–30 से अधिक पंचायतों के लोग हो रहे परेशान, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के गृह क्षेत्र का हाल
सुरेश कुमार। सराहां। पच्छाद क्षेत्र की 30 से अधिक पंचायतों के लोगों के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने वाले सराहां अस्पताल में सुविधाओं के अभाव के कारण लोगों को खासी परेशानी हो रही है।
कांग्रेस काल में इसको 30 से 50 बिस्तरों वाला अस्पताल का दर्जा दिया गया था और एक बिल्डिंग भी बनवाई गई थी। हालांकि कांग्रेस ने उस समय लोगों को यह जताया था कि सराहां अस्पताल 100 बिस्तरों का करवा दिया गया है, लेकिन सच्चाई सामने आई और यह पता चल गया कि यह अस्पताल 30 से 50 बिस्तरों का करवा दिया गया है।
कोरोना संक्रमण के फैलते ही सराहां अस्पताल की नई बिल्डिंग कोविड अस्पताल के रूप में बदल दी गई और सैंकड़ों लोगों के इलाज के लिए वही पुरानी बिल्डिंग का प्रयोग होना शुरू हो गया।
बता दें कि यहां पर आज भी लोगों को अल्ट्रासाउंड जैसे टेस्ट के लिए लोगों को नाहन या सोलन जाना पड़ता है। बता दें कि सराहां अस्पताल में बीएमओ सहित डॉक्टर, नर्सें कोविड में ड्यूटी के अलावा ओपीडी में भी मरीजों को देखते हैं, लेकिन बिल्डिंग व सुविधाओं के अभाव में सीमित साधनों से ही काम चलाना पड़ रहा है। जबकि इस अस्पताल में अभी 4 डॉक्टरों के पद स्वीकृत है, लेकिन अस्पताल में अभी भी 2 ही डॉक्टर सेवाएं दे रहे हैं, जबकि 2 पद रिक्त पड़े हैं।
अब सोचने वाली बात है कि यदि कोविड डॉक्टर कोविड अस्पताल में डॉक्टर ड्यूटी करेंगे तो सामान्य ओपीडी किसके हवाले होगी। देखा जाए तो सराहां अस्पताल केवल जुगाड़ से ही चल रहा है, जबकि इस अस्पताल में डॉक्टरों ओर बिल्डिंग की कोई स्थाई व्यवस्था नही है।
लोगों ने सरकार से मांग की है कि सराहां अस्पताल का दर्जा बढ़ा कर 100 बिस्तरों का किया जाना चाहिए। साथ ही यहां पर बच्चों के डॉक्टर समेत गनोक्लोजिस्ट, सर्जन अल्ट्रासाउंड मशीन की तैनाती की जानी चाहिए, ताकि लोगों को घरद्वार स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें।