चीनी मोबाइल कंपनी विवो के डायरेक्टर ने ईडी के डर से छोड़ा भारत
मनी लॉन्ड्रिंग मामले मे ईडी की जांच तेज होने के बाद चीनी कंपनी विवो (Vivo) के निदेशकों झेंगशेन ओउ और झांग जी के भारत से भागने की खबर है. इस खबर की पुष्टि न्यूज एजेंसी एएनआई ने की है।
बता दें कि ईडी ने 5 जुलाई को वीवो और संबंधित फर्मों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में देशभर में 44 स्थानों पर तलाशी ली थी। ईडी को शक है कि VIVO कंपनी के अधिकारियों ने फर्जी आईडी के आधार पर अवैध धन शोधन किया है तथा भारतीय एजेंसियों को धोखा देते हुए उस धन को देश से बाहर भेजा है।
दो साल पहले का मामला ये है मामला
पीटीआई के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने जम्मू और कश्मीर की एजेंसी के एक डिस्ट्रीब्यूटर के खिलाफ केस दर्ज किया था जिसके बाद ईडी ने मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज किया था।
आरोप है कि उस कंपनी के कुछ चीनी शेयरहोल्डर्स ने फर्जी तरीके से अपने आइडेंटिटी डॉक्यूमेंट्स बनाए थे। ईडी को शक है कि फर्जी आइडेंटिटी डॉक्यूमेंट्स कंपनियों का इस्तेमाल करके अवैध रूप से कमाए गए धन की हेराफेरी करने के लिए किया गया था।
जानकारी के मुताबिक फर्जीवाड़े से हुए आय को भारतीय एजेंसियों को धोखा देकर विदेश भेजा गया था तथा अन्य कारोबार में लगाया गया.
दो साल पहले का मामला
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक लगभग दो साल पहले 2020 में मेरठ पुलिस ने वीवो के खिलाफ देश भर में एक ही आईएमईआई नंबर के 13,500 फोन चलाने के फर्जीवाड़े का मामला दर्ज किया था।
वर्ष 2015 में दूरसंचार नियामक ट्राई द्वारा जारी निर्देशों के मुताबिक सभी स्मार्टफोन के आईएमईआई अलग-अलग होने चाहिए और अगर ऐसा नहीं होता है तो तीन साल तक की जेल हो सकती है।