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गौ रक्षण के लिए भूख हड़ताल पर बैठे गौ भक्त, पहले चरण में 24 घंटे की सांकेतिक हड़ताल

गौ रक्षण के लिए भूख हड़ताल पर बैठे गौ भक्त, पहले चरण में 24 घंटे की सांकेतिक हड़ताल

गौ रक्षण के लिए भूख हड़ताल पर बैठे गौ भक्त, पहले चरण में 24 घंटे की सांकेतिक हड़ताल

हड़ताल कर उठाई यह मांगे, तीन दिन का अल्टीमेटम

सड़कों पर लावारिस गोवंश को लेकर गो-सेवक सचिन ओबराय ने मिनी सचिवालय पांवटा साहिब के सामने 24 घंटे का सांकेतिक भूख हड़ताल शुरू की हैं। उन्होंने सड़कों पर तड़पते और सरकारी गौशालाओं में कैदियों सी यातनाएं सहते गौवंश की दशा को सुधारने हेतु एसडीएम पांवटा साहिब के माध्यम से डीसी सिरमौर को ज्ञापन भी सौपा हैं।

Bhushan Jewellers Nov

मिनी सचिवालय के बाहर गौ-सेवक सचिन ओबराय ने कहा कि जिला सिरमौर में सैंकड़ों गौवंश सड़कों पर तड़प-तड़प कर और कूड़ा गंदगी खाकर बीमार होकर मरने को मजबूर हो रहा है। जिले में गो अरण्य, नाहन व पांवटा में सरकारी गोसदन होने के बावजूद भी सैंकड़ों गाय सड़कों पर है, जोकि आए दिन दुर्घटनाओं का भी कारण बन रही है।

उन्होंने कहा कि हज़ारों सरकारी दावों के बाद भी संबंधित विभाग अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते हुए आंखे मूंदे बैठा है और सरकार द्वारा लावारिस गौवंश हेतु प्रतिवर्ष जारी लाखों-करोड़ों की राशि कहां जा रही है, यह चिंता का विषय है। इस सभी के बीच हम सबकी पालक और पूजनीय गौमाता लगातार यातनाएं सह रही है।

उन्होंने कहा कि इन सभी प्रताड़ित गोवंश और गोसेवकों की ओर से मांग करते हैं कि समूचे सिरमौर में सड़कों पर घूम रहे गोवंश को सरकारी गोसदनों में पहुंचाया जाए। सरकारी गोशालाओं (नाहन व पांवटा साहिब) में गोमाता के चारे व पौष्टिक आहार की तुरंत व्यवस्था की जाए। साथ ही वहां स्थाई गोपालक व एक चिकित्सक की नियुक्ति हो, जो रोज़ाना इन बीमार गोवंश का ईलाज करे।

इसके अलावा सड़कों पर दर-दर की ठोकरें खाकर व बीमार होकर तड़पकर मरने को मजबूर गोमाता को सड़कों पर छोड़ने वाले, सरकारी साधन और गोसदन होते हुए भी आंखे मूंदे बैठे पशुपालन विभाग जिला सिरमौर और नगर परिषद पांवटा साहिब पर पशु क्रूरता अधिनियम के तहत तुरंत मामले दर्ज कर कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जाए।

साथ ही यह भी मांग की गई कि गत वर्ष सरकारी ऐलान हुआ था कि दाह संस्कार में गाय के गोबर के उपले व उससे बनाए लक्कड़ का इस्तेमाल किया जाएगा और गोबर की खाद/जैविक खाद के बिक्री केंद्र खोले जाएंगे। इससे गोशालाओं को आमदन मिले और आत्मनिर्भर बनें। यह दोनों कार्य तत्काल प्रभाव से शुरू किए जाएं।

उन्होंने प्रशासन को चेताया है कि आगामी 3 दिन में यह मांगे पूरी नहीं की जाती तो आगामी 4 अक्टूबर 2021 दिन सोमवार को वह लावारिस गोवंश व गोसेवक अत्यंत शांतिपूर्ण ढंग से अपनी मांगे माने जाने तक संबंधित पशुपालन विभाग उपनिदेशक कार्यालय जिला सिरमौर में अनशन पर बैठेंगे।

इसी के समर्थन में आज से उन्होंने अपने हक की लड़ाई के लिए मिनी सचिवालय पांवटा साहिब के समीप अहिंसापूर्ण तरीके से 1 दिन यानी 24 घंटे के सांकेतिक अनशन शुरू किया है। इस दौरान उनके साथ सामाजिक कार्यकर्ता व अखिल विश्व गोवंश संस्थापक नाथू राम चौहान व गो-सेवक शशिपाल चौधरी भी मौजूद थे।

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