आने वाला है बहुत ही जल्द टाटा ग्रुप UPI ऐप, गूगल पे और फोन पे को टक्कर देने की तैयारी
बहुत ही जल्द टाटा ग्रुप अपना यूपीआई ऐप (Tata Group UPI App) लॉन्च करने की सोच रहा है| टाटा ग्रुप के यूपीआई को भी फोन पे और गूगल पे (Google Pay) की तरह आसानी से मोबाइल फोन में इस्तेमाल किया जा सकता है| इसकी तैयारियां टाटा ग्रुप द्वारा शुरु कर दी गई है| इसका ऐलान बहुत ही जल्द ऑफिशियल रुप से भी किया जाएगा|
ऐसा माना जा रहा है कि टाटा ग्रुप के यूपीआई लॉन्चिंग से फोन पे, गूगल पे, अमेजॉन पे और पेटीएम को कड़ी टक्कर मिलने की संभावना है| टाटा ग्रुप की तैयारी की कई मीडिया रिपोर्ट्स मे जानकारी दी है| रिपोर्ट से खबर मिल रही है कि टाटा ग्रुप नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया या NPCI से क्लीरेंस मिलने के इंतजार में बैठा है| NPCI से क्लीरेंस मिलते ही टाटा ग्रुप थर्ड पार्टी पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर के तौर पर यूपीआई की सेवा शुरू करने की पूर्ण संभावना है| सबसे पहले इकोनॉमिक्स टाइम ने इसकी जानकारी दी है|
टाटा डिजिटल के पास यूपीआई ऐप करने की जिम्मेदारी सोैंपी गई है जोकि कंपनी की डिजिटल कॉमर्स इकाई है| रिपोर्ट में आगे बताया है कि डिजिटल रुप से यूपीआई ऐप चलाने के लिए आईसीआईसीआई बैंक और अन्य प्राइवेट बैंकों के साथ संपर्क में है| इन बैंकों की सहायता से टाटा ग्रुप बाजार में यूपीआई इंफ्रास्ट्रक्चर को बाजार में लॉन्च करेगा|
टाटा की एक और बड़ी तैयारी
इन सभी के अलावा भी टाटा ग्रुप एक बड़ी पहल के लिए काम कर रहा है| टाटा ग्रुप एक अप्रैल को नियू लॉन्च करने वाला है जिसका नाम सुपर ऐप रखा गया है| इस ऐप के माध्यम से टाटा ग्रुप देरी से ही सही लेकिन अब ई-कॉमर्स के क्षेत्र में बड़ा धमाका करने वाला है|
1 अप्रैल को टाटा नियू आने के बाद यूपीआई ऐप को भी लाने की तैयारी है ताकि ग्राहक सामान खरीदने के साथ ही पेमेंट भी आसानी से कर सके| टाटा ग्रुप का यह सुपर ऐप नियू बाजार में बड़ी-बड़ी कंपनियों को टक्कर दे सकता है| जिनमें अमेजॉन और फ्लिपकार्ट के साथ ही स्विगी और ब्लिंकिट जैसी कंपनियां शामिल है|
यूपीआई पेमेंट पर है निगाह
अप्रैल की शुरुआत में ही टाटा के सुपर ऐप टाटा नियू की लॉन्चिंग होने वाली है इसी के कुछ दिनों बाद यूपीआई ऐप को भी लॉन्च किया जाएगा| यूपीआई जिस तेजी के साथ बढ़ रहा है उसे देखते हुए इस क्षेत्र में कई कंपनियां आना चाहती है|
इसी वर्ष फरवरी के महीने में यूपीआई करीबन 4.5 अरब ट्रांजैक्शन हुए हैं जो कि वैल्यू के हिसाब से 8.26 लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा है| सरकार भी अधिक से अधिक डिजिटल पेमेंट पर ही फोकस कर रही है जिससे कि नोटों की सफाई और ATM जैसे खर्चों का बोझ कम किया जा सके|
वर्तमान में देश में एनपीसीआई के अंतर्गत 23 थर्ड पार्टी ऐप रजिस्टर्ड हैं| एनपीसीआई ने भारत के 10 बैंकों के साथ हाथ मिलाया है जिसके तहत यूपीआई की सुविधा दी जाती है|
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