पांवटा साहिब में धान की फसल ने तोड़ी किसानों की कमर, ब्लॉक कांग्रेस ने राज्यपाल को भेजा ज्ञापन
पांवटा साहिब में धान की फसल ने किसानों की कमर तोड़ी दी है। किसानों की समस्या को लेकर पांवटा कांग्रेस ब्लॉक ने एसडीएम के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा है।
उन्होंने मांग की है कि धान की फसल ने पांवटा की जनता को रुला कर रख दिया है। इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान होना चाहिए। दरअसल में पांवटा साहिब में धान की फसल में विभिन्न तरह की बीमारियों के प्रकोप से किसान परेशान हैं।
फसल में बीमारी लगने से पौधा को खराब होते देख, किसानों के चेहरे पर मायूसी देखी जा रही है। किसान सभा ने कृषि विभाग को एक ज्ञापन दिया है और इस गंभीर समस्या का समाधान की गुहार लगाई है।
पांवटा साहिब कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने बताया कि पांवटा साहिब के दून क्षेत्र में सबसे ज्यादा धान की पैदावार होती है। यहां पर लगभग हजारों बीघा भूमि में लगाई जाती है इस वर्ष अच्छी बारिश होने पर किसानों ने अपने खेतों में धान की फसल लगाई।
धान की फसल बोआई के बाद लगातार अच्छी बारिश होने के बाद खेत में लगा धान का पौधा लहलहाने लगा। वही माजरा से लेकर मेरूवाला तक धान की फसल बर्बाद हो गई है या यूं कहें कि 30 गांव के लोगों को करोड़ों रुपए का नुकसान हो चुका है।
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जबकि प्रदीप चौहान ने बताया कि इस बार धान की फसल में कई तरह की बीमारियां भी आ गई है। इस कारण खेतों में लगे धान की पत्ते मुरझाने लगे हैं। तना सूखने लगे हैं और जड़ों का गलना शुरू हो गया है।
इससे किसान चिंतित व परेशान हैं। हालांकि किसान आवश्यकतानुसार दवा खरीदकर छिड़काव करने में लगे हैं। बावजूद शिकायत दूर नहीं हो रही है। कृषि विभाग की ओर से ऐसे किसानों को कोई लाभ या परामर्श भी नहीं दिया ज रहा है। इस कारण किसान संकट के बीच खुद जूझ रहे हैं।
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