आप प्रत्याशी मनीष ठाकुर ने भगवानपुर में सैंकड़ों लोगों के बीच विरोधियों को लेकर कह दी ये बड़ी बात…
पावंटा साहिब विधानसभा क्षेत्र पांवटा साहिब के तहत भगवानपुर में आम आदमी पार्टी की जनसभा आयोजित की गई।
इस दौरान आम आदमी पार्टी प्रत्याशी मनीष ठाकुर ने कहा कि चुनाव कई प्रकार के होते है, लेकिन विधायकी का चुनाव सबसे महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि युवाओं के लिए रोजगार, बुजुर्गों, महिलाओं के हित की योजनाएं बनाई जाती हैं।
उन्होंने कहा कि आज तक पांवटा साहिब की जनता ने कांग्रेस भाजपा को बारी-बारी मौका दिया है, लेकिन अब एक विकल्प लोगों को आम आदमी पार्टी के तौर पर मिल चुका है।
दिल्ली और पंजाब राज्य केजरीवाल मॉडल को अपना चुके है, केजरीवाल मॉडल को देश ही नहीं, विदेशों में भी सराहा जाता है। अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार ही अच्छे जीवन का आधार है। कोई भी पार्टी नेता जनता के बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं देना चाहते, क्योंकि जनता नेताओ के पीछे ” इन्हीं चीजों के लिए भागती है।
उन्होंने कहा कि पांवटा साहिब के पिछड़ने का मुख्य कारण दो चौधरियों को बारी-बारी मौका देना है। ये हर बार कहते है कि एक बार मौका दे दो, इस बार फिर ये कहकर मौका मांग रहे है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल अभी 70 हज़ार करोड़ के कर्ज के निचे है। इसलिए नए रोजगार नही मिल सकेंगे। जबकि दिल्ली सरकार का सरप्लस बजट 76 सौ करोड का है, जिस के चलते स्वास्थ्य, शिक्षा व अन्य मूलभूत सुविधाएं मुफ्त में मिल रही है। सरकार 300 यूनिट बिजली फ्री, महिलाओं को बस सुविधा फ्री दे रही है, जबकि हिमाचल सरकार कर्ज लेकर कार्य कर रही है।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल की नियत साफ है, इसलिए कर्ज लेने की जरूरत नहीं पड़ती है। अब यह तय करना आपके हाथ में है कि आप किस को चुनना चाहते है। उन्होंने कहा कि आज आपके हाथ में सिर्फ आपकी सांसे और वोट है, जिसका आप अपनी इच्छा से चुनाव कर सकते है। बाकी सब पर सरकार का टैक्स है।
उन्होंने कहा कि मैं हमेशा आप लोगों के बीच रहा हूं, आपके काम को करने की हर कोशिश की है। मैं राजनीति में पैसा कमाने नही आया हु । जबकि यहां के पूर्व व वर्तमान विधायक क्रशर, फैक्ट्री खोल कर चला रहे है। उन्होंने लोगो से एक बार मौका देने की बात कही। जबकि अगली बार वोट विकास देखकर देने को कहा।
उन्होंने कहा कि सोच के साथ आगे बढ़ा जा सकता है, जाती धर्म के नाम पर नहीं। कांग्रेस-भाजपा पार्टी जाति-धर्म के नाम बांट रहे हैं। मेरा पौण्टा वासियों के साथ जीने-मरने का वादा है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में केजरीवाल सरकार में 10 हज़ार रुपए प्रति बीघा मुआवजा मिलता है, जबकि हिमाचल में ऊंट के मुंह में जीरे के समान मुआवजा मिलता है। हिमाचल की सरकार किसान विरोधी रही है। भाजपा-कांग्रेस की सरकारों ने किसानों को कर्ज तले दबे दिया है। इस दौरान पंजाब के मलेर कोटला विधानसभा क्षेत्र के विधायक जमिल रहमान भी उपस्थित रहे।