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ओह ! अब Cryptocurrency पर कोरियन हैकर्स का बड़ा हमला, उड़ाई करीब 30 अरब क्रिप्टोकरेंसी

ओह ! अब Cryptocurrency पर कोरियन हैकर्स का बड़ा हमला, उड़ाई करीब 30 अरब क्रिप्टोकरेंसी

ओह ! अब Cryptocurrency पर कोरियन हैकर्स का बड़ा हमला, उड़ाई करीब 30 अरब क्रिप्टोकरेंसी

नॉर्थ कोरियन हैकर्स 400 मिलियन डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी कर चुके हैं चोरी

वर्तमान समय मे हैकिंग ऐसी चीज है जिससे कोई भी टेक्नॉलजी आज के समय में बचा नहीं है तथा क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) ब्लॉकचेन पर बेस्ड है तथा आज के समय मे ब्लॉकचेन (Blockchain) टेक्नोलॉजी को काफी सिक्योर माना जाता है।

आज के समय में क्रिप्टोकरेंसी की चोरी भारी मात्रा में होने लगा है, और आपको बता दे कि हालांकि यह समझने वाली बात है कि हैकर्स ने क्रिप्टोकरेंसी की चोरी ब्लॉकचेन में सेंध लगा कर नहीं, बल्कि दूसरे तरीके से किया है जिसके बारे में हम आपको बता रहे है।

आपको बता दे कि एक रिपोर्ट के मुताबिक नॉर्थ कोरियन हैकर्स ने पिछले साल लगभग 400 मिलियन डॉलर्स के क्रिप्टोकरेंसी चुराया है तथा इन्हें रुपये में बदलते है तब यह लगभग 29.65 अरबर रुपये होता है और हैकर्स ने क्रिप्टोकरेंसी की चोरी के लिए ज्यादातर इन्वेस्टमेंट फर्म्स तथा सेंट्रलाइज्ड एक्स्चेंज पर अटैक किया है, और आपको बता दे की हालांकि नॉर्थ कोरिया ने लगातार इससे इनकार किया है, पर यह हुआ है।

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ब्लॉकचेन अनालिसिस फर्म चेनालिसिस (Chainalysis) ने कहा है कि 2020 से 2021 तक नॉर्थ कोरियन हैकिंग के मामले 40% तक बढ़ गया है तथा इसके लिए हैकर्स अलग अलग तरीके अपना रहे हैं।

आपको बता दे कि एक रिपोर्ट के मुताबिक क्रिप्टोकरेंसी चोरी करने के लिए हैकर्स फिशिंग का भी उपयोग करने लगे है तथा फिशिंग एक कॉमन हैकिंग फ्रैक्टिस है जिसके तहत यूजर्स के पास फेक लिंक या ईमेल भेज कर उन्हें टारगेट किया जाता है, और फिर हैकिंग करके क्रिप्टोकरेंसी चोरी किया जा रहा है।

आपको बता दे कि आज के समय मे फिशिंग के अलावा कोड एक्स्प्लॉइट तथा मैलवेयर के जरिए भी साइबर क्रिमिनल्स क्रिप्टोकरेंसी चुरा रहे हैं तथा इस अनालिसिस फर्म के मुताबिक हैकर्स मैलवेयर के जरिए हॉट वॉलेट्स से फंड्स अपने नॉर्थ कोरिया कंट्रोल्ड ऐड्रेस पर सेंड कर रहे हैं और इस तरह से आसानी से चोरी को अंजाम दे रहे है।

आम तौर पर इस तरह की हैकिंग बड़े पैमाने पर किया जाता है, और हॉट वॉलेट की बात करें तव यह एक टर्म है हैं जहां क्रिप्टोकरेंसी होल्ड किया जाता हैं तथा हॉट वॉलेट दरअसल एक क्रिप्टो वॉलेट है और यह क्रिप्टोकरेंसी सेव करने का आसान और सबसे कॉमन तरीका है एवं आज के समय मे हॉट वॉलेट हमेशा इंटरनेट व क्रिप्टोकरेंसी नेटवर्क से कनेक्टेड होता हैं, इसलिए हॉट वॉलेट हैकिंग का खतरा भी बढ़ जाता है और समय के साथ हॉट वॉलेट क्रिप्टोकरेंसी भेजने एवं रिसीव करने का भी आसान तरीका है।

चेनालिसिस की रिपोर्ट के मुताबिक 2021 में हैकर्स ने 7 बार क्रिप्टो प्लैटफॉर्म्स पर अटैक किया था और हैकिंग के दौरान इंटरनेट से कनेक्टेड हॉट वॉलेट्स से क्रिप्टो चोरी किया गया 7 बार मे अरबो रुपये चट कर गए है। इसके साथ ही चेनालिसिस ने अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा है कि एक बार नॉर्थ कोरिया को इन फंड्स की कस्टडी मिल जाता है तब इसके बाद वो इसे लॉन्ड्रिंग प्रोसेस से कवर अप करने के लिए कैश करा लेते है।

वर्तमान समय मे एक्सपर्ट्स अगाह कर रहे हैं कि क्रिप्टोकरेंसी के बड़े अमाउंट को कोल्ड वॉलेट में ट्रांसफर कर दें जिनकी हर दिन ज्यादा जरूरत नहीं होता है, तथा कोल्ड वॉलेट्स आम तौर पर वाइडर इंटरनेट से कनेक्टेड नहीं रहते हैं, इसलिए हैकिंग के चांसेच भी यहां कम हैं, इसलिए आप एक्सपर्ट की बात मान कर काम करे तभी आप फ्रॉड से बच सकते है।

Written by Newsghat Desk

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