अंतराष्ट्रीय वर्ल्ड रिकार्ड कार्यक्रम में पांवटा साहिब की रविता चौहान ने सिरमौरी गंगी से किया मंत्रमुग्ध
बुलंदी साहित्य सेवा समिति के बैनर तले विश्व का सबसे बड़ा अंतर्राष्ट्रीय वर्चुअल कवि सम्मेलन चल रहा है। इसमें 35 देशों के हिन्दी कलमकारों द्वारा निरंतर भाग लिया जा रहा है।
कवि सम्मेलन 21 अगस्त से 2 सितंबर तक अनवरत 300 घंटे का विश्व स्तर का अपने अनूठे अंदाज में आयोजित हो रहा है।
इस मैराथन कवि सम्मेलन में हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला से कवित्री रविता चौहान ने भी 1 सितंबर शाम 4 बजे से की रात 8 बजे के मध्य अपनी एक से बढ़कर एक पहाड़ी, मुक्तक, शायरी व रचनाओं की प्रस्तुतियाँ दी।
जिनमें फुटपाथ, फ़िर भी माँ होने का फर्ज निभायेगी, क्यों न मैं भी पत्रकार बन जाऊं व हाल पोछीया ना मेरा दुनिया लुटाई दी मोए प्यार पाणं खै तेरा शामिल है।
2 सितंबर दिन 12 बजे से शाम 4 बजे तक निरंतर मंच संचालन भी किया व मधुर कंठ से मुक्तकों शायरियों से बुलंदी पटल पर कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।
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इस मैराथन कवि सम्मेलन में सिरमौर जिला के गाँव कांडों-दुगाना की रविता चौहान ने शामिल होकर वैश्विक स्तर पर जिले का गौरव बढ़ाया है।
इस कवि सम्मेलन का प्रसारण प्रतिदिन सोशल मीडिया youtube चैनल पर निरंतर हो रहा है। रविता चौहान की इस उपलब्धि पर समस्त साहित्यकारों एवं मित्रों ने शुभकामनाएँ दी।
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