धुँधली हुई दिल्ली, टूट सकता है चार साल का रिकॉर्ड….
धान की पराई जलाने का प्रभाव हुआ कम,
कुछ ऐसा रहेगा इस सप्ताह का मौसम
यूँ तो कोरोना काल मे मौसम काफ़ी साफ स्वच्छ और स्वास्थ्यवर्धक हो गया था परंतु मानवीय गतिविधियों के पुनः प्रारम्भ होते है वातावरण फिर से दूषित नजर आने लगा है और इसकी पहली झलक दिल्ली में देखने को भी मिल गयी है जहाँ सर्दी के मौसम की पहली और बहुत ही गहरी धुंध छायी देखने को मिली।
यह धुंध इतनी गहरी थी कि इसे देखकर मौसम के जानकारों ने यह तक अनुमान लगा दिया कि सम्भव है कि इस बार पिछले चार वर्षों से भी ज्यादा गहरी धुंध हो और पिछले चार वर्षों का रिकॉर्ड टूट जाये।
धान की पराई जलाने का प्रभाव हुआ कम…
आम तौर पर दिल्ली में जैसे ही धुंध या वायुप्रदूषण बढ़ता था तो तुरंत इसका आरोप पंजाब व हरियाणा तथा अन्य निकटवर्ती किसानों पर लगा दिया जाता था कि उनके पराली जलाने से ही ऐसा हुआ है परंतु इस बार दिल्ली किसानों को कटघरे में नहीं खड़े कर सकती क्योंकि इस बार विद्वानों ने स्पष्ट कहा है कि पराली जलाने की वजह से यह धुंध नहीं है, हाँ आंशिक योगदान जरूर है परंतु पूर्णतः या अधिकांशतः यह कारण नहीं है।
कुछ ऐसा रहेगा यह सप्ताह….मौसम विभाग ने दी जानकारी….
विज्ञान एवं पर्यावरण केंद्र की निदेशक अनुमिता रॉय चौधरी ने जानकारी साझा करते हुये बताया कि पटाखों आदि की वजह से धुंध छाने लगी है परंतु इस सप्ताह अधिकतम मौसम साफ रहेगा और अच्छी धूप निकलेगी, परंतु ठंढी हवाओं के चलते तापमान में गिरावट अवश्य होगी।
और रही बात धुंध की तो इस सर्दी में धुंध के काफी गहरे होने के आसार है और सम्भव है कि पिछले चार वर्षों का रिकॉर्ड टूट जाये।