शिमला। राज्य सरकार समाज के कमजोर वर्गों, विशेषकर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों के कल्याण और सामाजिक-आर्थिक उत्थान के लिए संकल्पबद्ध है। यह बात मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां हिमाचल प्रदेश अनुसूचित जाति आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष वीरेंद्र कश्यप के नेतृत्व में प्रदेश भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल को संबोधित करते हुए कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अनुसूचित जाति समुदाय प्रदेश और देश के विकास में प्रमुख भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति के स्नेह से ही यह संभव हो पाया है कि आज भाजपा विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बन पाई है। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जातियों को सरकार में उचित प्रतिनिधित्व मिले, इसके लिए राज्य सरकार हमेशा प्रयासरत है। भाजपा के कार्यकाल में ही अनुसूचित जाति विशेष घटक योजना के तहत अनुसूचित जाति की जनसंख्या के अनुपात के अनुसार बजट में वृद्धि की गई है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य में चालू वित्त वर्ष के दौरान विभिन्न आवास योजनाओं के तहत लगभग 15,000 आवासों का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अधिकांश मकान अनुसूचित जाति के परिवारों के लिए बनाए जाएंगे। इस अवधि के दौरान कल्याणकारी योजनाओं जैसे गृहिणी सुविधा योजना, सहारा योजना और हिमकेयर से अनुसूचित जाति के लाखों परिवार लाभान्वित हुए हैं। उन्होंने अनुसूचित जाति समुदाय से राज्य सरकार को अपना पूरा समर्थन देने का आग्रह किया ताकि वर्ष 2022 में भाजपा एक बार फिर सरकार बना सके।
स्वास्थ्य मंत्री डा. राजीव सैजल ने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के सक्षम और गतिशील नेतृत्व में राज्य सरकार समाज के कमजोर वर्गों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि समाज के कमजोर वर्गों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए कई योजनाएं आरम्भ की गई हैं।
अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष वीरेंद्र कश्यप ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए राज्य की अनुसूचित जातियों का सशक्तिकरण सुनिश्चित करने के उद्देश्य से इस आयोग के गठन के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीन चौधरी, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव विवेक सोनकर, सक्षम गुडि़या बोर्ड की अध्यक्षा रूपा शर्मा, हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारिता कृषि और ग्रामीण विकास बैंक लिमेटिड की अध्यक्षा शशि बाला सहित मोर्चे के अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे।