सब कुछ होने के बाद भी अंत में उसे सब कुछ छोड़ना पड़ता है।

The Monk Who Sold His Ferrari in Hindi summary

जूलियन मेंटल एक वकील था लेकिन वह कोई साधारण वकील नहीं था वह बहुत ही जाना माना और बहुत ही अमीर वकील था| उसके पास एक बहुत ही बड़ा घर जो कि एक आईलैंड पर बना हुआ था, एक चमचमाती लाल रंग की फेरारी कार, एक प्राइवेट जेट और वह वकील अपने जीवन में वो सब कुछ पा चुका था जिसकी चाहत एक सामान्य इंसान को होती है|

वह दिन के 17-18 काम करता था| जिसकी वजह से जूलियन मेंटल 53 वर्ष की कम उम्र में ही 70 साल से अधिक उम्र के व्यक्ति की तरह दिखने लगा था| जिसके मुंह पर काफी झुर्रियां पड़ी हुई थी|

जूलियन ना ही अपने पिताजी से ढंग से बात कर पाता था ना ही उसका मन अपने काम में लगता था| जिस कारण उसकी शादी भी सफल नहीं हो पाई|

एक दिन अचानक जूलियन कोर्ट में ही बेहोश होकर गिर जाता है तो उसे हॉस्पिटल ले जाया जाता है| जहां यह पता लगता है कि उसको हार्ट अटैक आया था| वहां कोर्ट के रूम में उसका एक स्टूडेंट भी खड़ा था जिसका नाम जॉन था|

जब जूलियन मेंटल हॉस्पिटल में होता है तब वह सभी से बात करने के लिए मना कर देता है| उसका शिष्य जॉन उससे बात करने की काफी कोशिश करता है लेकिन वह किसी से बात नहीं करना पसंद करता है| और ना ही इसके बाद जूलियन कोर्ट में लॉ प्रैक्टिस करने जाता है|

कुछ दिनों बाद पता चलता है कि जूलियन अपना सब कुछ बेच कर अपने कुछ सवालों का जवाब ढूंढने के लिए भारत में एक रहस्यमई स्थान पर चला जाता है|

3 वर्षों के पश्चात जॉन के घर पर एक व्यक्ति आता है जिसके मुख पर बुद्धा जैसी मुस्कान और सकारात्मक ऊर्जा से भरा हुआ 30 साल का एक जवान व्यक्ति लग रहा था| जॉन उस व्यक्ति को देखकर हक्का-बक्का रह गया| जॉन कुछ समय तक उस व्यक्ति को देखता ही रह गया और कुछ देर बाद वह व्यक्ति बोलता है कि जॉन क्या तुम अपने मेहमानों का स्वागत ऐसे ही करते हो| इतना बोलते ही जॉन समझ गया कि यह व्यक्ति और कोई नहीं उसके गुरु जूलियन मेंटल है|

फिर जूलियन अपने स्टूडेंट जोन को बताता है कि वह भारत में कुछ महीनों तक गांव-गांव भटकता रहा और कई महीनों बाद हिमालय में उसे एक साधुओं का समूह मिला| जिसे Sages of Sivana कहते हैं|

उस ग्रुप में एक साधु जिसका नाम रमन होता है उसने अपना ज्ञान जूलियन को दिया| लेकिन उस साधु ने इससे पहले एक शर्त रखी कि वह जहां से आया है वहां वापस जाएगा, और इस ज्ञान को सभी में वितरित करेगा|

The Monk Who Sold His Ferrari पुस्तक की महत्वपूर्ण सीख

कुछ महत्वपूर्ण सीख जो आपको The Monk Who Sold His Ferrari in Hindi पुस्तक को पढ़ने के बाद मिलेगी

इस पुस्तक के पहले दृश्य में जूलियन मेंटल जो कि एक बहुत ही समृद्ध व्यक्ति होता है बाद में उसकी अध्यात्मिकता जागृत होती है|

दूसरे दृश्य में यह कहानी सिवाना प्रणाली के 7 सिद्धांतों को सिखाती है|

उन सिद्धांतों को गहराई से जानने के लिए आप The Monk Who Sold His Ferrari in Hindi पुस्तक पढ़ सकते हैं|

आइए जानते हैं इसके पाठों में से जीवन में काम आने वाली बातें:

•संतुष्टि और तृप्ति को पाना आपके मन पर महारत हासिल करने का एक विषय है|

•एक सुखद और पूर्ण जीवन जीने के लिए आपको एक उद्देश्य या लक्ष्य की आवश्यकता पड़ती है जो आपको मार्गदर्शन करता हो|

•निरंतर आत्म सुधार एक उज्जवल जीवन की कुंजी मानी जाती है|

•अपना जीवन अनुशासित तरीके से जीना और समय को समझदारी से प्रबंधित करना|

•निस्वार्थ भाव से दूसरों की सेवा करें और वर्तमान में आनंदमई तरीके से अपना जीवन व्यतीत करें|

•अपने मन और मस्तिष्क को सकारात्मक विचारों पर केंद्रित करने के लिए विरोधी सोच का अभ्यास करना चाहिए|

 

हमें उम्मीद है दोस्तों आपको The Monk Who Sold His Ferrari in Hindi pdf के बारे में जानकर अच्छा लगा होगा | यदि आपको लगता है कि किसी मित्र या संबंधी को इस जानकारी की आवश्यकता है तो उन्हें जरुर साझा करें|

यदि आपके मन में आर्टिकल से संबंधित कोई प्रश्न या सुझाव है तो आप कमेंट करके पूछ सकते हैं ताकि हमें आपके विचारों से कुछ सीखने का अवसर मिले|

यदि आप हमसे सोशल मीडिया पर जुड़ना चाहते हैं तो नीचे दिए गए सोशल आइकन पर क्लिक करके वहां जुड़ सकते हैं| साथ ही हम रोजाना ऐसी ही महत्वपूर्ण जानकारियां लाते रहते हैं तो आप घंटी के आइकन पर क्लिक कर नोटिफिकेशन ऑन कर सकते हैं ताकि सबसे पहले जानकारी आप तक पहुंच सके|

न्यूज़ घाट पर फेसबुक से जुड़ने के लिए यहां दिए लिंक @newsghat पर क्लिक कर फेसबुक पेज लाइक करें। 

Written by newsghat

पत्नी के छोड़कर चले जाने पर युवक ने उठाया खौफनाक कदम…

पत्नी के छोड़कर चले जाने पर युवक ने उठाया खौफनाक कदम…

ये कैसा विद्युत महोत्सव ! मंत्री जी ये विद्युत महोत्सव नही बल्कि पावर कट महोत्सव : अश्वनी शर्मा

ये कैसा विद्युत महोत्सव ! मंत्री जी ये विद्युत महोत्सव नही बल्कि पावर कट महोत्सव : अश्वनी शर्मा