क्रेडिट कार्ड के छुपे रहस्य: आपके क्रेडिट कार्ड की EMI डुबो सकती है आपको! EMI ट्रैप से कैसे बचें देखें पूरी डिटेल
क्रेडिट कार्ड का उपयोग सुविधा और सावधानियां: भारत में क्रेडिट कार्ड का चलन बढ़ रहा है, जो आपातकालीन स्थितियों में आर्थिक मदद प्रदान करता है। यह खरीदारी की शक्ति भी बढ़ाता है।
हालांकि, इसका बिल समय पर चुकाना महत्वपूर्ण है, नहीं तो अधिक ब्याज और खराब क्रेडिट स्कोर का सामना करना पड़ सकता है।
EMI विकल्प – लाभ और सावधानियां
अगर क्रेडिट कार्ड बिल अधिक हो, तो आप उसे EMI में बदल सकते हैं। इससे देय राशि छोटी-छोटी किस्तों में बंट जाती है, जिससे वित्तीय बोझ कम होता है।
‘नो कॉस्ट EMI’ भी एक आकर्षक विकल्प होता है, लेकिन इसमें छिपी हुई फीस और लागत होती हैं, जिन्हें ध्यान में रखना चाहिए।
डिफॉल्ट और देरी से बचाव
EMI भुगतान से डिफॉल्ट और देरी की संभावना कम होती है। आपकी आय के अनुसार भुगतान की अवधि चुनना फायदेमंद हो सकता है। हालांकि, लंबे समय के लिए EMI चुनने पर अधिक ब्याज देना पड़ सकता है।
दस्तावेज और वित्तीय आपातकाल
क्रेडिट कार्ड के माध्यम से बिना किसी दस्तावेज के उधार लेना और EMI में बदलना आसान होता है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि क्रेडिट कार्ड का उपयोग जिम्मेदारी से किया जाए।
आपके कुल क्रेडिट लिमिट का 30% से अधिक उपयोग न करना बेहतर होता है, क्योंकि इससे आपका क्रेडिट स्कोर बेहतर बना रहता है।
हालांकि, आपातकालीन स्थितियों में, जैसे कि स्वास्थ्य संकट, शिक्षा या विवाह जैसी जरूरतों के लिए, आप अपनी क्रेडिट सीमा का अधिक उपयोग कर सकते हैं। इसे समझदारी से करें और समय पर बिल का भुगतान करना न भूलें।
आपकी क्रेडिट सीमा और EMI
जब आप EMI में भुगतान का विकल्प चुनते हैं, तो आपकी क्रेडिट सीमा उस पूरी राशि के लिए अवरुद्ध हो जाती है। जैसे-जैसे आप EMI चुकाते हैं, आपकी सीमा मुक्त होती जाती है। इसलिए, EMI विकल्प चुनते समय, अपनी क्रेडिट सीमा का ध्यान रखें और बकाया चुकाने तक अधिक खर्च से बचें।
इस प्रकार, क्रेडिट कार्ड और EMI विकल्प का सही उपयोग वित्तीय स्वतंत्रता और सुरक्षा प्रदान कर सकता है, बशर्ते कि इसे समझदारी से और सोच-समझकर उपयोग किया जाए।