क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के नाम पर ऐसे चलता था साइबर अपराध का धंधा
साइबर सेल ने दबोचे फोन पर ठगी के दो आरोपी
साइबर पुलिस स्टेशन ने क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के नाम पर ठगी करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने इनके पास से 4 मोबाइल फोन, 2 सिम कार्ड और 15 हज़ार रुपए भी बरामद किए हैं। नॉर्थ दिल्ली के साइबर पुलिस स्टेशन में हिंदू राव इलाके की रहने वाली एक महिला ने इस बारे में शिकायत दर्ज करवाई थी।
शिकायत में महिला ने बताया कि उसके क्रेडिट कार्ड से ठगी के जरिए 96 हज़ार रुपए निकाल लिए गए हैं। महिला ने पुलिस को बताया कि उसे 22 अक्टूबर को एक फोन आया था। फोन करने वाला खुद को बैंक का एग्जीक्यूटिव बता रहा था।
इस दौरान उसने क्रेडिट कार्ड की लिमिट को बढ़ाने के लिए कहा और इस बहाने उसने क्रेडिट कार्ड की डिटेल भी ले ली। इसके थोड़ी देर बाद ही महिला के अकाउंट से 96 हज़ार रुपए गायब हो गए।
महिला ने शिकायत में ये भी बताया कि उसने किसी को कोई OTP भी नहीं दिया था। इसके बावजूद उसके क्रेडिट कार्ड से पैसे निकाल लिए गए।
आरोपी बैंको के लिए कर चुके हैं काम
महिला की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया और जांच शुरू की। महिला को जिस नंबर से फोन आया था पुलिस ने उस नंबर की कॉल डिटेल निकाली।
इतना ही नहीं पुलिस ने महिला के बैंक की डिटेल्स भी निकाली यहीं से पुलिस को सुराग मिला। पुलिस को पता चला की क्रेडिट कार्ड़ से पैसे दो वॉलेट में ट्रांसफर किए गए हैं।
जांच के जरिए पुलिस ने अनंत चौधरी और राहुल नाम के दो लड़कों को गिरफ्तार किया गया। दोनों आरोपी दिल्ली के रहने वाले थे।
पुलिस पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया कि दोनों ठगी के धंधे में शामिल होने से पहले डायरेक्ट सेलिंग एजेंट के तौर पर अलग-अलग बैंकों में काम कर चुके थे और उन्हें मालूम था की क्रेडिट कार्ड कैसे बनाए जाते हैं।
यहीं से दोनों को क्रेडिट कार्ड के जरिए ठगी का आइडिया आया। ठगी करने के लिए एक अलग सिम कार्ड का इंतजाम किया गया। पुलिस ने बताया कि दोनों के पास लोगों के क्रेडिट कार्ड का डाटा भी मौजूद था जो उन्होंने अलग-अलग बैंकों से चुराया था।
नार्थ जिले के डीसीपी सागर सिंह कलसी के मुताबिक पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वेबक्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के बहाने से लोगों को कॉल करते थे। क्रेडिट कार्ड की पूरी डिटेल ले लेते थे, लेकिन उनसे OTP नहीं मांगते थे।
मेल आईडी के जरिए करते थे ठगी
दरअसल क्रेडिट कार्ड की डिटेल के साथ-साथ ये शातिर ठग विक्टिम से वो ईमेल आईडी भी लेते थे जो क्रेडिट कार्ड के साथ अटैच होती थी और फॉरगेट पासवर्ड के ऑप्शन पर जाकर उसे क्लिक करते थे और विक्टिम को कहते थे कि आपके मोबाइल पर गूगल का एक नोटिफिकेशन आएगा। उसे आप एक्सेप्ट कर लीजिए।
इसके जरिए वो नया पासवर्ड क्रिएट करते थे और OTP ईमेल पर मंगवाते थे। पुलिस अब इनसे लगातार पूछताछ कर रही है और ये पता करने की कोशिश कर रही है कि ये दोनों पिछले कितने समय से ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे और कितने लोगों को अभी तक चूना लगा चुके हैं।